गन्ना क्रय केंद्र कैलाशपुर में बुधवार को किसानों को फसल तौल के बाद वाउचर न देना कांटा बाबू को महंगा पड़ा। नाराज किसानों ने कांटा बाबू को बंधक बना कर प्रदर्शन किया। सूचना पर पहुंची इकौना पुलिस ने बलरामपुर चीनी मिल के कर्मियों को बुला कर किसानों को वाउचर दिलाया। इसके बाद किसानों ने कांटा बाबू को मुक्त किया।
बलरामपुर चीनी मिल की ओर से इकौना के कैलाशपुर गांव में गन्ना क्रय केंद्र बनाया गया है। जहां इकौना क्षेत्र के रानीकुंडा, कैलाशपुर, सलवरिया, बरईपुर व इटौंझा सहित करीब 25 गांव के किसान अपनी फसल बेचने आते हैं। केंद्र पर बुधवार को आए किसानों ने अपनी फसल की तौल कराई थी।
इसके बाद भी यहां तैनात कांटा बाबू ने गन्ना तौल का वाउचर किसानों को नहीं दिया। इससे नाराज किसान बृजेश यादव, रामगोपाल यादव, लालमनि मौर्य, भोलानाथ, विजय यादव, रामधन, रमाकांत मौर्य, कांशीराम व अरविंद चौहान ने आदि ने प्रदर्शन शुरू कर दिया।
इस दौरान किसानों ने कांटा बाबू को बंधक बना लिया। किसानों का कहना था कि उन्हें तौल के तुरंत बाद गन्ने का वजन व मूल्य का वाउचर दे दिया जाता है, लेकिन बुधवार को पूरे दिन तौले गए गन्ने का वाउचर शाम को देने की बात कह कर उन्हें बैठाए रखा गया।
शाम को जब तौल समाप्त हुई तो वाउचर देने वाला मिल कर्मचारी चुपके से कहीं चला गया। नाराज किसान देर रात तक नारेबाजी करते रहे। सूचना पर पहुंची इकौना पुलिस ने किसानों की समस्या सुन कर उसके निराकरण का आश्वासन दिया। इसके बाद भी किसान नहीं माने।
तब पुलिस अधिकारियों ने मिल के अधिकारियों को फोन कर मामले की सूचना देकर किसानों को वाउचर दिलाने की बात कही। देर रात करीब 12 बजे पहुंचे मिल कर्मचारी ने किसानों को वाउचर दिया। इसके बाद माने किसानों ने कांटा बाबू को मुक्त कर दिया।
गन्ना पर्ची मशीन चार्ज करने के लिए लगाया गया था। इसी बीच उसे कोई उठा ले गया। इसी कारण पर्ची नहीं निकल रही थी। इसको लेकर किसानों ने हंगामा किया था। बाद में कोई उस मशीन को चुपके से रख गया, जिससे पर्ची निकाल कर किसानों को दी गई। इसके बाद किसान मान गए।
- राम बाबू, क्रय केंद्र पर्यवेक्षक