शराब कारोबारी से लूट मामले में चंडीगढ़ के सेक्टर 49 से गिरफ्तार तीनों आरोपियों के तार अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़े हैं। इस मामले में पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चार लोकल मेड पिस्तौल और 98 कारतूस भी बरामद किए हैं। इसके अलावा 2.28 लाख नकदी, छह मोबाइल फोन, एक टैब, एक लैपटॉप भी आरोपियों के कब्जे से बरामद किया है। इस मामले में ऊना पुलिस को बद्दी और चंडीगढ़ पुलिस का सहयोग भी मिला।
ऊना में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से डीजीपी संजय कुंडू, डीआईजी सुमेधा द्विवेदी, एसपी ऊना अर्जित सेन ठाकुर, एसपी बद्दी रोहित मालपानी ने घटना के बारे में जानकारी दी। एसपी ऊना अर्जित सेन ठाकुर ने बताया कि 15 मार्च को ऊना शहर के एक शराब कारोबारी के कार्यालय में चेहरे पर मास्क लगाकर लूट को अंजाम देने के बाद शातिर चोरी की एक कार में मात्र 18 मिनट में ही हिमाचल सीमा से बाहर निकल गए और भूमिगत हो गए।
पुलिस ने इस मामले में तकनीकी जांच और फील्ड इनपुट के जरिये शातिर जुड़े खन्ना पंजाब के एक सिम विक्रेता को गिरफ्तार किया। जिसने फर्जी दस्तावेज के आधार पर सिम शातिरों को मुहैया करवाए थे। इसके बाद बद्दी पुलिस की साइबर टीम की सहायता से इस केस से जुड़े आरोपियों के चंडीगढ़ में होने का पता चला। एसपी ऊना ने वायरल वीडियो के संबंध में स्पष्ट किया है कि इस मामले में कोई भी गोलीबारी नहीं हुई है।
दबोचे आरोपियों की गिरफ्तारी वीरवार शाम को हुई। मामले में गिरफ्तार महिला की भी इस साजिश की भूमिका रही है। तीनों आरोपियों को चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। एसपी ऊना ने बताया कि इस मामले में अन्य गिरफ्तारियां होना अभी बाकी हैं।
इस मामले में पुलिस ने आरोपियों को दबोचने के लिए पांच राज्य पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, यूपी, उत्तराखंड में रेड की। इसी बीच बद्दी पुलिस की मदद से पुलिस को शातिरों के चंडीगढ़ के एक फ्लैट में होने की सूचना मिली। पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से चंडीगढ़ ने इन्हें दबोच लिया। पुलिस जांच में आरोपियों के क्रिमिनल रिकॉर्ड होने की सूचना मिली है।