विज्ञापन

पानीपत

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
Digital Edition

एक्शन फिल्मों को पसंद करने वाला आरोपी: पानीपत पुलिस पूछताछ में बोला- फिल्मों में एक्टर-विलेन रखते हैं पिस्तौल

पानीपत सीआईए टू ने अनाज मंडी सड़क पर एक युवक को अवैध देसी पिस्तौल सहित गिरफ्तार किया। पुलिस पूछताछ में आरोपी से खुलासा हुआ कि  वह मारधाड़ की फिल्में देखने का शौकीन है। फिल्मों में एक्टर व विलेन पिस्तौल रखते है। उन्हें देखकर आरोपी दोस्तों में रौब जमाने के लिए कुछ दिन पहले उत्तराखंड के हरिद्वार से उक्त देसी पिस्तौल एक अज्ञात युवक से पांच हजार रुपयों में खरीदकर लाया था। आरोपी सुशील उर्फ सचिन के खिलाफ थाना औद्योगिक सेक्टर-29 में आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने आरोपी को बृहस्पतिवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया।

जांच अधिकारी के अनुसार
सीआईए-2 प्रभारी इंस्पेक्टर वीरेंद्र ने बताया कि उनकी टीम को बुधवार देर शाम गश्त के दौरान गुप्त सूचना मिली की संदिग्ध किस्म का एक युवक विकास नगर की और से अनाज मंडी रोड होते हुए जीटी रोड की तरफ आ रहा है। युवक के पास अवैध हथियार होने की संभावना है। पुलिस टीम ने सूचना को पुख्ता मानते हुए अनाज मंडी रोड पर धर्म कांटे के पास नाकाबंदी कर संदिग्ध युवकों पर नजर रखनी शुरू कर दी। कुछ देर पश्चात सामने से संदिग्ध किस्म का एक युवक पैदल आते हुए दिखाई दिया।

युवक पास आने पर सामने खड़ी पुलिस टीम को देखकर वापस मुड़कर भागने का प्रयास करने लगा। टीम ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए कुछ कदमों पर ही युवक को काबू कर पूछताछ की तो उसने अपनी पहचान सुशील उर्फ सचिन निवासी इसराना के रूप में बताई। तलाशी लेने पर आरोपी की पहनी हुई लोअर की जेब से अवैध एक देसी पिस्तौल बरामद हुआ। पिस्तौल को खोलकर जांच की तो अनलोड मिला।
... और पढ़ें

Panipat News: किन्नर से थे पति के संबंध, दिन में कई बार होने लगी मुलाकात तो पत्नी ने की खौफनाक वारदात

हरियाणा के समालखा क्षेत्र में एक महिला ने पति से अवैध संबंध के शक में किन्नर को पीट-पीटकर कर अधमरा कर दिया। किन्नर की खानपुर पीजीआई में इलाज के दौरान मौत हो गई। मामले की सूचना पुलिस को दी गई है। पुलिस खानपुर में शव का पोस्टमार्टम कराएगी। मिली जानकारी के अनुसार मृतक की पहचान अनिल किन्नर निवासी समालखा सिटी के रुप में हुई है। 

अनिल किन्नर के समालखा शहर में रहने वाले के एक व्यक्ति के साथ संबंध थे। दोनों के संबंधों के बारे में व्यक्ति की पत्नी को पता लग गया था। इसके बाद उसने दोनों को कई बार समझाया भी था लेकिन दोनों नहीं माने। अब दोनों की मुलाकात भी दिन में कई बार होने लगी थी। इससे महिला मानसिक रूप से परेशान हो रही थी। 

कुछ दिन पहले पत्नी ने अपने पति को अनिल किन्नर के साथ संदिग्ध परिस्थितियों में रंगे हाथ पकड़ लिया था। इसके बाद उसने पति से तो गाली-गलौज की और अनिल को खूब पीटा। इससे वह अचेत हो गया। उसी दिन से वह खानपुर मेडिकल कॉलेज में उपचाराधीन था। शनिवार देर रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
... और पढ़ें

Panipat: दुष्कर्म से बचने के लिए पीड़िता से किया निकाह, फिर बोला- तलाक...तलाक... तलाक

हरियाणा के पानीपत में एक युवक ने युवती से दुष्कर्म किया। फिर जेल जाने के डर से उससे निकाह कर लिया। दुष्कर्म का मुकदमा खत्म होने के बाद आरोपी ने तलाक... तलाक... तलाक कह दूसरा निकाह कर लिया। युवती की ओर से इस आशय की शिकायत के बाद पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।

विवाहिता की ओर से पुलिस को दी गई शिकायत में बताया गया है कि दो साल पहले उसका निकाह किला थाना क्षेत्र के नौशाद से हुआ था। उसके पिता ने हैसियत से बढ़कर दान-दहेज भी दिया था। निकाह के कुछ दिन बाद ही उसका पति उसके साथ गाली-गलौज और मारपीट करने लगा।

आरोप है कि इस दौरान उसका पति अक्सर कहता था कि उसने केवल दुष्कर्म के मुकदमे से बचने के लिए निकाह किया है। यही कारण है कि पति उसे कई-कई दिन तक अकेले छोड़कर चला जाता था। कुछ दिन बाद उसे पता चला कि उसके पति ने दूसरा निकाह कर लिया है।

इस संबंध में जब उसने पति से पूछताछ की तो उसने मारपीट की। इसके बाद उसे किराए के कमरे पर छोड़कर चला गया। उसने धमकी भी दी कि पुलिस में कोई शिकायत की तो वह जान से मार देगा। यही न हीं जब विवाहिता ने पति के दूसरे निकाह के बारे में अपने ससुर से बातचीत की तो उन्होंने भी बेटे का ही साथ दिया।

पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने पति और उसकी दूसरी पत्नी के खिलाफ मारपीट और जान से मारने की धमकी देने समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लेगी। -विजय, प्रभारी, किला थाना पुलिस।
... और पढ़ें

