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सिरसा

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Haryana: पंजाब पुलिस ने अमृतपाल समर्थक की तलाश के लिए सिरसा में मारा छापा, एक को थाने लेकर गई

वारिस पंजाब दे के प्रमुख भगोड़े अमृतपाल सिंह से संबंधित मामले में पंजाब पुलिस हरियाणा के सिरसा के रानियां खंड के गांव कुत्ताबढ़ में पहुंची और एक युवक को हिरासत में लिया है। पुलिस कुत्ताबढ़ निवासी बलविंदर को पूछताछ के लिए रानियां थाना में लेकर आई। देर रात तक पुलिस ने बलविंदर सिंह से पूछताछ की।

जानकारी के अनुसार पंजाब पुलिस की एक टीम ने मंगलवार को रानियां क्षेत्र में दूसरे दिन फिर से दबिश दी। इस दौरान पंजाब पुलिस के साथ इंटेलिजेंस ब्यूरो की टीम भी मौजूद रही। दोपहर को रानियां पुलिस को साथ लेकर पंजाब पुलिस क्षेत्र के गांव कुत्ताबढ़ से बलविंदर सिंह को पूछताछ के लिए रानियां थाना में लेकर आई।

इस टीम में कई अधिकारी व पुलिस कर्मचारी मौजूद रहे जोकि सादा वेशभूषा में थे। पकड़े गए युवक से देर शाम तक पूछताछ जारी रही। बता दें कि इससे पूर्व पंजाब पुलिस ने दो दिन पहले नगराना में नाकेबंदी करके कई लोगों से पूछताछ की, जिससे अमृतपाल को लेकर पंजाब पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले हैं। इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है।
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Sirsa: नशे की गोलियों की तस्करी करने वाले चार तस्करों को 20-20 साल कैद, न्यायाधीश बोले- सख्त सजा देना जरूरी

हरियाणा के सिरसा में प्रतिबंधित गोलियों की तस्करी करने वाले चार तस्करों को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश कुलदीप सिंह ने 20-20 साल कैद और 2-2 लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है। जुर्माना न भरने पर 2-2 अतिरिक्त कारावास भुगतना पड़ेगा।

सजा का फैसला सुनाए जाने से पहले दोषियों ने सजा में नरमी बरतने की गुहार लगाई थी। न्यायाधीश कुलदीप सिंह ने इस गुहार के जवाब में कहा कि नशे के कारण नौजवान पीढ़ी का जीवन बर्बाद हो रहा है। इसलिए नशा तस्करों पर सख्त दंड देना जरूरी है, ताकि युवाओं का जीवन बर्बाद होने से बचाया जा सके। सख्त सजा से तस्करी करने वालों को कड़ा संदेश जाएगा।

इस मामले में डिंग थाना पुलिस ने सितंबर 2018 को केस दर्ज किया था। मामले के अनुसार 20 सितंबर 2018 को भावदीन बस स्टैंड पर गश्त कर रही पुलिस को सूचना मिली कि सुनील कुमार निवासी खारियां व गुरविंद्र उर्फ सेठी निवासी गांव रघुआना फतेहाबाद की ओर से काफी मात्रा में नशे में प्रयुक्त होने वाली गोलियां गाड़ी में लेकर आएंगे। इनके साथ अन्य साथी भी हैं।

सूचना के आधार पर पुलिस ने नेशनल हाईवे नौ पर नाकाबंदी कर दी और वाहनों की जांच करने लगे। इसी दौरान पुलिस ने एक गाड़ी को रुकवाया। इसमें चार लोग सवार थे। गाड़ी की तलाशी के दौरान नशे में प्रयुक्त होने वाली प्रतिबंधित एक लाख 17 हजार गोलियां बरामद हुईं।

आरोपियों की पहचान सुनील कुमार निवासी खारियां, गुरविंद्र निवासी गांव रघुआना, विकास निवासी खारियां, कुलदीप उर्फ गौरी निवासी रघुआना के रूप में हुई। आरोपियों ने ये गोलियां गत्ते की पांच पेटियों में रखी हुई थीं। इसके बाद पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर लिया। सोमवार को इस मामले का निपटारा करते हुए एएसजे कुलदीप सिंह ने दोषियों को 20-20 साल कैद की सजा सुनाई।
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Sirsa: खालिस्तानी संगठन के समर्थक की रानियां के नगराना में ट्रेस हुई लोकेशन, पुलिस ने गांव को घेरा

