तीन एवं चार अप्रैल को होने वाले नामांकन के मद्देनजर दावेदार अब प्रपत्र तैयार करने में जुटे हैं। वहीं जिला प्रशासन द्वारा जमानत राशि जमा करने की प्रक्रिया को सरल बनाने से दावेदार प्रत्याशियों ने राहत की सांस ली है। चुनाव में जमानत धनराशि जमा करने के लिए ट्रेजरी चालान बनवाना होता है। पंचायत चुनाव में दावेदारों की संख्या अधिक होने के कारण चालान पर्ची 385 का विकल्प भी दिया जाता है। इस बार चुनाव को लेकर कम समय मिला है। क्लोजिंग का समय होने एवं कई अवकाश होने के कारण बैंकों से सभी का चालान बन पाना संभव नहीं था। इसी कारण इस पर्ची का उपयोग किया जा रहा है। इस पर्ची का नंबर 385 होने के कारण इसे चालान पर्ची 385 कहा जाता है।