पानीपत सामूहिक दुराचार मामला: सीसीटीवी में नजर आए संदिग्ध, खुलासे की आस, चार जिलों की पुलिस टीम जांच में जुटी

हरियाणा के पानीपत में थाना मतलौडा के अंतर्गत एक गांव के दो डेरों पर महिलाओं से सामूहिक दुराचार और लूटपाट के मामले में एसटीएफ करनाल के साथ एसटीएफ सोनीपत की भी टीम जांच करने पहुंची। तीन आईपीएस अधिकारियों की देखरेख में एसआईटी समेत करनाल, जींद, सोनीपत व रोहतक जिले से सीआईए के 800 पुलिस अधिकारी व कर्मचारी वारदात की जांच कर रहे हैं।

इस दौरान पुलिस को नोहरा गांव में एक सीसीटीवी कैमरे में बाइक सवार संदिग्ध सामने आए हैं। चारों घटना से पहले यहां से निकले थे और अगले दिन अल सुबह वापस जाते नजर आ रहे हैं। अब पुलिस आसपास के करीब 20 संदिग्ध लोगों से पूछताछ कर रही है। इसके साथ पीड़ितों के उत्तर प्रदेश में उनके गांव और रिश्तेदारी में पुरानी रंजिश का भी पता लगा रही है। पुलिस ने शीघ्र ही वारदात के खुलासे का दावा किया है।

पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने रविवार को मतलौडा थाने में सभी टीमों के साथ विस्तार से घटना के संबंध में जानकारी ली। एसटीएफ करनाल के एसपी राजेश फौगाट ने रविवार को एकबार फिर दोनों डेरों का दौरा किया। इसके साथ थाना मतलौडा प्रभारी विजय कुमार ने पूरा दिन डेरे पर महिलाओं से पूछताछ की।

इसके साथ सीआईए-थ्री के प्रभारी रहे छबील सिंह ने पीड़िताओं को 200 संदिग्धों की फोटो एलबम दिखाई। महिलाओं ने उनमें से किसी के न होने की बात कही। इस बीच एसटीएफ सोनीपत से इंस्पेक्टर अनिल छिल्लर भी पहुंचे। उन्होंने महिलाओं से 15 मिनट और पीड़ित से अलग से पूछताछ की। इसके साथ पुलिस की एक टीम पीड़ितों के उत्तर प्रदेश गांव और रिश्तेदारों में रंजिश का पता लगा रही है।

नोहरा के पास सीसीटीवी में आए नजर
पुलिस सूत्रों के अनुसार, नोहरा गांव के पास एक सीसीटीवी कैमरे में चार संदिग्ध नजर आए हैं। वे चारों प्लेटिना मोटरसाइकिल पर हैं। डेरे के नजदीक एक किसान ने भी बदमाशों के प्लेटिना मोटरसाइकिल पर होने की जानकारी दी है। इनका सीसीटीवी में आने-जाने का समय वारदात के समय के साथ लगभग मिलान करता है। वे डेरों की तरफ रात 10:12 बजे जाते हुए नजर आ रहे हैं और अल सुबह 4:12 बजे वापस आते हुए दिखाई दे रहे हैं। सीसीटीवी में संदिग्धों के चेहरे साफ नहीं आ रहे हैं।

महिलाएं और पीड़ित लगातार बदल रहे बयान
पुलिस का मानना है कि सामूहिक दुराचार की शिकार तीनों महिलाएं और पीड़ित लगातार अपने बयान बदल रहे हैं। ऐसे में पुलिस के सामने बड़ी चुनौती बनती जा रही है। महिलाएं एक लंबे और तोंद वाले व्यक्ति के आरोपियों की अगुवाई करने की बात कह रही है, जबकि पुलिस हिरासत में लिए गए गांव के चार बदमाशों का हुलिया उनसे मिलान नहीं हो पा रहा है। एक जानकार ने बताया कि महिलाएं दबाव में इस तरह के बयान बदल रही हैं।

नदारद रहने वाले चौकी प्रभारी पर लटकी कार्रवाई की तलवार
सामने आया है कि वारदात की रात थर्मल चौकी के प्रभारी क्षेत्र में नहीं थे। अगले दिन भी वे हाईकोर्ट में चले गए थे। पुलिस अधिकारी इसको भी गंभीर मान रहे हैं। माना जा रहा है कि मामले में संबंधित चौकी प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।

डेरा मालिक खेती छोड़ने और फार्म मालिक गनमैन रखने को तैयार
डेरा मालिक ने बताया कि वह 55 एकड़ अपनी खुद और 35 एकड़ ठेके पर लेकर खेती करता है। खेती की देखभाल के लिए ही उत्तर प्रदेश के एक गांव से परिवार को डेरे में लाया था। इनसे पहले भी कई लोग काम कर चुके हैं। इस तरह की वारदात के बाद मजदूर नहीं रहेंगे तो उन्हें मजबूरन खेती छोड़नी पड़ेगी। उधर मछली फार्म संचालक ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से अब उनको रात के समय गनमैन रखना पड़ेगा।

पुलिस जांच में कई पहलू हाथ लगे हैं, जो आरोपियों तक पहुंच रहे हैं। फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस वारदात का जल्द ही खुलासा किया जाएगा। - अजीत सिंह शेखावत, एसपी, पानीपत।
... और पढ़ें
थाना मतलौडा के अंतर्गत एक डेरे पर जांच को पहुंचे पुलिस अधिकारियों की गाड़ी। थाना मतलौडा के अंतर्गत एक डेरे पर जांच को पहुंचे पुलिस अधिकारियों की गाड़ी।

पानीपत सामूहिक दुराचार मामला: पुलिस 150 लोगों को हिरासत में लेकर कर चुकी पूछताछ, 200 से अधिक कैमरे खंगाले

पानीपत में थाना मतलौडा पुलिस के अंतर्गत एक डेरे में सामूहिक दुराचार और लूटपाट के मामले में सरकार ने एसटीएफ करनाल के एसपी राजेश फौगाट को जांच के लिए विशेष रूप से पानीपत भेजा है। उन्होंने एसपी अजीत सिंह शेखावत और एएसपी मयंक मिश्रा के साथ कई पहलुओं पर चर्चा की। साथ ही पीड़िताओं से भी घटना के संबंध में जानकारी ली। वहीं पानीपत के अलावा करनाल के भी साइबर विशेषज्ञ बुलाए गए हैं।

