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गोरखपुर। मनोचिकित्सक डॉ रामशरण को ब्लैकमेल कर आठ लाख रुपये वसूलने के मामले की विवेचना सीओ की निगरानी में चलेगी। सबूतों और गवाहों के साथ छेड़छाड़ न हो तथा दारोगा के आरोपी होने से विवेचक प्रभावित न हो इसके लिए सीओ कोतवाली वीपी सिंह को निगरानी का जिम्मा सौंपा गया है।
आरोपी चौकी इंचार्ज शिवप्रकाश सिंह और कथित पत्रकार प्रणव के खिलाफ चार्जशीट लगाने के लिए पुलिस के पास सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल और डॉक्टर का बयान तथा फर्जी तरीके से बनाई गई कथित शिकायती पत्र साक्ष्य के तौर पर मौजूद है। फिर भी पुलिस कथित ज्योति की तलाश में जुटी है। शुरुआती जांच में यह तो माना जा रहा है कि ज्योति नाम की कोई शिकायकर्ता नहीं है। वसूली के लिए कहानी गढ़ी गई थी जिसमें ज्योति एक काल्पनिक पात्र है। अगर ज्योति नहीं मिलती है तो फिर मुकदमे से उसका नाम निकाल कर चौकी इंचार्ज शिव प्रकाश सिंह और कथित पत्रकार प्रणव त्रिपाठी पर ही पुलिस चार्जशीट लगाएगी। विवेचक ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज, पैसे के लेन-देन, कॉल डिटेल और कथित ज्योति का शिकायती पत्र आदि को साक्ष्य के आधार पर जुटा लिया है। वहीं हाईप्रोफाइल मामले में विवेचना में चौकी इंचार्ज को बचाने की कोशिश न की जाए इस पर भी ध्यान दिया जा रहा है। अधिकारी किसी भी तरह की चूक से बचना चाहते हैं। यही कारण है कि एसएसपी ने सीओ कोतवाली वीपी सिंह से पूरे मामले में नजर बनाए रखने का निर्देश दिया है।
नोट: आपको हमारी यह स्टोरी कैसी लगी इस पर अपना फीडबैक नीचे बने कमेंट बॉक्स में जरूर दें।
गोरखपुर। मनोचिकित्सक डॉ रामशरण को ब्लैकमेल कर आठ लाख रुपये वसूलने के मामले की विवेचना सीओ की निगरानी में चलेगी। सबूतों और गवाहों के साथ छेड़छाड़ न हो तथा दारोगा के आरोपी होने से विवेचक प्रभावित न हो इसके लिए सीओ कोतवाली वीपी सिंह को निगरानी का जिम्मा सौंपा गया है।
आरोपी चौकी इंचार्ज शिवप्रकाश सिंह और कथित पत्रकार प्रणव के खिलाफ चार्जशीट लगाने के लिए पुलिस के पास सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल और डॉक्टर का बयान तथा फर्जी तरीके से बनाई गई कथित शिकायती पत्र साक्ष्य के तौर पर मौजूद है। फिर भी पुलिस कथित ज्योति की तलाश में जुटी है। शुरुआती जांच में यह तो माना जा रहा है कि ज्योति नाम की कोई शिकायकर्ता नहीं है। वसूली के लिए कहानी गढ़ी गई थी जिसमें ज्योति एक काल्पनिक पात्र है। अगर ज्योति नहीं मिलती है तो फिर मुकदमे से उसका नाम निकाल कर चौकी इंचार्ज शिव प्रकाश सिंह और कथित पत्रकार प्रणव त्रिपाठी पर ही पुलिस चार्जशीट लगाएगी। विवेचक ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज, पैसे के लेन-देन, कॉल डिटेल और कथित ज्योति का शिकायती पत्र आदि को साक्ष्य के आधार पर जुटा लिया है। वहीं हाईप्रोफाइल मामले में विवेचना में चौकी इंचार्ज को बचाने की कोशिश न की जाए इस पर भी ध्यान दिया जा रहा है। अधिकारी किसी भी तरह की चूक से बचना चाहते हैं। यही कारण है कि एसएसपी ने सीओ कोतवाली वीपी सिंह से पूरे मामले में नजर बनाए रखने का निर्देश दिया है।
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