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बागपत

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तस्वीरें: धारदार हथियार से ताबड़तोड़ वार... छात्रा की हत्या मामले में मिले अहम सुराग, जल्द खुलेगा खौफनाक राज

बिजनौर में बढ़ापुर क्षेत्र के कोपा गांव में हुई छात्रा की हत्या के मामले में पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं। इस हत्याकांड का खुलासा करने के लिए पुलिस की चार टीमें लगाई हैं। जल्द ही पुलिस हत्याकांड का खुलासा कर सकती है। 

छात्रा पर किए ताबड़तोड़ वार
गांव कोपा में बारहवीं की छात्रा की धारदार हथियार से ताबड़तोड़ प्रहार कर हत्या की गई। उसके शरीर पर करीब सात जगह वार किए गए और उसका पेट चीर दिया गया। पुलिस को हत्याकांड में अहम सुराग हाथ लगे हैं। किसी करीबी पर ही हत्या किए जाने का शक है।

मरने वाली छात्रा प्रियंका (20 वर्ष) पुत्री स्व. हरस्वरूप बढ़ापुर थाना क्षेत्र के गांव कोपा की रहने वाली थी। वह शनिवार रात में दो बजे घर से लापता हो गई थी। रातभर तलाश करने के बाद भी वह नहीं मिली थी। वहीं रविवार दोपहर करीब 11 बजे उसका शव घर से 20 मीटर दूर ही गन्ने के खेत में पड़ा मिला।
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बड़ा खुलासा: धर्मांतरण से पहले गैर मुस्लिमों को ये किताब देते थे मौलाना कलीम, सबूत जुटाने में जुटी सुरक्षा एजेंसियां

मौलाना कलीम सिद्दीकी के खिलाफ एटीएस सबूत जुटा रही है। जांच में सामने आया है कि धर्मांतरण से पहले गैर मुस्लिमों को मौलाना ‘आपकी अमानत, आपकी सेवा में’ नाम की एक किताब देते थे। वहीं एटीएस की टीम मौलाना से पूछताछ कर रही है और उसके करीबियों की तलाश में आसपास के जिलों में ताबड़तोड़ दबिश दी जा रही है।
 
मौलाना कलीम सिद्दीकी करीब 26 साल से मदरसों, जलसे और धार्मिक कार्यक्रमों में पहुंचकर लोगों से रूबरू होते रहे हैं। हर वर्ग के लोग उनका सम्मान करते थे। एटीएस की जांच में सामने आया है कि धर्मांतरण से पहले गैर मुस्लिम लोगों को ‘आपकी अमानत, आपकी सेवा में’ नाम की पुस्तक दी जाती थी। गैर मुस्लिम लोगों को किताब का पूरा पाठ पढ़ाया जाता था। हालांकि गैर मुस्लिम लोगों के साथ धर्मांतरण करने के लिए जबरदस्ती नहीं होती थी।
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जल्द होगा पर्दाफाश: शमीम ने उगले बड़े राज, आतंकी कनेक्शन तलाश रही एटीएस, पश्चिमी यूपी के जिलों में ताबड़तोड़ दबिश

बिजनौर के शमीम सलमानी ने ही अपने बेटे जावेद तक कश्मीर में पिस्टल पहुंचाई थी। एटीएस और आर्मी इंटेलिजेंस की पूछताछ के बाद कश्मीर के श्रीनगर तक बिजनौर से असलहा की तस्करी होने की तस्वीर साफ हो गई। अब एटीएस हथियारों की तस्करी की सभी कड़ियां जोड़ने में लगी है। सूत्रों का कहना है कि बुधवार रात में एटीएस ने मुजफ्फरनगर में दबिश दी, लेकिन वहां कुछ हाथ नहीं लगा। गुरुवार को भी एटीएस ने शमीम को साथ ले जाकर आसपास के जिलों में दबिश दी।

गुरुवार सुबह एटीएस ने नूरअलीपुर भगवंत उर्फ डहरी के ग्राम प्रधान को फोन कर शमीम को फिर से बुला लिया। बता दें कि शमीम सलमानी की शारीरिक कमजोरी और नशे की लत को देखते हुए बुधवार रात उसे ग्राम प्रधान की सुपुर्दगी में दे दिया गया था। शमीम सलमानी के कोतवाली देहात थाने पहुंचते ही टीम उसे लेकर कहीं के लिए रवाना हो गई। सूत्रों के मुताबिक, रात के वक्त एटीएस ने मुजफ्फरनगर में दबिश दी थी, जबकि गुरुवार की सुबह फिर से शमीम को लेकर निकल गई और जिले में दूसरी जगहों पर दबिश दी। एटीएस उस कड़ी तक जाने का प्रयास कर रही है, जहां से शमीम को पिस्टल मिलते थे। असलहा लेकर शमीम कश्मीर तक पहुंचाने का काम करता था। 