इस बीच पुलिस टीम को नोहरा गांव में शराब के एक ठेके पर सीसीटीवी कैमरे में मोटरसाइकिल सवार संदिग्ध नजर आए हैं। आशंका जताई जा रही है कि ये वहीं बदमाश हैं, जिन्होंने महिलाओं के साथ दरिंदगी की है। दूसरी ओर राज्यसभा सांसद कृष्णलाल पंवार ने भी शनिवार को डेरों पर पहुंचकर मौका मुआयना किया और पीड़ित परिवार से बात कर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।

उन्होंने मामले में एसपी से रिपोर्ट भी ली।मतलौडा क्षेत्र के डेरे में महिलाओं से सामूहिक दुष्कर्म और लूटपाट की घटना के तीसरे दिन भी बदमाशों का ठोस सुराग नहीं लग सका है। वहीं घटना की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने एसटीएफ करनाल के एसपी राजेश फौगाट को भी जांच टीम में शामिल किया है। उन्होंने शनिवार को पुलिस अधीक्षक पानीपत अजीत सिंह शेखावत के साथ डेरों का निरीक्षण किया और एसआईटी के डीएसपी समेत जांच टीमों के साथ कई विषयों पर बारीकी से चर्चा की।

एसपी ने डेरा मालिक से करीब 20 मिनट तक एकांत में बात कर पूरे मामले की रिपोर्ट ली। पुलिस अधिकारियों ने आसपास के पानीपत और करनाल जिले के 10 गांवों के लोगों से भी पूछताछ की। पुलिस 150 लोगों को हिरासत में लेकर गहनता से पूछताछ कर चुकी है।

गांव के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज सहित पुलिस गांवों में करीब 200 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे खंगाल चुकी है। इस दौरान नोहरा गांव स्थित शराब के एक ठेके पर मोटरसाइकिल पर चार संदिग्ध नजर आए। इसके बाद सौदापुर, गढ़ी सिकंदरपुर और रिफाइनरी, थर्मल अड्डा व मतलौडा कस्बे तक सीसीटीवी खंगाले गए। एक जानकार का मानना है कि आरोपी जीतगढ़ गांव में खेतों से होकर गए हैं।

राज्यसभा सांसद ने दिया सख्त कार्रवाई का भरोसा राज्यसभा सांसद कृष्णलाल पंवार ने भी शुक्रवार को एसपी अजीत सिंह शेखावत के साथ दोनों डेरों का निरीक्षण किया। पीड़ित परिवार ने कृष्णलाल पंवार को आपबीती सुनाई और न्याय की गुहार लगाई। एक किसान ने बताया कि शाम के समय खेतों में चार बदमाशों को देखा था।

उन्होंने डेरों से पहले पानी की टंकी पर मोटर की डोरी काटी थी। उनको चोरों के खेतों में होने का अंदेशा था। इस पर सांसद ने उनको बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। महिलाओं ने बताया कि आरोपियों ने उनके साथ प्राकृतिक और अप्राकृतिक दोनों तरीके से दुराचार किया। बदमाशों की दरिंदगी सुनकर हर कोई हैरान रह गया।

अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन ने मुआवजे की उठाई मांग
अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन राज्य कमेटी हरियाणा का प्रतिनिधिमंडल भी शनिवार को डेरों पर पहुंचा। उन्होंने घटना की निष्पक्ष जांचकर दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने और दोषियों को सख्त सजा दिलवाने के लिए मजबूत पैरवी करने की मांग उठाई। साथ ही मृतक खेत मजदूर परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा दिया जाने और सभी पीड़ित परिवारों को गांव में आवासीय प्लाॅट देकर उन्हें आवास निर्माण के लिए अनुदान दिया जाने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि सामूहिक बलात्कार का शिकार महिला परिवारों को भी पुनर्वास और सम्मानजनक जीवनयापन के लिए आर्थिक सहायता दी जाए।

करीब 350 मोबाइलों की कॉल डिटेल खंगाल रही पुलिस, संदिग्धों से पूछताछ
पुलिस के साइबर और तकनीकी विशेषज्ञ हर बिंदू पर घटना की जांच कर रहे हैं। अब तक करीब 350 मोबाइलों पर पुलिस फोकस कर चल रही है। इसमें मोबाइल की एक दूसरे के संपर्क और समय अवधि का भी मिलान किया जा रहा है। कई मोबाइल संदेह के घेरे में हैं। इसके साथ 150 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा चुकी है। डेरा मालिक सोमप्रकाश अनेजा के नौकर सुरेश और पुराने नौकर खुशी राम के बेटे शेरू के साथ सख्ताई से पूछताछ की जा रही है। वारदात की शाम के समय शेरू व सुरेश डेरे के पास ही शराब पी रहे थे। गांव के दो मोटर मिस्त्री भाइयों के भी इसमें शामिल होने की आशंका के चलते पूछताछ की गई है।

मृतक महिला की किसान ने कराई रस्म क्रिया, परिवार को घर पर दी शरण बदमाशों की मारपीट के बाद एक महिला की मौत के बाद शनिवार को गांव के किसान तन्मय धींगड़ा ने मृतका की रस्म क्रिया कराई। फिलहाल महिला का पति गांव में ही रह रहा है, जबकि घटना के बाद से उसका 13 साल का बेटा और आठ साल की बेटी दशहत में हैं और डर के साये में जीने को मजबूर हैं। महिला के पति ने बताया कि बदमाशों के हाथों में पिस्तौल, तलवार और चाकू थे। चारों में से किसी ने भी मुंह नहीं ढक रखा था। उन्होंने आते ही सबसे पहले मोबाइल छीन कर तोड़ दिया और उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। पत्नी की आंख खुली तो उसके साथ भी मारपीट शुरू कर दी। झगड़े की आवाज सुनकर उसका बेटा संजय जाग गया था। एक बदमाश ने बेटे संजय को पकड़ लिया और चादर से उसका मुंह ढक दिया। उसने चादर उठाने पर तलवार से काट देने की धमकी दी। तीनों ने ही डर के मारे चादर से मुंह ढक लिया। मारपीट व डर से आहत उसकी पत्नी की अगले दिन मौत हो गई। तन्मय धींगड़ा ने बताया कि पीड़ित परिवार सहित लगभग आठ माह पहले आया था। उसकी हर संभव मदद की जाएगी।

