समाजवादी पार्टी विधायक नफीस अहमद ने आजगमगढ़ में जिन्ना विवाद में कूदते हुए एक विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि संघी लोग हमें देशभक्ति ना सिखाएं। बीएचयू में धरना हिंदू दे रहे थे। इसके बाद उनका विरोध करने वाले भी दोगले थे। नफीस अहमद ने कहा देश में विकास, रोजगार और अन्य मुद्दों पर फेल होने के बाद मोदी और योगी सरकार लोगों का ध्यान बंटाने के लिए इस तरह के मुद्दों को उठा रही है। वो यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि जब देश आजाद नहीं हुआ था और आजादी की लड़ाई लड़ी जा रही थी। उस समय जिन्ना भी महात्मा गांधी के साथ फ्रीडम फाइटर थे। संसद में भी श्यामाप्रसाद मुखर्जी के साथ जिन्ना और डा. भीमराव आंबेडकर की तस्वीर के साथ कई और फ्रीडम फाइटरों की तस्वीर लगी है। अगर इनको इतनी ही नफरत है तो सबसे पहले जिन्ना हाउस को नेस्तनाबूद करें। अगर इनको इतनी ही नफरत है इतिहास से तो राष्ट्रपति भवन से शुरू करें ताजमहल, लालकिला आदि सभी भवनों को नेस्तनाबूद करें।
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