बता दें कि पिछले दस सालों से कश्मीर के श्रीनगर में रहकर सैलून चलाने वाले शमीम सलमानी के बेटे जावेद को आर्मी ने गिरफ्तार किया है। सेना के इनपुट पर ही यूपी एटीएस सक्रिय हुई थी। आर्मी इंटेलिजेंस के दो अधिकारी भी एटीएस के साथ कोतवाली देहात पहुंचे थे। जिन्होंने बुधवार की सुबह ही डहरी के रहने वाले शमीम सलमानी और उसके छोटे बेटे परवेज सलमानी को दबोच लिया था। बुधवार को दिनभर पिता-पुत्र से पूछताछ की गई। इस दौरान एक कार चालक का नाम भी सामने आया था, जिसे शमीम कश्मीर तक लेकर गया था। इस कार चालक को भी हिरासत में लिया गया, लेकिन पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया था।

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बागपत: बेटे के सामने पिता की हत्या करने वाले चार बदमाशों को उम्रकैद, कोर्ट ने जुर्माना भी लगाया

बागपत में मारुति वैन चालक के बेटे के सामने हत्या करने वाले चार बदमाशों को कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। उनमें तीन पर 50-50 हजार व एक पर 52 हजार रुपये का अर्थदंड लगाया है। अर्थदंड जमा नहीं करने पर दो साल की अतिरिक्त सजा होगी। 

अपर जिला शासकीय अधिवक्ता अनुज ढाका ने बताया कि बसा टीकरी गांव निवासी विकास राणा ने सिंघावली अहीर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें कहा था कि उसके पिता अनिल कुमार मारुति वैन चालक थे। वह 24 अक्तूबर 2015 की शाम अग्रवाल मंडी टटीरी से मारुति वैन में चार यात्री हिसावदा के लिए बैठाकर चले थे। वैन में अपने पिता के साथ वह खुद भी मौजूद था। वे ग्राम मीतली के समीप पहुंचे तो एक व्यक्ति ने उसके पिता को तमंचा लगा दिया और उनके पैर में चाकू मार दिया। वे मारुति वैन लूटने के बाद अन्य गाड़ियां लूटना चाहते थे। वे पिलाना भट्ठा से आगे पहुंचे तो वैन की गैस खत्म हो गई। जिससे वे उनको छोडक़र भाग गए। वह अपने पिता को बालैनी के प्राइवेट अस्पताल में लेकर पहुंचा, वहां उनकी मौत हो गई। 

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इस मामले में पुलिस ने जांच कर अब्दुल करीम उर्फ हाजी, जाहिद, इरफान व आरिफ निवासीगण तिलपनी को गिरफ्तार किया था। इनमें अब्दुल करीम घटना के तीन दिन बाद ही चाकू समेत पकड़ा गया। उसको पीड़ित ने पहचान लिया था। इसके कुछ दिन बाद ही अन्य तीनों को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद से ये सभी जेल में बंद हैं। यह मामला एडीजे चतुर्थ सुशील कुमार की कोर्ट में चल रहा था। 

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अपर जिला शासकीय अधिवक्ता अनुज ढाका ने बताया कि हत्या के मामले में कोर्ट ने सभी को उम्रकैद की सजा सुनाई है। वहीं, 50-50 हजार रुपये दंड लगाया है। इसे अदा नहीं करने पर दो-दो साल का अतिरिक्त कारावास होगा। वहीं अब्दुल करीम से चाकू रखने के मामले में एक साल की कैद व दो हजार रुपये सजा सुनाई। अर्थदंड की आधी राशि वादी को देने के आदेश दिए हैं।
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कोर्ट। कोर्ट।

गाजियाबाद: बागपत के युवक को लोनी क्षेत्र के डीएलएफ में गोलियों से किया छलनी, मौत

लोनी के डीएलएफ अंकुर विहार कॉलोनी के पास सोमवार सुबह बागपत निवासी एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। युवक को 8-10 गोलियां मारी गई थीं। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

डीएलएफ अंकुर विहार कॉलोनी के पास दो बाइकों पर सवार चार बदमाशों ने मूल रूप से घिटोरा, बागपत निवासी विकास (35) को दिनदहाड़े गोलियों से भून दिया। आसपास के लोगों ने बताया कि बदमाशों ने युवक को 8 से 10 गोलियां मारी हैं। विकास अपने घर से ऑफिस बाइक से जा रहा था। वह पूजा कॉलोनी में ब्याज पर पैसे देने का काम करता था।