पुलिस लूट और सामूहिक दुराचार के मामले की लगातार जांच कर रही है। इसमें कई विषय निकलकर सामने आ रहे हैं। करीब 15 संदिग्ध लोगों से गहनता के साथ पूछताछ की जा रही है। दोनों डेरों पर पुलिसबल तैनात किया गया है। मामले का जल्द ही खुलासा कर दिया जाएगा। -अजीत सिंह शेखावत, एसपी पानीपत।
... और पढ़ें

साइबर क्राइम:  पानीपत में हैंडलूम कारोबारी से लाखों की ठगी, कोटन फैब्रिक बेचने के नाम पर ठगों ने फंसाया

पानीपत के बत्रा कॉलोनी के हैंडलूम कारोबारी से कोटन फैब्रिक कपड़ा बेचने के नाम पर ठगों ने 7.25 लाख रुपये ठग लिए। उसके बाद आरोपियों ने खुद मेसेज कर कहा कि हमने आपके साथ फ्रॉड किया है। जिसके बाद हैंडलूम कारोबारी ने मामले की शिकायत साइबर अपराध थाना पुलिस को दी है, जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया।

पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार
बत्रा कॉलोनी निवासी इरसाद ने बताया कि उसने टारगेट हैंडलूम के नाम से फर्म खोली हुई है। वह हैंडलूम का काम करता है। 11 सितंबर को उसने फोन चेक किया तो व्हाट्सएप पर एक नंबर से कोटन फैब्रिक कपड़े के फोटो आए हुए थे, जिसको सामने वाला बेचना चाहता था। उसने फोन पर कॉल किया तो उनका आपस में सौदा तय हो गया। 12 सितंबर को उसने अपने खाते से आरोपी के खाते में डेढ़ लाख रुपये आरटीजीएस कर दी।

13 सितंबर को उसी नंबर से फोन आया कि मैं अंकिता ट्रेडर से बात कर रहा है, आपके माल से भरी गाड़ी सूरत पहुंच गई है, आप तीन लाख रुपये पेमेंट खाते में डलवा दो। उसने तीन लाख रुपये ओर खाते में डलवा दिए। 14 सितंबर को उसके पास एक अज्ञात नंबर से फोन आया कि वह ट्रक ड्राइवर बोल रहा है। गाड़ी खराब हो गई है, अंकिता ट्रेडर्स के मालिक ने आपसे 85 हजार रुपये लेने के लिए कहा है। उसने आरोपी के खाते में 84990 रुपये डलवा दिए।

जिस पर राहुल नाम लिखा आ रहा था। 15 सितंबर को फिर एक नए नंबर से फोन आया और कहा कि गाड़ी जयपुर पहुंच गई है, जो बकाया पेमेंट दो लाख रुपये है, वह भी खाते में डलवा दो, उसके बाद गाड़ी आगे चलेगी। उसने दो लाख रुपये ट्रेडर्स के खाते में आरटीजीएस करवा दिए।

आरोपियों ने खुद भेजे फर्जी दस्तावेज
आरोपियों ने पीड़ित के मोबाइल पर ई-वे बिल, अंकिता ट्रेडर्स के माल का बिल, ट्रांसपोर्ट बिल्टी व्हाट्सएप के माध्यम से भेजे। इसके साथ ही उसे फोन कर कहा कि हमने आपके साथ फ्रॉड किया है। उसके बाद आरोपियों ने फोन काट दिया। उसने फोन पर कॉल किया तो फोन स्विच ऑफ मिला। उसने शाम तक इंतजार किया, लेकिन कोई समाधान न निकलने पर उसने 1930 पर अपनी शिकायत दर्ज कराई।
... और पढ़ें

पानीपत: सामूहिक दुराचार व लूट में एसआईटी गठित, डीआईजी ने कराया सीन री-क्रिएट, मंजर याद कर कांपने लगे हाथ-पैर

हरियाणा के पानीपत में पुलिस ने मतलौडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक गांव के डेरे में तीन महिलाओं के साथ सामूहिक दुराचार और दूसरे डेरे पर एक अन्य महिला की मारपीट के बाद मौत के मामले में जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी है। पुलिस ने बदमाशों पर इनाम भी घोषित किया है, हालांकि फिलहाल इनाम की राशि का खुलासा नहीं किया है। वहीं डीआईजी नाजनीन भसीन ने शुक्रवार देर शाम घटनास्थल का मौका मुआयना कर पीड़ितों से बातचीत की और न्याय का भरोसा दिलाया। फिलहाल 48 घंटे बाद भी पुलिस को बदमाशों का सुराग नहीं लग पाया है।

डीआईजी नाजनीन भसीन शुक्रवार देर शाम को डेरों पर पहुंची। उन्होंने महिलाओं से अकेले में घटना के संबंध में विस्तार से जानकारी ली। साथ ही अपने घटनाक्रम को री-क्रिएट भी करवाया। साथ ही इसके आधार पर अधिकारियों को कई अन्य बिंदुओं पर जांच करने के आदेश दिए। इसके बाद उन्होंने एसपी समेत अन्य पुलिस अधिकारियों की बैठक ली।

पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत दिनभर मतलौडा थाना में ही डटे रहे। पुलिस की दो टीमें दिन में दोनों डेरों पर दोबारा पहुंची। यहां पीड़ितों से फिर बात की और बदमाशों के बारे में पहचान जानने का प्रयास किया। इस दौरान सबूत तलाशने के लिए एक टीम डेरों के मुख्य रास्तों और दूसरी खेतों से होकर एक-दूसरे डेरे पर पहुंची।

