उत्तर प्रदेश पुलिस की एसआई की लिखित परीक्षा में बुधवार को कंकरखेड़ा पुलिस ने दलाल समेत दो को गिरफ्तार किया था, जिनसे रात भर पुलिस व क्राइम ब्रांच ने पूछताछ की। जांच में सामने आया है कि सॉल्वर गैंग वेस्ट यूपी से लेकर बिहार तक फैला हुआ है। मेरठ में दो बार सॉल्वर ने दूसरे के नाम पर परीक्षा देने का प्रयास किया और पकड़े गए। एसटीएफ की टीमें गैंग का नेटवर्क खंगालने में लगी है।
बुधवार को कंकरखेड़ा पुलिस ने राधेश्याम इंजीनियरिंग कॉलेज में सॉल्वर दीपक पुत्र भीम प्रकाश निवासी गोपालपुर मठ कनेरी पटना बिहार को पकड़ा था। उसकी निशानदेही पर दलाल इमरान पुत्र अकबर निवासी जयपुर जिला संत रविदास नगर को गिरफ्तार किया। इमरान ने बताया कि वह अपने साथी आगरा निवासी अमन के कहने पर योगेंद्र निवासी फिरोजाबाद के स्थान पर पटना निवासी सॉल्वर दीपक को लेकर आया था। पुलिस ने कंकरखेड़ा थाने में दीपक और इमरान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। बृहस्पतिवार को दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
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एक लाख रुपये एडवांस दिया
इंस्पेक्टर कंकरखेड़ा सुबोध कुमार सक्सेना ने बताया कि इमरान दलाल है, जो मेरठ, अलीगढ़, बागपत, एटा आदि से अभ्यर्थी तलाश करता है। इमरान एक परीक्षार्थी से 50 हजार रुपये तक लेता है, जबकि सॉल्वर को 70 हजार रुपये दिए जाते हैं। बाकी परीक्षा का ठेका पांच से छह लाख रुपये में लिया गया है। पुलिस सौरभ यादव, अशोक कुमार, योगेंद्र और अमन की भी तलाश कर रही है।
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चार दिन में दूसरा गैंग आया सामने
मेरठ में पुलिस ने रविवार को परीक्षार्थी मानवेंद्र के नाम पर परीक्षा दे रहे आशुतोष निवासी देवरिया को गिरफ्तार किया था। आशुतोष के साथ साहिर निवासी बुलंदशहर से भी पूछताछ की गई थी। पता चला कि पटना का अमित सॉल्वर गैंग चला रहा था।