हाल ही में वह डीएलएफ अंकुर विहार कॉलोनी में अपनी पत्नी पूजा के साथ रह रहा था। पुलिस मौके पर पहुंचकर सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
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कातिल भाई: सच जानकर अफसर भी हैरान, शर्म से झुके परिजनों के सिर, आरोपी ने उगला कत्ल का पूरा राज

मेरठ में रेड कारपेट बैंक्वेट हॉल में दूल्हे की भांजी की हत्या का बुधवार को सनसनीखेज खुलासा हुआ। हत्यारोपी कोई और नहीं बल्कि पिलखुआ निवासी मौसेरा भाई विशाल गुप्ता निकला। युवती के साथ उसी ने दुष्कर्म करने का प्रयास किया था और विरोध करने पर गला घोंटकर हत्या कर दी थी। भावनपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर क्राइम सीन भी दोहराया। घटनास्थल पर सिपाही रवि बालियान भी मौजूद था, जिसकी जांच करने का पुलिस दावा कर रही है। 

सोमवार रात बैंक्वेट हॉल में दूल्हे की भांजी की हत्या हो गई थी। परिवार ने सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या होने का आरोप लगाया था। एसएसपी प्रभाकर चौधरी व एसपी देहात केशव कुमार ने पुलिस लाइन में बताया कि विशाल गुप्ता ने शादी समारोह में युवती को कमरे में बुलाकर दुष्कर्म का प्रयास किया था, विरोध करने पर उसकी हत्या कर दी। वारदात के बाद आरोपी मंडप से बाहर आ गया और करीब दो घंटे बाद वापस शादी समारोह में पहुंचा। युवती का पता न लगने पर विशाल और युवती के भाई के बीच कहासुनी भी हुई थी। विशाल ने परिवार के साथ मिलकर युवती को ढूंढने का नाटक भी किया था।
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सनसनीखेज खुलासा: सीआईडी अफसर बनकर करते थे ठगी, पुलिस ने महिला समेत पांच को दबोचा, खुलेंगे बड़े राज

मौके पर जांच करने पहुंची पुलिस।
सीआईडी के फर्जी अफसर बनकर खेकड़ा के बाजार मे मेडिकल स्टोर संचालकों से अवैध वसूली करने आए दो महिलाओं समेत पांच शातिर ठगों को पुलिस ने गिरफतार किया है। पुलिस ने उनके खिलाफ कोतवाली मे मुकदमा दर्ज कर लिया है। 

इन सभी ठगों ने पिछले तीन माह के अंदर दिल्ली और पश्चिमी यूपी के एक दर्जन से अधिक मेडिकल स्टोर संचालकों से आठ लाख रुपये से अधिक की अवैध वसूली की है। पुलिस ने इनके पास से एक वॉकी-टॉकी, तीन मोबाइल फोन और अवैध वसूली के 35 हजार रुपये बरामद किए। पुलिस ने सभी का चालान कर दिया है।

जानिए पूरा मामला
बागपत में खेकड़ा के बाजार में 10 नवंबर को दो महिलाएं तीन युवकों के साथ दीपक शर्मा के मेडिकल स्टोर में पहुंचीं। वहां उन्होंने अपने आप को सीआईडी का अधिकारी बताकर मेडिकल स्टोर में छानबीन कर दवाइयों में कई खामियां बताकर मेडिकल स्टोर का लाइसेंस निरस्त कराकर जेल भेजने की धमकी दी और उससे बचाव के लिए पांच लाख रुपये मांगे। बाद में एक लाख रुपये में डील हुई थी। वहीं दीपक ने डरकर 35 हजार रुपये तभी उन्हें दे दिए थे। 65 हजार रुपये शाम तक देने का वादा किया था। 

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इस दौरान जिला ड्रग इंस्पेक्टर को मामले की सूचना मिल गई। उन्होंने तुरंत कोतवाली पुलिस को फोन कर इन फर्जी अफसरों की जानकारी दी। कोतवाली पुलिस तभी मौके पर पहुंचकर दोनों महिलाओं सहित पांचों ठगों को हिरासत में लेकर कोतवाली ले आई। कोतवाली में उनसे पूछताछ की।