विदित हो कि बुधवार की देर रात को थाना मतलौडा के अंतर्गत एक डेरे पर तीन महिलाओं के साथ सामूहिक दुराचार कर नकदी और गहने लूट लिए गए थे। वहीं एक अन्य डेरे पर बीमार महिला व उसके पति के साथ मारपीट की गई थी और यहां से भी नकदी लूट ली गई थी। मारपीट के चलते महिला की गुरुवार को दिन में मौत हो गई थी। मतलौडा थाना पुलिस ने दोनों मामलों में अलग-अलग केस दर्ज किया है।

मजिस्ट्रेट के सामने महिलाओं ने दर्ज कराए बयान, खौफनाक मंजर याद कर कांपे हाथ-पांव
तीनों महिलाओं के शुक्रवार को मजिस्ट्रेट के सामने भी बयान दर्ज कराए गए। पुलिस के बाद एक बार फिर मजिस्ट्रेट को दर्द भरी कहानी सुनाते समय महिलाओं की जुबां थम गई और खौफनाक मंजर याद कर हाथ व पैर कांपने लगे। दूसरी तरफ वारदात के बाद एसपी ने पीड़ित परिवार के कमरे के बाहर सुरक्षा बल तैनात कर दिए थे। गुरुवार की रात पीड़ित परिवार ने पुलिस के पहरे में काटी।

महिला आयोग ने लिया संज्ञान, जल्द पानीपत आ सकती है टीम
तीन महिलाओं के साथ सामूहिक दुराचार और चौथी महिला की मारपीट से मौत के मामले में अब महिला आयोग ने भी संज्ञान लिया है। संभावना जताई जा रही है कि आयोग की टीम जल्द पानीपत आ सकती है। यहां पीड़ित महिलाओं से मिलकर बात करेगी। इसके साथ पुलिस अधिकारियों से भी मामले की जांच और कार्रवाई के संबंध में रिपोर्ट ली जाएगी।

महिलाओं से हुलिया पूछ रही पुलिस, स्कैच करा सकती है तैयार
पुलिस सूत्रों के अनुसार, बदमाशों की पहचान के लिए पीड़ित महिलाओं से बातचीत कर बदमाशों का हुलिया जाना गया है। इसके आधार पर उनका स्कैच तैयार किया जा सकता है। बताया जा रहा है कि डेढ़ माह पहले डेरे पर आठ बदमाश आए थे। उनमें से एक या दो बदमाश बृहस्पतिवार की वारदात में शामिल हो सकते हैं। इनकी अगुवाई कर रहे एक बदमाश ने अपना चेहरा रुमाल से ढक रखा था।

डेरों में लूट और सामूहिक दुराचार के मामले में डीएसपी कृष्ण कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है। इसमें सीआईए-1 प्रभारी इंस्पेक्टर दीपक कुमार और मतलौडा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर विजय कुमार को शामिल किया गया है। इसके अलावा 15 टीमों का गठन किया गया है। इनमें 150 पुलिसकर्मी बदमाशों की धरपकड़ में लगाए गए हैं। घटना के संबंध में पड़ोसी जिलों और राज्यों की पुलिस से भी मदद ली जा रही है। गांव के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है, गांव के पुराने आपराधिक मामलों में शामिल लोगों की भी सूची निकलवाई गई है। पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है। जल्द ही बदमाश गिरफ्त में होंगे। -अजीत सिंह शेखावत, एसपी, पानीपत।
... और पढ़ें

पानीपत: पति की हत्या की दोषी पत्नी और देवर को उम्रकैद, प्रेम संबंध में की थी वारदात

demo pic
हरियाणा के पानीपत में धूपसिंह नगर में 27 अक्तूबर 2020 को प्रेम प्रसंग में पति अनिल की गला घोंटकर हत्या करने के मामले में पत्नी संगीता और प्रेमी चचेरे देवर सचिन को जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत ने दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है। साथ ही दोषियों पर 25 हजार रुपये जुर्माना भी लगाया गया है। जुर्माना न देने पर दोनों को दो साल की अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी।
 
जिला न्यायवादी राजेश कुमार चौधरी ने बताया कि चांदनीबाग थाना पुलिस में धूपसिंह नगर निवासी धर्मबीर ने शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें बताया गया था कि वह चार भाई हैं, चारों शादीशुदा हैं। उनका एक भाई अनिल (26) फैक्टरी में सिलाई का काम करता था। उसके दो बच्चे हैं। उसके माता-पिता भी अनिल के पास ही रहते हैं। उसका भाई हर रोज की तरह 26 अक्तूबर 2020 को खाना खाकर सोया था। सुबह अनिल की पत्नी संगीता ने बताया कि अनिल कुछ बोल नहीं रहा है। उन्होंने जाकर देखा तो अनिल की सांसें बंद हो चुकीं थीं।
 
अनिल के गले, चेहरे व शरीर पर चोट के निशान थे। परिवार का कहना था कि अनिल की पत्नी संगीता और उसके चचेरे भाई सचिन के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था और दोनों ने मिलकर अनिल की हत्या की है। चांदनीबाग थाना पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया, जिसकी रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि अनिल की गला घोंटकर व मुंह दबाकर हत्या की गई है। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर पत्नी संगीता और सचिन को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनों ने वारदात को कबूल लिया।
 
एफएसएल रिपोर्ट, मोबाइल फोन और गवाह ने दिलाई सजा
पुलिस ने मौके से अनिल के कपड़े, खून की पट्टी और विसरा जांच के लिए लैब भेजे थे। इसके अलावा पुलिस ने संगीता का मोबाइल फोन बरामद किया था, जिससे वह प्रेमी सचिन से लगातार बातचीत करती थी। पूछताछ के बाद पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त चुन्नी भी बरामद की थी जिससे गला घोंटा गया था। सभी की एफएसएल रिपोर्ट, मोबाइल फोन से हुई बातचीत और 22 गवाह के आधार पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुदेश कुमार शर्मा की अदालत ने दोनों को दोषी करार दिया और सजा सुनाई।
 