कनाडा में सक्रिय खालिस्तानी संगठन व वारिस पंजाब दे जत्थेबंदी के तार हरियाणा के सिरसा जिले के रानियां के गांव नगराना निवासी युवक से जुड़ने पर पंजाब की एनआईए टीम यहां गांव की घेराबंदी कर दी। टीम ने गांव की एक ढाणी में दस्तक दी और मोबाइल नंबर के आधार पर परिवार के सदस्यों से पूछताछ की गई। हालांकि इस दौरान पंजाब पुलिस एक युवक को अपने साथ पूछताछ के लिए ले गई। पुलिस ने अमृतपाल के नजदीकी समर्थक की लोकेशन के आधार पर छापा कार्रवाई की थी।

जानकारी मुताबिक रविवार करीब 4 बजे पंजाब व हरियाणा पुलिस की आधा दर्जन गाड़ियां रानियां के गांव नगराना के पास स्थित लखविंद्र सिंह की ढाणी में पहुंची। इस टीम का नेतृत्व पंजाब इंटेलीजेंस विंग के एसआई प्रदीप कुमार कर रहे थे, जबकि इस दौरान सिरसा डीएसपी साधूराम और सिरसा सीआईए के प्रदीप कुमार की टीम भी उपस्थित रही।

पुलिस ने पूरे क्षेत्र को घेरते हुए नाकेबंदी कर दी। टीम ने घर पर मौजूद परिजनों से पूछताछ शुरू की। सूत्रों की मानें तो टीम के पास कनाडा में सक्रिय खालिस्तान संगठन व भगौड़े अमृतपाल के संगठन वारिस पंजाब दे से जुड़े हुए कुछ फोन नंबर थे, जिन पर नगराना निवासी लखविंद्र पुत्र केहर सिंह की बातचीत होती थी। छापा कार्रवाई के दौरान लखविंद्र सिंह घर पर मौजूद नहीं था।

पुलिस ने इस मामले में लखविंद्र के भाई जसविंद्र से पूछताछ की। वहीं पुलिस पूछताछ में जसविंद्र सिंह ने बताया कि उनका इस मामले से कोई संबंध नहीं है। जो फोन नंबर पुलिस के पास हैं वह कनाडा में उनकी महिला रिश्तेदार का है। उसी फोन नंबर पर ही बात होती रही है। फिर पुलिस ने जसविंद्र सिंह को पूछताछ के लिए रानियां थाने में बुलाया।

छापा कार्रवाई के दौरान पुलिस ने घर में परिजनों के मोबाइल भी खंगाले और फोन नंबर चेक किए। सूत्रों की मानें तो एनआईए की टीम एक युवक को अपने साथ पूछताछ के लिए लेकर गई है। बता दें कि भगौड़े अमृतपाल को लेकर सिरसा पुलिस पहले से ही अलर्ट पर है।

पंजाब और राजस्थान बॉर्डर पर भी पुलिस की ओर से लगातार सख्ती की गई है। वहीं सिरसा जिला के अंदर पुलिस को खालिस्तानी संगठनों से जुड़े हुए लोगों के इनपुट भी मिले हैं। इसको लेकर सिरसा पुलिस अलर्ट पर थी। अब पुलिस जांच की कड़ियों को आपस में जोड़ रही है।


पंजाब से जो टीम आई थी, हमने उनका पूरा सहयोग किया है। अभी इस मामले में फिलहाल पुलिस की पूछताछ जारी है। अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। - साधू सिंह, डीएसपी, सिरसा
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Sirsa: अवैध कॉलोनी का निर्माण कर बेचे जा रहे थे प्लाट, चार भाईयों पर मामला दर्ज

सिरसा के शमशाबाद पट्टी क्षेत्र में बिना अनुमति के अवैध रूप से कॉलोनी काट रोड का निर्माण करने पर शहर थाना पुलिस ने चार भाइयों पर मामला दर्ज किया है। डीटीपी की तरफ से कई बार नोटिस दिए जाने के बाद भी आरोपियों ने अनुमति नहीं ली तो इसके पश्चात अब पुलिस को मामले की शिकायत दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर सी ब्लॉक निवासी रवि कुमार, सुशील कुमार, अशोक कुमार पुत्र हरचरण दास और राजेश कुमार पुत्र चंद्रप्रकाश के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार
पुलिस ने डीटीपी अशोक गर्ग की शिकायत पर मामला दर्ज किया है। बता दे कि चारों आरोपियों की ओर से लंबे समय से शमशाबाद पट्टी क्षेत्र में खेत की जमीन खरीद कर वहां पर अवैध रूप से कॉलोनी काटने के लिए वहां पर गलियाें का निर्माण किया गया है। आरोपियों ने गलियों के निर्माण के बाद अब लोगों को शहर से बाहर सस्ते दामों पर प्लाट भी बेचने शुरू कर दिए थे। हालांकि डीटीपी की तरफ से पहले भी आरोपियों को कई बार नोटिस जारी किया गया और इस क्षेत्र में पीला पंजा भी चलाया गया है। लेकिन इसके बाद भी आरोपी नहीं माने तो अब पुलिस की ओर से कार्रवाई की गई है।
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Haryana: पहलवानों के समर्थन में सड़कों पर उतरे विभिन्न संगठन, सरकार को नींद से जगाने के लिए कर रहे प्रदर्शन

