शादी के जश्न में मामा, बुआ, चाची-ताई ही न हों तो जश्न फीका नजर आता है, लेकिन कोराना महामारी ने सोशल डिस्टेंसिंग को तो बढ़ावा दिया ही साथ ही रिश्तों में भी दूरियां पैदा कर दी हैं। चाहकर भी लोग अपनों की शादी जैसे आयोजनों में शामिल नहीं हो पा रहे हैं। कोराना के खौफ ने लोगों को इस कदर मजबूर कर दिया है कि मेजबान और मेहमान दोनों की संक्रमण के खौफ में हैं। पढ़ें ये रिपोर्ट-
केस 1- बेस्ट फ्रैंड ही शादी में नहीं आ पाया
दिल्ली रोड निवासी अनुभव की लॉकडाउन में शादी हुई। अनुभव बताते हैं सहारनपुर से शादी हुई है। मेरा बेस्ट फ्रैंड ही शादी में नहीं आ पाया। पहले उसने कहा आऊंगा लेकिन शादी के समय उसे सर्दी-जुकाम था तो नहीं आया। शादी जैसे बड़े अवसर पर अपने ही साथ न हों तो मजा नहीं आता।
केस 1- बेस्ट फ्रैंड ही शादी में नहीं आ पाया
दिल्ली रोड निवासी अनुभव की लॉकडाउन में शादी हुई। अनुभव बताते हैं सहारनपुर से शादी हुई है। मेरा बेस्ट फ्रैंड ही शादी में नहीं आ पाया। पहले उसने कहा आऊंगा लेकिन शादी के समय उसे सर्दी-जुकाम था तो नहीं आया। शादी जैसे बड़े अवसर पर अपने ही साथ न हों तो मजा नहीं आता।