चुनावी समर में पश्चिमी यूपी की ज्यादातर सीटों में मुस्लिम उम्मीदवार ही हावी है इसका अंदाजा इस बात से लगाइए कि बसपा, सपा रालोद गठबंधन ने जमकर मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया है। यहां ऐसी कई सीटें हैं जिस पर सपा और बसपा ने मुस्लिम प्रत्याशी ही मैदान में उतारे हैं और बाकी रही सही कसर ओवैसी की पार्टी ने पूरा कर दिया है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने 53 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की है जिसमें से ही 14 सीटें मुस्लिम उम्मीदवारों को दी गई है। इधर मुस्लिम बहुल सीटों पर समाजवादी पार्टी और रालोद गठबंधन भी मजबूती के साथ टिकी हुई दिखाई देती है। जातीय समीकरण के लिहाज से पश्चिमी यूपी में मुस्लिम उम्मीदवारों का ही बोल वाला है हालांकि कई जगह समीकरण अलग भी नजर आ रहे हैं। कुछ सीटों पर जाट और मुस्लिम दोनों का समीकरण दिखाई दे रहा है। बसपा सपा और ए आई एमआईएमआईएम ने पश्चिमी यूपी के तमाम सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवारों के साथ-साथ जाटों को भी मैदान में उतारा है। जानकार कहते हैं कि ओवैसी मायावती और अखिलेश यादव को देखते हुए पश्चिमी यूपी में मामला त्रिकोणीय हो सकता है। जानकारों का मानना है कि जिस तरीके से यहां इन तीनों पार्टियों ने उम्मीदवारों को टिकट दिया है निश्चित ही परिणाम त्रिकोणीय होगा।