दिल्ली में न्याय की मांग को लेकर पहलवानों के समर्थन में विभिन्न संगठन उतर आए हैं। सुबह ही जन संघर्ष मंच के नेतृत्व में कई अन्य संगठनों के कार्यकर्ता भी एकत्रित हुए, जो सेक्टर 10 से जुलूस के रूप में जिला सचिवालय पहुंचे। यहां पर कार्यकर्ताओं ने जमकर रोष जताया तो वहीं महिला पहलवानों को न्याय दिलाने की मांग की। मंच की महासचिव एडवोकेट सुदेश कुमारी व उषा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की।

महिला पहलवानों का अपमान असहनीय
उन्होंने कहा कि जिन खिलाड़ियों ने देश का गौरव पूरी दुनिया में बढ़ाया है और उन्हें अपनी ही सरकार न्याय नहीं दे पा रही है। यहां तक कि धरना दे रही महिला पहलवानों के साथ बदसलूकी व मारपीट तक सरेआम की जा रही है। यह महिला पहलवानों का ही नहीं पूरे देश की बेटियों का भी अपमान है, जो किसी भी स्तर पर सहन नहीं किया जा सकता।

सरकार जानबूझ कर खिलाड़ियों के साथ ऐसा व्यवहार कर रही
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार जानबूझ कर खिलाड़ियों के साथ ऐसा व्यवहार कर रही है, लेकिन इससे उनका मनोबल टूट रहा है तो दूसरे खिलाड़ियों पर भी विपरित असर पड़ रहा है। कुश्ती संघ के अध्यक्ष एवं यौन शोषण के आरोपी बृजभूषण सिंह को सरकार तत्काल गिरफ्तार करवाकर पीड़ितों को न्याय दिलाएं।

खिलाड़ियों के समर्थन में शहीद भगत सिंह खेल स्टेडियम में एकत्र हुए किसान और कर्मचारी संगठन
सिरसा में खिलाड़ियों का समर्थन करने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर जिले भर के किसान संगठन और कर्मचारी संगठन लघु सचिवालय में एकत्र हुए यहां पर प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग उठाई
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Sirsa: फर्जी फर्म बनाकर 30 लाख का चूना लगाने के मामले में तत्कालीन डीटीसी व ईटीओ गिरफ्तार

हरियाणा के सिरसा में सिगरेट के फर्जी कारोबार के लिए जेसी इंटरप्राइजेज के नाम से फर्जी फर्म बनाकर सरकार को 30 लाख रुपये का चूना लगाने के मामले में एसआईटी ने बड़ी कार्रवाई की है। एसआईटी ने आबकारी एवं कराधान विभाग के तत्कालीन डीटीसी जीसी चौधरी तथा तत्कालीन ईटीओ अशोक सुखीजा को गिरफ्तार किया है।

एसआईटी ने दोनों आरोपियों को मंगलवार को अदालत में पेश कर एक दिन की रिमांड पर लिया है। रिमांड अवधि के दौरान दोनों आरोपियों से पूछताछ कर इस प्रकरण से जुड़ी तमाम जानकारी हासिल की जाएगी। इस संबंध में ईटीओ चाप सिंह की शिकायत पर 24 अक्टूबर 2020 को विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत शहर थाना सिरसा में अभियोग दर्ज कर जांच शुरू की गई थी।

मुख्य आरोपी महेश बंसल ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर हरियाणा तथा राजस्थान में सिगरेट का फर्जी कारोबार दिखाकर सरकार को करीब 30 लाख रुपये का चूना लगाया था। इसके बाद महेश बंसल को पहले ही काबू कर लिया गया। मामले की जांच किए जाने के बाद संबंधित अधिकारी भी दोषी पाए गए थे। इन पर मामला दर्ज किया गया। महेश बंसल से पूछताछ किए जाने के बाद उसने कई अन्य नाम भी पुलिस के सामने बताए हैं।

