मेरठ में नरेंद्र गुर्जर की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गुरुवार को समाजवादी पार्टी नेता अतुल प्रधान ने पीड़ित परिवार के साथ मुलाकात की और परिवार के लिए 50 लाख रुपये की सहायता राशि के साथ ही एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की मांग की। परिजनों का आरोप है कि नरेंद्र गुर्जर को जेल भेजने से पहले मवाना पुलिस ने थर्ड डिग्री टॉर्चर किया था। इस मामले में एसएसपी ने इंस्पेक्टर, दरोगा और एक सिपाही को सस्पेंड करते हुए एसपी देहात को जांच भी सौंपी है। मवाना पुलिस ने बीते शनिवार दो गाय के साथ नरेंद्र गुर्जर समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया था और गोवध अधिनियम के तहत जेल भेजा था। जबकि आरोपियों का कहना था कि उन्होंने गाय खरीदी है और उसे पालने के लिए ले जा रहे हैं।