दोषियों ने कोर्ट में लगाई नरमी की गुहार, अदालत ने कहा-सहानुभूति से न्याय प्रणाली को नुकसान
अदालत में दोषी संगीता ने कहा कि उसके दो बच्चे हैं, वह गरीब महिला है। वहीं दोषी सचिन ने कहा कि वह एक छात्र है और उसके बुजुर्ग माता-पिता हैं, उनका पहले भी कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं रहा है, इसलिए सजा में नरमी बरती जाए। इस पर न्यायाधीश सुदेश कुमार शर्मा ने फैसला सुनाते हुए कहा कि अपर्याप्त सजा देने की सहानुभूति न्याय प्रणाली को अधिक नुकसान पहुंचाएगी, जिसे कानून में जनता का विश्वास कमजोर होगा, इसलिए उचित सजा देना अदालत का कर्तव्य है।
... और पढ़ें

पानीपत में दरिंदगी: बदमाशों ने परिवार को बंधक बनाया, तीन महिलाओं से किया दुष्कर्म, एक के साथ छेड़छाड़

पानीपत के मतलौडा थाना क्षेत्र के एक गांव में रात को खेत में रह रहे प्रवासी मजदूरों के घर बदमाश घुस गए। जहां पर उन्होंने पिस्तौल के बल पर परिवार वालों के साथी मारपीट की और रुपये छीने। इसी दौरान बदमाशों ने परिवार के पुरुष व बच्चों को बंधक बनाकर परिवार की महिलाओं के साथ दुष्कर्म भी किया। जिसकी शिकायत पुलिस को दी गई है।

पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार
पीड़ित परिवार की महिला ने बताया कि गांव से दूर डेरे में परिवार सहित रहते हैं। रात्रि लगभग एक बजे चार नकाबपोश युवक उनके डेरे में घुस गए। उनके पास चाकू व पिस्तौल थी। उन्होंने हथियार के बल पर परिवार के तीन पुरुषों व बच्चों के हाथ-पैर बांधकर एक कमरे में बंद कर दिया। उसके बाद महिलाओं को जबरदस्ती खींचकर बाहर ले आए। चारों ने हथियार के बल पर रात में महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया। शोर मचाने पर पिस्तौल से जान से मारने की धमकी दी।

सुबह चार बजे तक महिलाओं के साथ दरिंदगी की। उसके बाद जाते हुए महिलाओं को भी कमरे में बंद कर दिया तथा घर पर रखी नगदी भी लूट कर ले गए। सुबह 5:00 बजे महिला ने किसान को फोन करके घटना के बारे में बताया तो उन्होंने मौके पर पहुंचकर बंधक परिवार को कमरे से बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही मतलौडा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर विजय व डीएसपी कृष्ण कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस महिलाओं को मेडिकल के लिए पानीपत के सामान्य अस्पताल में लेकर गई। एफएसएल की टीम द्वारा भी घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की जा रही है।

वहीं, इससे पहले बदमाश दूसरे डेरे पर पहुंचे थे जहां भी महिला के साथ छेड़छाड़ की और मारपीट की गई। इस दौरान बदमाशों ने महिला से लूटपाट भी की। पुलिस सुबह सूचना मिलने पर महिला के घर पहुंची तो वह मृत मिली। जिसके कारण इलाके में सनसनी फैल गई। 

डेढ़ माह पहले भी डेरे पर आ चुके थे बदमाश
कयास लगाए जा रहे है कि चारों बदमाश डेरे मालिक के गांव के ही रहने वाले है। बदमाश डेढ़ माह पहले भी इस डेरे पर आए थे। उस समय बदमाशों ने कोई लूटपाट नहीं की थी। आरोप है कि बदमाश डेरे पर कब्जा करना चाहते थे। पुलिस शक के आधार पर एक युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। 

24 से 34 साल तक की महिलाओं की उम्र
बदमाशों ने जिन तीन महिलाओं के साथ दुराचार किया, उनकी आयु 24, 25 और 34 साल है। वहीं जिस बीमार महिला के साथ मारपीट की है, उसकी आयु करीब 40 वर्ष है।
... और पढ़ें

Panipat: एक लाख रुपये की रिश्वत लेता बिजली निगम का CA गिरफ्तार, बिल निस्तारण करने की एवज में ले रहा था पैसे

हरियाणा के पानीपत में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने बापौली सब डिविजन के सीए को फैक्टरी मालिक से एक लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी सतबीर बिल निस्तारण करने की एवज में रिश्वत ले रहा था। एसीबी आरोपी से पूछताछ कर करने में जुटी हुई है। आरोपी पहली बार रुपये ले रहा था या इससे पहले भी वह रुपये ले चुका था, इस संबंध में भी पूछताछ की जा रही है।

एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) इंस्पेक्टर सुमित सरोहा ने बताया कि मामला साढ़े पांच लाख रुपये के बिजली के बिल का था। शिकायतकर्ता सोनू छोक्कर ने बताया था कि उसकी बापौली क्षेत्र में एक फैक्ट्री है। जिसका पांच लाख रुपये बिल आया था। सोनू ने दावा किया कि उसका पांच लाख रुपये का बिल नहीं बनता, बिजली निगम ने गलत बिल भेजा। इसके लिए उसने बिजली निगम अधिकारियों से संपर्क किया।

बिजली निगम में ये लेखा-जोखा सीए सतबीर के पास था। सीए सतबीर ने बिल ठीक करने के नाम पर एक लाख रुपये की मांग की। शिकायतकर्ता इसको देना नहीं चाह रहा था, लेकिन सतबीर पीड़ित पर लगातार दबाव बनाने लगा। कनेक्शन कटवाने तक की धमकी देने लगा।

उसने एसीबी को शिकायत दी। टीम ने नोटों के सीरियल नंबर नोट कर पीड़ित को देकर सतबीर के पास भेजा। सतबीर ने जैसे ही रुपये पकड़े वैसे ही टीम ने आरोपी को मौके से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
... और पढ़ें