प्रॉपर्टी की भी जांच करेेगी टीम
फर्जी फर्म बनाकर करोड़ाें का टैक्स चोरी करने के मामले में पुलिस लगातार जांच कर रही है। पुलिस ने पहले भी मामले से जुड़े आरोपियों की प्रॉपर्टी की जांच की थी। इसके बाद आरोपी व उसके परिवार के नाम पर खरीदी गई प्राॅपर्टी को अटैच करने को लेकर आदेश दिए थे। ऐसे में अब फिर से पुलिस आरोपी अधिकारियों की प्रॉपर्टी की जांच करेगी। जांच के बाद प्रॉपर्टी को अटैच करने की कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है।

एसपी बोले
मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। जो भी संलिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। -उदय सिंह मीना, एसपी, सिरसा।
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Haryana: 20 हजार रुपये रिश्वत मांगने की ऑडियो वायरल, मंत्री की बहन पर लगे आरोप, यह है पूरा मामला

हरियाणा के सिरसा में मजदूर के देहांत के बाद मिलने वाली मुआवजा राशि को लेकर एक महिला कर्मचारी पर रिश्वत मांगने का आरोप लगा है। महिला कर्मचारी हरियाणा सरकार में श्रम राज्यमंत्री अनूप धानक की बहन बताई जा रही है। इसका ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस मामले में एक ओर शिकायतकर्ता ने शपथ पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है, वहीं दूसरी ओर महिला कर्मचारी ने आरोप बेबुनियाद बताते हुए विभागीय जांच शुरू करवाने का दावा किया है।

सिरसा के पंचायत भवन में गुरुवार को कष्ट निवारण समिति की बैठक हुई थी। कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल शिकायतें सुन रहे थे। इस दौरान एजेंडा में शामिल शिकायत नंबर 14 में शिकायतकर्ता गांव डिंग निवासी कुलदीप ने बताया कि उसकी माता की हरियाणा भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की कॉपी बनी हुई थी।

उन्होंने बताया कि माता के देहांत के बाद सहायता राशि आनी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि कार्यालय में कार्यरत एक महिला कर्मचारी ने इसकी एवज में 20 हजार रुपये की मांग की। उसने बताया कि उक्त महिला कर्मचारी हरियाणा सरकार में श्रम राज्य मंत्री अनूप धानक की बहन है।

इससे बैठक में सन्नाटा छा गया। शिकायत की सुनवाई करते हुए कृषिमंत्री जेपी दलाल ने कहा कि शिकायतकर्ता शपथ पत्र दे तो कार्रवाई जरूर होगी। इसके बाद उन्होंने तुरंत प्रभाव से शपथ पत्र भी दे दिया है। अब इस मामले की जांच डीएसपी जगत सिंह को सौंपी गई है।

शिकायतकर्ता ने दिया शपथपत्र, रिश्वत मांगने का ऑडियो भी वायरल
शिकायतकर्ता कुलदीप ने शपथ पत्र में आरोप लगाया है कि उसकी माता मजदूरी करती थी और लेबर की कॉपी बनी हुई है। उन्होंने बताया है कि माता की मृत्यु के बाद 2 लाख 15 हजार रुपये की सहायता राशि आनी थी। इसके लिए उन्होंने आवेदन किया था। उन्होंने आरोप लगाया है कि एक महिला कर्मचारी ने 20 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की है। दूसरी ओर सोशल मीडिया पर एक ऑडियो भी वायरल हो गया। इसमें एक महिला 20 हजार रुपये रिश्वत की मांग कर रही है, लेकिन ये स्पष्ट नहीं है कि उक्त ऑडियो इसी केस से जुड़ा है या नहीं।

ऑडियो में बातचीत के अंश
  • शिकायतकर्ता : नमस्कार मैडम जी ठीक हो।
  • महिला: हां जी, नमस्ते ठीक हैं।
  • शिकायतकर्ता: वो काम करवा दो जी हमारा।
  • महिला: जी, कौन सा काम?
  • शिकायतकर्ता : डेथ वाला।
  • महिला: अच्छा कुलदीप बोल रहे क्या। हां, जी आपको बताया तो है उस काम के लिए।
  • शिकायतकर्ता: तो दे देंगे 20 हजार रुपये, देना तो है ही।
  • महिला: पहले देने पड़ेंगे जी, अगर काम करवाना है तो।
  • शिकायतकर्ता: देना तो है ही मैडम जी, काम होते ही दे दूंगा, अगर न दें तो बताइओ।
  • महिला: ना जी, 20 हजार रुपये ज्यादा तो नहीं हैं।
  • शिकायतकर्ता: ज्यादा तो नहीं हैं, लेकिन काम होते ही पैसे दे दूंगा।
  • महिला: न जी, पहले देने पड़ेंगे, अगर दे सकते हो तो दे दो।

