छत्रसाल स्टेडियम में पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के आरोपी ओलंपियन पहलवान सुशील कुमार का अब नया ठिकाना मंडोली जेल नंबर 15 हो गया है। अदालत की तरफ से सुशील को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए जाने के बाद पुलिस ने उसका मेडिकल कराया और देर रात उसको लेकर मंडोली जेल पहुंची। कोरोना महामारी को लेकर फिलहाल सुशील को जेल नंबर 15 में ही 14 दिन के लिए अन्य कैदियों से अलग रखा गया है। कोर्ट में सुनवाई के दौरान ही जेल जाने से डर रहे सुशील कुमार का वहां पहुंचकर बुरा हाल है। कहने को तो सुशील का बर्ताव इस पूरे मामले में शातिर अपराधी का रहा लेकिन जेल का खौफ उसके मन में जिस तरह से दिखाई दिया उसकी उम्मीद तो पुलिस भी नहीं कर रही थी। जेल सूत्रों का कहना है कि उसकी पहली रात अपने बैरक में टहलते व करवटें बदलते गुजरी। जानिए कैसी बीती पहलवान सुशील कुमार की जेल में पहली रात....
तिहाड़ जेल महानिदेशक संदीप गोयल ने इस बात की पुष्टि की है कि ओलंपियन पहलवान सुशील को दिल्ली के मंडोली जेल संख्या 15 में रखा गया है। सुशील में अगर कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं तो उसका कोविड टेस्ट करवाया जाएगा। फिलहाल उसे 14 दिन अन्य कैदियों से अलग क्वारंटीन में रखा गया है।
जेल के अधिकारिक सूत्रों के अनुसार देर रात जेल पहुंचने के बाद सुशील को जेल का खाना दिया गया, लेकिन उसने खाना खाने से मना कर दिया। इस मामले में सुशील के साथ शामिल रहे सभी आरोपियों को इसी जेल में रखा गया है। बताया जा रहा है कि सुशील कुमार न तो रात में खाना खाया न वह ठीक से सो सका।
वह अपने बैरक में ही कभी चक्कर काटता रहा, कभी करवटें लेता रहा। जेल सूत्रों का कहना है कि जेल पहुंचने पर सुशील काफी डरा हुआ था। वहीं पुलिस सूत्रों का कहना है कि सुशील गैंगस्टरों से डर की वजह से जेल जाने से कतरा रहा था और पुलिस के सामने रो रहा था। जेल अधिकारियों का कहना है कि सुशील को तमिलनाडु पुलिस की सुरक्षा में रखा जाएगा और उसपर सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जाएगी।
जानकारी के अनुसार सुशील को लगता था कि यदि वह बिना जठेड़ी से समझौता करवाए जेल गया तो उस पर जेल में भी हमला हो सकता है। ऐसे में सुशील ने पुलिस अधिकारियों से रिमांड बढ़वाने की गुहार लगवाई थी। वहीं पुलिस अधिकारी इन सबसे पूरी तरह इनकार कर रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि और सबूत जुटाने के लिए उसकी रिमांड मांगी गई थी। दूसरी ओर सुशील के करीबियों ने मांग की है कि रिमांड पूरी होने के बाद सुशील को जेल के अलग सेल में रखा जाए और उसको जेल में भी सुरक्षा दी जाए। सूत्रों का कहना है कि जेल प्रशासन ने भी इसकी तैयारी की हुई है।