पानीपत में प्रेम प्रसंग पति की हत्या: देवर के साथ मिलकर पत्नी ने चाकूओं से गोदा, आरोपी मृतक का चचेरा भाई

पानीपत के अहर गांव में महिला ने अपने देवर प्रेमी के साथ मिलकर पति की चाकूओं से गोदकर हत्या कर दी। दोनों का दो साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। आरोपी मृतक का चचेरा भाई है। वारदात को घर के आंगन में अंजाम दिया गया। वारदात को अंजाम देकर आरोपी चचेरा भाई फरार हो गया। परिजनों ने महिला को घर से भागने नहीं दिया और मतलौडा थाना पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया। एफएसएल ने मौके से नमूने जुटाए। शुक्रवार दोपहर को पुलिस ने आरोपी चचेरे भाई को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मृतक के भाई के बयानों पर दोनों के खिलाफ केस दर्ज किया और पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है।

मिली जानकारी के अनुसार
अहर गांव निवासी सुनील ने बताया कि उसके छोटे भाई रिंकू की शादी तीन साल पहले रुकसाना से हुई थी। रुकसाना व सुनील दो बच्चों के माता-पिता था। रुकसाना का दो साल से उसके चचेरे भाई साहिल के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। एक सप्ताह पहले भी रिंकू का इस बात पर साहिल के साथ विवाद हुआ था। ये विवाद पुलिस तक पहुंचा था। रिंकू अपनी पत्नी रुकसाना व साहिल को समझाता था और दोनों को एक दूसरे से दूर रहने को कहता था। ये बात रुकसाना व साहिल को गवारा नहीं थी।

साहिल अपने चचेरे भाई रिंकू को जान से मारने की धमकी दे रहा थ लेकिन रिंकू ने इस बात को गंभीरता से नहीं लिया। रुकसाना व साहिल ने बृहस्पतिवार रात को रिंकू की हत्या की प्लानिंग की थी। साहिल रात 12 बजे रिंकू के घर में घुसा और सोते हुए रिंकू पर हमला कर दिया। रिंकू ने बचने का प्रयास किया। दोनों में काफी देर तक झपट हुई। बताया जा रहा है कि रुकसाना ने पीछे से रिंकू के हाथ पकड़ लिए और साहिल ने उसके पेट व छाती में चाकू घोंप दिया।

एक के बाद 10 बार रिंकू के पेट में वार किए गए। रिंकू की मौके पर ही मौत हो गई। रिंकू के चिल्लाने की आवाज सुनकर जब वो पहुंचे तो साहिल वहां से फरार हो गया। रुकसाना को उन्होंने भागने नहीं दिया। उन्होंने पुलिस को मौके पर बुलाया। पुलिस ने यहीं से रुकसाना को हिरासत में ले लिया। शुक्रवार दोपहर को सााहिल को गिरफ्तार कर लिया गया।
... और पढ़ें

Haryana: पानीपत में तैनात एएसआई की गोली मारकर हत्या, शव करनाल में फेंका, नहर के पास मिला शव

हरियाणा के पानीपत के थाना सेक्टर-13-17 में तैनात एएसआई की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी और शव करनाल के सदर थानाक्षेत्र के बुढ्ढनपुर गांव के नहर के पास फेंक दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर राज्य के सभी जिलों के थानों में फोटो भेजा तो मृतक की पहचान सोनीपत के खानपुर निवासी ऋषिपाल के रूप में हुई।

जिसके बाद पुलिस महकमे में भी हड़कंप मच गया। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि एएसआई थाने में शिकायतों का निपटारा करने के बाद शाम को निकला था, जबकि उसकी क्रेटा गाड़ी थाने में ही खड़ी थी। उसके बाद एएसआई का अता-पता नहीं चल सका। इस मामले में पुलिस ने उपली गांव निवासी दीपक को हिरासत में लिया है।

रविवार को साढ़े तीन बजे करनाल के सदर थानाक्षेत्र के बुढ्ढनपुर नहर के पास उसका शव मिला। पुलिस ने अभी पुष्टि तो नहीं की है, लेकिन बताया जा रहा है कि एएसआई को करीब 6-7 गोलियां लगी हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि एएसआई को कितनी गोलियां लगी हैं।

बताते हैं कि खानपुर निवासी ऋषिपाल (48) परिवार में तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। जो कि वर्तमान में पानीपत के सेक्टर 13-17 थाने में एएसआई के पद पर तैनात था। रविवार को वह अपनी क्रेटा गाड़ी से थाने आया था। थाने में करीब 15 शिकायतों का निपटारा करने के बाद वह गाड़ी को थाने में ही छोड़कर शाम को निकल गया था, लेकिन वह अपने क्वार्टर में नहीं पहुंचा।

एएसआई की हत्या के बाद पोस्टमार्टम हाउस पर जानकारी लेती पानीपत पुलिस।
परिजनों ने जब उसके नंबर पर कॉल किया तो फोन बंद था। इसके बाद परिजनों ने थाने में फोन कर एएसआई के बारे में पूछा, मगर कोई जानकारी नहीं मिल सकी। लोगों ने रविवार को साढ़े तीन बजे करनाल के सदर थानाक्षेत्र के बुढ्ढनपुर गांव की नहर के पास शव पड़ा देखा तो पुलिस को सूचना दी।

पुलिस ने शव को की पहचान कराने का प्रयास किया मगर पहचान नहीं हो सकी। लोगों को संदेह हुआ कि शव किसी पुलिसकर्मी का हो सकता है। उसके बाद पुलिस ने प्रदेश के सभी थानों में शव की फोटो भेजी गई। जिसके बाद पानीपत पुलिस ने संपर्क कर शव की पहचान एएसआई ऋषिपाल के रूप में की। शरीर पर गोलियां लगने के निशान थे। पुलिस की प्राथमिक जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि गोली मारकर एएसआई की हत्या की गई है।

