मैनपुरी लोकसभा सीट के लिए हो रहे उपचुनाव जहां सपा और भाजपा प्रत्याशियों का इम्तिहान है तो वहीं लोकसभा क्षेत्र के पांच मौजूदा विधायकों के लिए ये अग्निपरीक्षा है। सात माह पहले ही हुए विधानसभा चुनाव में विधायकों ने अपना इम्तिहान तो पास कर लिया था, लेकिन खुद को साबित करने के लिए उन्हें फिर से ये अग्निपरीक्षा पास करनी होगी। ऐसे में विधायकों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है।
मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है। पांच दिसंबर को उपचुनाव के लिए मतदान होना है। वैसे तो छह प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला सपा प्रत्याशी डिंपल यादव और भाजपा प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य के बीच है। इन दोनों ही प्रत्याशियों की मैनपुरी के रण में ये पहला चुनावी इम्तिहान है। मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में पांच विधानसभा सीटें शमिल हैं। इसमें मैनपुरी जिले की मैनपुरी सदर सीट, भोगांव, किशनी और करहल के साथ ही इटावा जिले की जसवंतनगर सीट भी शामिल है।
मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है। पांच दिसंबर को उपचुनाव के लिए मतदान होना है। वैसे तो छह प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला सपा प्रत्याशी डिंपल यादव और भाजपा प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य के बीच है। इन दोनों ही प्रत्याशियों की मैनपुरी के रण में ये पहला चुनावी इम्तिहान है। मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में पांच विधानसभा सीटें शमिल हैं। इसमें मैनपुरी जिले की मैनपुरी सदर सीट, भोगांव, किशनी और करहल के साथ ही इटावा जिले की जसवंतनगर सीट भी शामिल है।