न्यूज डेस्क, अमर उजाला, देहरादून
Updated Fri, 25 Sep 2020 12:25 AM IST
Corona का खौफ लोगों में इस कदर हाफी हो गया है कि वे इंसानियत का फर्ज निभाना तक भूलते जा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है Uttarakhand के Roorkee से। यहां नौकरी करने के लिए आए Banaras के युवक की heart attack से मौत हो गई। लेकिन मकान मालिक को कोरोना का इतना भय था कि उन्होंने युवक के शव को घर लाने से मना कर दिया। ऐसे में बनारस से रुड़की पहुंचे परिजनों को बेटे के शव के साथ पूरी रात श्मशान में ही गुजारनी पड़ी। इसकी जानकारी जब शहर के पार्षद संजीव कुमार और समाज सेवी देशबंधु को लगी तो वे मौके पर पहुंचे और मृतक के परिजनों के खाने-पीने की व्यवस्था की। इसके बाद परिजनों ने सुबह हरिद्वार लेजाकर बेटे का अंतिम संस्कार किया।
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