ऑडियो में मेरी आवाज नहीं है और आरोप बेबुनियाद हैं। मैंने इसकी शिकायत विभाग के अधिकारियों को कर दी है और इसकी जांच भी विभागीय स्तर पर शुरू हो गई है। - बबीता, महिला कर्मचारी।

सिरसा के राजवीर व कुलदीप नामक व्यक्ति ने बड़े षडयंत्र के तहत रिश्वत मांगने का झूठा ऑडियो वायरल किया है। मेरी बहन का विभाग में मजदूरों की कॉपी को सत्यापन करने या लोन देने का कोई भी कार्यभार नहीं है। राजवीर व कुलदीप तथा अन्य व्यक्ति ने बड़े षड्यंत्र के तहत किसी और महिला की आवाज में रिश्वत मांगने के आरोप लगाकर ऑडियो वायरल किया गया है। श्रम विभाग के अधिकारियों द्वारा मामले की जांच की जा रही है। उनके खिलाफ जांच के बाद उचित कानूनी कार्रवाई करवाई जाएगी, ताकि भविष्य में किसी कर्मचारी या अधिकारी को ब्लैकमेल न करने पाए। -अनूप धानक, श्रम राज्यमंत्री, हरियाणा सरकार

इस मामले में शिकायतकर्ता की ओर से शपथ पत्र आ गया है। अब इस मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी। - उदय सिंह मीना, पुलिस अधीक्षक, सिरसा
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Sirsa:  गांव छोड़कर जाने की धमकी देकर की हवाई फायरिंग, पुलिस ने मां, बाप और बेटे पर किया केस दर्ज

ऑडियो वायरल
सिरसा में जातिसूचक गालियां निकालने, फायर करने व जान से मारने की धमकी देने की शिकायत के आधार पर बडागुढ़ा पुलिस ने मां, बाप और बेटे पर मामला दर्ज किया है। पुलिस को दी शिकायत में मलकीत सिंह पुत्र इंद्राज सिंह मेघवाल निवासी गांव रघुआना ने बताया कि उसके पड़ोस में रहने वाले जसकरण सिंह से उसका करीब तीन से चार माह पहले झगड़ा हुआ था। उस समय जसकरण ने अवैध पिस्तौल से उस पर फायर किए और साथ गाली गलौच करते हुए गांव छोड़कर भाग जाने की धमकी देते गोलियां से भून देने की भी चेतावनी दी।

शिकायत देने का मजा चखाने की बात कहते हुए उस पर फायर किया
जिसके बाद उसने मामले की शिकायत बडागुढ़ा थाना में दी। लेकिन पंचायत ने इलेक्शन के चलते उसका थाने में पहुंचकर राजीनामा करवा दिया। जिसके पश्चात अब फिर से वीरवार को जसकरण ने शाम साढ़े सात बजे अवैध पिस्तौल लेकर उसके घर के बाहर पहुंच गया। उसने घर के दरवाजे पर पहुंचते ही उसे जातिसूचक गालियां निकाली और पुलिस को शिकायत देने का मजा चखाने की बात कहते हुए उस पर फायर कर दिया। गोली से बचने के लिए वह जमीन पर बैठ गया और गोली उसे ऊपर से निकल गई।

पुलिस कर रही मामले की जांच
जिसके बाद वह अपनी जान बचाने के लिए अपने भाई के घर में चला गया। जसकरण ने उस पर फिर से फायर कर दिया। लेकिन वह बच गया। जिसके पश्चात अब उसने मामले की शिकायत बडागुढ़ा थाना पुलिस को दी है। वहीं उसने आरोप लगाया की जसकरण सिंह को उकसाने में उसकी मां बलजीत कौर व पिता गुरदेव सिंह का हाथ है। पुलिस ने मामले की शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
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Sirsa: चोरों ने पांच दुकानों के ताले तोड़े; करियाणा, मेडिकल व पेस्टिसाइड शॉप को बनाया निशाना, कार से आए चोर

