सरकार भले ही बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ को लेकर तमाम जागरुकता अभियान चला रही हो। बेटियों के हक और हकूकों की बात कर रही हो लेकिन आपको आज हम वो तस्वीर दिखाते हैं जहां एक दिव्यांग नाबालिग लड़की पिछले छह महीने से हरिद्वार के अस्पताल में पड़ी है। उसकी इस हालत के लिए उसके मां-बाप ही जिम्मेदार हैं।
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