ये भी चर्चाएं
पुलिस कुछ बताने को तैयार नहीं है मगर एएसआई की मौत के बाद लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। सूत्रों की मानें तो एएसआई की मौत का कारण प्रेम-प्रसंग से जुड़ा हो सकता है। इसके अलावा किसी मामले में एएसआई जांच अधिकारी भी थे। जिसके चलते एएसआई की हत्या की आशंका जताई जा रही है। तीसरा पहलू यह भी सामने आ रहा है कि थाने में कामकाज खत्म करने के बाद एएसआई को फोन किया गया, जिसके तुरंत बाद एएसआई किसी और की गाड़ी में बैठकर चला गया। इसी दौरान उसकी हत्या की गई हो। पुलिस इन बिंदुओं पर फिलहाल जांच कर रही है। हालांकि इसकी पुष्टि अभी पुलिस नहीं कर रही है।

पानीपत में कार्यरत एएसआई का शव बरामद किया गया है। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। मामले की तफ्तीश की जा रही है। जांच के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। -शशांक कुमार सावन, एसपी करनाल

प्रथमदृष्टया जानकारी मिली है कि कुछ लोगों के साथ एएसआई की कहासुनी हुई। जिसके चलते ही संभवत: उसकी हत्या की गई है। सदर थाने में मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। -सतेंद्र कुमार गुप्ता, पुलिस महानिरीक्षक, करनाल
... और पढ़ें

Panipat: भाइयों ने प्रेमी के पिता की तेजधार हथियार से की हत्या, बहन के प्रेम प्रसंग से थे नाराज, बेटा था टारगेट

हरियाणा के पानीपत में काबड़ी रोड अर्जुन नगर में बहन के प्रेम प्रसंग से नाखुश तीन भाइयों ने प्रेमी के पिता की तेजधार हथियार से मारकर हत्या कर दी। हमलावर बेटे की भी हत्या करना चाहते थे, लेकिन उसको किसी तरह किरायेदारों ने बचा लिया। आरोपी जान से मारने की धमकी देकर मौके से फरार हो गए। डीएसपी मुख्यालय धर्मबीर खर्ब और थाना प्रभारी नरेंद्र मौके पर पहुंचे। पुलिस देर रात तक इस मामले में कार्रवाई की। एफएसएस टीम ने भी मौके से साक्ष्य जुटाए।

वारदात शुक्रवार की रात 8:30 बजे की है। मूलरूप से यूपी के जिला कुशीनगर के गांव माधोपुर निवासी पंकज ने बताया कि उसके पिता विश्वास गिरी (45) पिछले 10 साल से पानीपत में काबड़ी रोड अर्जुन नगर में किराये पर रहते थे। वह हरिनगर में एक फैक्टरी में मशीन चलाते थे। 14 वर्षीय एक युवती के साथ उसका पिछले छह माह से प्रेम प्रसंग चल रहा था।

वह उससे शादी करना चाहती थी। उसके तीन भाई इस शादी से नाखुश थे और वे सब उसे प्रताड़ित करने लगे। वह शुक्रवार शाम पांच बजे अपने पिता विश्वास के साथ मार्केट में सब्जी और अन्य सामान लेने गया था। रात करीब साढ़े आठ बजे घर लौटे तो तीन भाई व एक अन्य युवक घर में घुस आए और उसके पिता पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। इसी बीच किरायेदारों ने उसको सीढि़यों से ऊपर भेजकर अंदर कमरे में छिपा दिया।

बचाने आया मकान मालिक हुआ घायल
मकान मालिक विकास ने बताया कि वह हमले की सूचना पाकर मौके पर पहुंचा और बीच-बचाव करने लगा। आरोपियों ने उस पर भी हमला कर दिया। हमले में उसके हाथ के अंगूठे और बाजू पर चोट लगी। उसने शोर मचाया तो आरोपी जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए।

खुद की जान को बताया खतरा
प्रेमिका ने पुराना औद्योगिक थाना प्रभारी को अपनी जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की है। प्रेमिका ने कहा कि एक माह पहले पंकज और उसे उसके भाइयों ने एक साथ देख लिया था, जिसके बाद से उसके साथ अमानवीय व्यवहार करने लगे। उसे जान से मारने की धमकी देते थे, इसलिए उसकी सुरक्षा की जाए। प्रेमिका ने बताया कि शुक्रवार दोपहर वह कपड़े धो रही थी, इसी बीच उसके तीनों भाइयों और एक अन्य युवक घर में नशा कर रहे थे। तीनों ने मिलकर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। चारों के पास चाकू और दरांत समेत कई तेजधार हथियार थे। इस दौरान उसकी मौसी ने घर आकर उसे बचाया। वह अपनी जान बचाकर दोपहर को घर से भाग गई थी। पंकज के पिता की हत्या की सूचना पाकर घर लौटी।

तीन बच्चों का पिता था विश्वास गिरी
मृतक विश्वास गिरी के तीन बच्चे हैं। जिनमें दो लड़के नीतीश व पंकज और एक लड़की अंजलि है। पंकज अपने पिता के साथ पानीपत में रहता है, जबकि नीतीश और अंजलि अपनी मां इसरावती के साथ गांव माधोपुर, जिला कुशीनगर यूपी में रहते हैं।
वर्जन

पुलिस टीम कर रही कार्रवाई
वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। शव को पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया है और आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस टीम आरोपियों की धरपकड़ कर रही हैं। - धर्मबीर खर्ब,डीएसपी मुख्यालय पानीपत
... और पढ़ें
बेहतर अनुभव के लिए
4.3
ब्राउज़र में ही
X
Jobs

सभी नौकरियों के बारे में जानने के लिए अभी डाउनलोड करें अमर उजाला ऐप

Download App Now

अपना शहर चुनें और लगातार ताजा
खबरों से जुडे रहें

एप में पढ़ें

क्षमा करें यह सर्विस उपलब्ध नहीं है कृपया किसी और माध्यम से लॉगिन करने की कोशिश करें

Followed

Reactions (0)

अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं

अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करें