सिरसा के जनता भवन रोड पर स्थित करियाणा, मेडिकल और तीन पेस्टिसाइड सहित पांच दुकानों के ताले तोड़कर चोरों ने चोरी की वारदात को अंजाम दे दिया। चोरों ने वीरवार सुबह चार बजे वारदात की है। आई 20 कार में सवार होकर आए तीन बदमाशों ने घटना के अंजाम दिया है। सुबह घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस अब मामले की जांच में जुटी है और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। चोर चार दुकानों से करीब 45 हजार की नकदी चोरी कर ले गए है। जबकि एक दुकान के ताले ही तोड़े है।

पुलिस खंगाल रही सीसीटीवी फुटेज
सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई घटना के अनुसार बदमाश सुबह करीब चार बजे कार में सवार होकर आए। इनमें से दो बदमाशों ने मुंह बांध रखे थे और कपड़ा ओढ़ रखा था। पहले बदमाशों ने वहां पर रेकी की और इसके पश्चात कार से लोहे की रॉड निकाल कर ताले तोड़ दिए। ऐसे में एक बदमाश दुकान के शटर को उठा दुकान के अंदर चला गया और रॉड से दुकान का गल्ला तोड़कर उसमें रखी नकदी निकाल ली। इसी तरह से ही बदमाशों ने पांच दुकानों पर चोरी की वारदात को अंजाम दिया है।

सुबह चार बजे बदमाशों ने चोरी की वारदात को दिया है अंजाम
बदमाश करीब आधे घंटे तक यहां पर बार बार दुकानों के ताले तोड़ते रहे और गल्ले से नकदी निकालते रहे और बाद में वहां से फरार हो गए। सुबह जब दुकानदार दुकान खोलने के लिए मौके पर पहुंचे तो उन्हें घटना की जानकारी मिली। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटी हुई है। मौके पर शहर थाना पुलिस, साइबर सैल सहित अन्य टीमें जांच करने में जुटी हुई है। पुलिस अभी गाड़ी के नंबर को ट्रेस करने का प्रयास कर रही है।
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Sirsa:  जेसीबी की चपेट में आने से बच्ची की मौत, कूड़ा डंपिंग स्टेशन पर खेल रही थी, टायर के नीचे आई

सिरसा के डबवाली क्षेत्र स्थित वार्ड नम्बर 4 में स्थित नगर परिषद के कूड़ा डंपिंग स्टेशन पर खेल रहे 5-7 बच्चों में से एक बच्ची जेसीबी के टायर के नीचे आ गई। जिसके फलस्वरूप उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतका की पहचान 4 वर्षीय सुरभि पुत्री गिला निवासी सिरसा के तौर पर हुई है। सुरभि अपनी नानी पुष्पा रानी निवासी वार्ड नं. 18, हर्ष नगर डबवाली में रहती थी। नगर परिषद के चेयरमैन टेक चंद छाबड़ा सिविल अस्पताल पहुंचे और सुरभि के परिजनों से संतावना व्यक्त की।

ये था पूरा मामला
बताया जा रहा है कि डंपिंग स्टेशन के पास बच्चे खेल रहे थे। इस दौरान जेएक बच्ची जेसीबी के टायर की चपेट में आ गई। घटना की सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए। घायल बच्ची को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना पुलिस को दी गई है। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। बच्ची के शव को अस्पताल के मोर्चरी हाउस में रखवाया गया है। घटना के बाद नगर परिषद चेयरमैन ने भी मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी हासिल की।
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हरियाणा में एनआईए की रेड: खालिस्तानी समर्थक के शक में करनाल में रेड, सिरसा में कांग्रेसी नेता का घर खंगाला

हरियाणा के कई जिलों में एनआईए ने छापामार कर कार्रवाई को अंजाम दिया है। सोनीपत में एनआईए की टीम ने छापा मारकर कार्रवाई की। तड़के साढ़े चार बजे ही एनआईए की टीम सोनीपत पहुंच गई थी। पुलिस लाइन से स्थानीय पुलिस टीम को साथ लेकर टीम  ने गांव पलड़ा में अक्षय पलड़ा व जठेड़ी में संदीप उर्फ काला जठेड़ी से जुड़े दो युवकों के ठिकानों पर छापा मारा। बाद में टीम गांव पिनाना में काला जठेड़ी के भांजे सोनू उर्फ महाल के घर पर भी छापा मारा।

कुख्यात अक्षय पलड़ा व सोनू पिनाना के ठिकानों पर की छापा मार कार्रवाई
टीम ने स्थानीय पुलिस टीमों के साथ लेकर छापे मारे। गैंगस्टर के घरों के आसपास तक लोगों को नहीं जाने दिया। कुख्यात गैंगस्टर अक्षय पलड़ा राजू बसौदी का साथी है और कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई से जुड़ा है। बताया जा रहा है कि एनआईए ने इनके संबंध आतंकवादियों और खालिस्तान समर्थकों से होने की आशंका के चलते जांच की है। आशंका है कि उन्हें विदेशों से हथियार और अन्य मदद मिलती है। अक्षय पलड़ा को पंजाब के बठिंडा में गिरफ्तार किया गया था और पंजाब की जेल में बंद है। अक्षय पलड़ा पर 23 मुकदमे दर्ज हैं। जिसमें हत्या, रंगदारी व हत्या प्रयास के मुकदमे शामिल हैं।

कुख्यात काला जठेड़ी का भांजा है सोनू पिनाना
वहीं सोनू महाल पिनाना का रहने वाला और उस पर कई मुकदमे दर्ज है। वह गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से जुड़े संदीप उर्फ काला जठेड़ी का भांजा है। वहीं टीम ने गांव जठेड़ी में कुख्यात काला जठेड़ी से जुड़े दीपक व तरुण उर्फ जोनी के घर पर भी पहुंचकर जांच की।
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Sirsa: स्पेशल एनडीपीएस कोर्ट में नौ दिनों में 403 केस लगे, चार नशा तस्कर को सुनाई गई सजा

मादक पदार्थ अधिनियम मामलों के निपटारे के लिए स्पेशल एनडीपीएस कोर्ट को स्थापित हुए दस दिन हो गए हैं। इन दस दिनों में स्पेशल कोर्ट के न्यायाधीश डॉ अशोक कुमार ने मामलों की सुनवाई की है। पुराने केसों में 5 दिन से ज्यादा तारीख नहीं दी जा रही है। काफी केसों में बहस शुरू हो चुकी है।

स्पेशल एनडीपीएस कोर्ट में फटाफट हो रही है सुनवाई
बीते नौ दिनों में विशेष अदालत में 403 मामलों की सुनवाई हुई। इस दौरान दो तस्करों को 10-10 साल कैद की सजा सुनाई गई। इसके अलावा दो अन्य एनडीपीएस मामलों में अर्थदंड की सजा दी। बता दें कि सिरसा में विशेष एनडीपीएस अदालत की स्थापना पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने की है। विशेष अदालत की स्थापना करने की जरूरत इसलिए पड़ी, क्योंकि सिरसा में मादक पदार्थ तस्करी के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिले में हर रोज करीब तीन एफआईआर एनडीपीएस की दर्ज होती हैं। इस अदालत में विभिन्न न्यायालयों से 2700 केस शिफ्ट होकर आए हैं। स्पेशल कोर्ट में हर रोज 50 से 60 के करीब केसों की सुनवाई कर रही है।

तस्करों को बेल मिलना बहुत मुश्किल
स्पेशल स्पेशल कोर्ट के न्यायाधीश डॉ. अशोक कुमार की गिनती काफी सख्त न्यायाधीशों में होती है। वे तस्करी के मामलों में दोषियों को सख्त कार्रवाई की सजा सुनाते हैं। वकीलों के बीच भी चर्चा यही होती है कि डॉ अशोक कुमार की अदालत में बेल एप्लीकेशन मंजूर होना बहुत मुश्किल है। एनडीपीएस के मामलों में तो शुरुआती दिनों में बेल मिलना नामुमकिन है।

हर रोज हो रही है 50 से 60 केसों की सुनवाई
विशेष एनडीपीएस कोर्ट ने एक मई से कामकाज शुरू किया था। एक मई को 56 केसों की सुनवाई इस कोर्ट में हुई। दो को 52 केस, तीन मई को 60, चार मई को 42, पांच मई को 38, छह मई को 32, आठ मई को 68 व नौ मई को 55 केसों की सुनवाई स्पेशल कोर्ट में हुई।

विशेष न्यायालय ने दो तस्करों को सुनाई 10 साल की कैद
मादक पदार्थ तस्करी के मामले में स्पेशल एनडीपीएस कोर्ट (विशेष न्यायालय) ने सोमवार को दो आरोपियों को दोषी करार देते हुए 10-10 साल कैद व एक-एक लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी। जुर्माना न भरने पर एक-एक वर्ष अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा। विशेष न्यायालय के न्यायाधीश डॉ. अशोक कुमार ने दोषियों को सजा सुनाते हुए कहा कि नशा युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रहा है।

नशीले पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाना बहुत जरूरी है, ताकि नौजवानों का जीवन नशे से बचाया जा सके। इसलिए तस्करी करने वालों को कठोर दंड देना बहुत ही जरूरी है, ताकि वे फिर से ड्रग की तस्करी करने बारे सोच भी न सकें। इस मामले में सदर थाना पुलिस ने 22 अप्रैल 2021 में एफआईआर दर्ज की थी। संवाद
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Sirsa: केस से नाम हटवाने की एवज में रिश्वत लेता बिचौलिया काबू, आरोपी थाना प्रभारी लाइन हाजिर

एनडीपीएस के एक मामले में आरोपी का नाम निकलवाने की एवज में रिश्वत मांगने के आरोप में विजिलेंस ने बडागुढ़ा थाना प्रभारी व एक बिचौलिए के खिलाफ केस दर्ज किया है। विजिलेंस ने बिचौलिए को 40 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ काबू किया है। हालांकि इस कार्रवाई के दौरान थाना प्रभारी थाने में नहीं थे।

दरअसल बडागुढ़ा पुलिस ने बीती तीन मई को गांव बडागुढ़ा क्षेत्र से पंजाब निवासी खुशदीप सिंह और रेशम सिंह सहित 2 लोगों को 17.20 ग्राम हेरोइन सहित काबू किया था। दोनों आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने गांव बीरूवालागुढ़ा निवासी राजू व बीरूराम तथा पंजाब निवासी मंगी सिंह को मामले में शामिल किया था। इस मामले में पुलिस ने पांच मई को बीरूराम को काबू कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

जबकि पुलिस राजू और मंगी सिंह की गिरफ्तारी के लिए छापे मार रही थी। बताया जा रहा है कि गांव मलड़ी निवासी सुखराज उर्फ राजा सिंह ने राजू से ये कहकर रुपये मांगे थे कि वह एसएचओ बडागुढ़ा से सेटिंग कर उसका नाम मामले से निकलवा देगा। राजा सिंह ने राजू से एसएचओ को देने के नाम पर 40 हजार रुपये मांगे।
 
वहीं राजू ने विजिलेंस फरीदाबाद को सूचना दे दी कि राजा सिंह एसएचओ के साथ मिलकर उसका नाम निकलवाने के नाम पर उससे 40 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा है। जिसके बाद विजिलेंस टीम ने थाना प्रभारी व राजा सिंह को रंगे हाथ काबू करने के लिए जाल बिछा दिया।

विजिलेंस टीम देर रात तक थाने के आसपास मौजूद रही, लेकिन आरोपी थाना प्रभारी काशीराम के थाने में न मिलने के चलते विजिलेंस ने बिचौलिए राजा सिंह को काबू कर लिया। इस कार्रवाई में विजिलेंस से निरीक्षक अजीत सिंह, एएसआई विजेन्द्र सिंह व इंदरपाल शामिल थे।
 
कार्रवाई के बाद थाने में हड़कंप मच गया। वहीं विजिलेंस ने विजिलेंस थाने में एसएचओ काशीराम व सुखराज उर्फ राजा सिंह मलड़ी के खिलाफ केस दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि शिकायतकर्ता बीरूवालागुढ़ा निवासी राजू के खिलाफ एनडीपीएस के तीन मुकदमे दर्ज हैं। वहीं बीरूराम के खिलाफ एनडीपीएस के पांच मुकदमों सहित कुल 11 केस दर्ज हैं। आरोपी राजू वर्ष 2019 में एनडीपीएस मामले में बडागुढ़ा पुलिस की कस्टडी से फरार हो गया था। वहीं विजिलेंस की इस कार्रवाई के बाद जितेन्द्र सिंह को बडागुढ़ा थाना प्रभारी लगाया गया है।

राजू एनडीपीएस के मामले में आरोपी है। हमने उसकी गिरफ्तारी के लिए कई बार छापे मारे। मैंने उसका नाम निकालने की एवज में किसी से कोई रिश्वत नहीं मांगी। राजा सिंह ने मुझे फंसाने के लिए मेरे नाम पर पैसे लिए है। इसमें मेरा कोई रोल नहीं है। जिस समय विजिलेंस की कार्रवाई हुई मैं उस समय थाने में था ही नहीं। -काशीराम, आरोपी पूर्व थाना प्रभारी।

थाना प्रभारी को किया लाइन हाजिर, जांच के आदेश
आरोपी थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है। विभाग की जांच जारी है। जांच के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी। -सुरजीत सहारण, पुलिस प्रवक्ता।
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