सीओ युवराज सिंह ने बताया कि ठगों के गिरोह की जड़े देश की राजधानी दिल्ली तक फैली है। इनमें दो ठग दिल्ली, एक ठग लोनी और एक ठग गाजियाबाद का रहने वाला है। ये ठग फर्जी सीआईडी अफसर बनकर मेडिकल स्टोर पर पहुंचकर हाथ में वॉकी टॉकी और महंगे फोन लेकर चेकिंग की खानापूर्ति कर दवाइयों में खामियां निकालते हैं। मेडिकल स्टोर संचालक को झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेजने और लाइसेंस निरस्त कराने का डर दिखाकर अवैध वसूली करते हैं। खेकड़ा के बाजार में दीपक शर्मा से भी इन्होंने इसी तरह से अवैध वसूली की है। ठगों के पास से एक वॉकी टॉकी, तीन फर्जी अफसर पहचान पत्र, तीन मोबाइल फोन और अवैध वसूली के 35 हजार रुपये बरामद किए हैं। मेडिकल स्टोर संचालक दीपक शर्मा ने दोनों महिलाओं सहित पांचों ठग अंकुश, अनिल, यामीन के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर गुरुवार को पांचों ठगों का चालान किया।
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बागपत: सैनिक के परिवार को बंधक बनाकर डाली डकैती, सोने-चांदी के जेवरात समेत 63 हजार रुपये लूटकर बदमाश फरार

बागपत जनपद के अमीनगर सराय के कमाला गांव में बुधवार रात बदमाशों ने सैनिक के परिवार को तमंचे के बल पर बंधक बनाकर डकैती डाली। बदमाश सोने-चांदी के जेवरात व 47 हजार रुपये लूटकर ले गए। वे जाते समय परिजनों को कमरे में बंद कर गए। उन्हें दूधिया ने गुरुवार सुबह बाहर निकाला। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन की। वहीं, मामले को चोरी में दर्ज किया है। 

ग्राम कमाला के अजयपाल पुत्र धनपाल ने बताया कि वे मेरठ डिपो में टीआई के पद पर कार्यरत हैं। उनके भाई कृष्णपाल सेना में हवलदार हैं। वह असम में तैनात हैं। दोनों के परिवार एक ही मकान में रहते हैं। वे सभी मकान में छत पर बने कमरों में सोए हुए थे। उसने बताया कि बुधवार रात तीन बदमाश मकान में घुस गए, जबकि तीन नीचे खड़े रहे। बदमाशों ने मुंह पर कपड़ा बांधा हुआ था और तमंचे लिए थे। तमंचे के बल पर बदमाशों ने पहले बच्चों को बंधक बनाया और इसके बाद अजयपाल के कमरे में पहुंचकर उसके हाथ-पैर बांधकर सोफे पर डाल दिया। 

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इसके बाद बदमाशों ने संदूक व अलमारी से सोने-चांदी के जेवरात समेत 47 हजार रुपये लूट लिये। बदमाश जाते वक्त अजयपाल, उनकी पत्नी व तीन बच्चों के अतिरिक्त भाई कृष्णपाल की पत्नी ललिता व दो बच्चों को कमरे में बंद कर गए। 

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वहीं गुरुवार सुबह दूधिया आया तो वे उसकी मदद से कमरे से बाहर आए। इसके बाद एसपी, सिंघावली अहीर पुलिस को फोन करके घटना की जानकारी दी गई। पुलिस ने वहां पहुंचकर छानबीन की और इसके बाद चोरी का मुकदमा दर्ज कर लिया। सीओ अनुज मिश्रा के अनुसार परिजनों को कमरे में बंद करके चोरी की गई है। इसलिए मामला चोरी में दर्ज किया गया है। इस घटना का जल्द खुलासा कर दिया जाएगा।
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बागपत में मुठभेड़: दबोचा गया 25 हजार का इनामी बदमाश, आरोपी अरमान के खिलाफ 14 मुकदमे दर्ज

बागपत जनपद के खेकड़ा में कोतवाली पुलिस और एसओजी टीम के साथ हुई मुठभेड़ में 25 हजार का इनामी बदमाश अरमान पैर में गोली लगने से घायल हो गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जिला अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने उसके पास से बिना नंबर की एक बाइक, देसी तमंचा, कारतूस बरामद किए हैं। बदमाश वर्तमान में दिल्ली के कर्दमपुरा में रह रहा था।

पुलिस क्षेत्राधिकारी युवराज सिंह ने बताया कि कोतवाली पुलिस और एसओजी टीम शनिवार की सुबह करीब साढ़े पांच बजे गांव मुबारिकपुर के जंगल में पूर्वी यमुना नहर पटरी पर वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान बाइक सवार एक युवक को रुकने का इशारा किया तो वह पुलिस टीम पर तमंचे से फायरिंग कर जंगल की ओर भागने लगा। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक गोली पैर में लगने से वह घायल होकर जमीन पर गिर गया। 

इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जिला अस्पताल में भर्ती कराया। उसके पास से एक बिना नंबर की बाइक, एक देसी तमंचा, दो कारतूस बरामद हुए। सीओ के मुताबिक, बदमाश 25 हजार का इनामी अरमान पुत्र मेहर निवासी मोहल्ला अहिरान, खेकड़ा है। फिलहाल वह कर्दमपुरा दिल्ली में रह रहा है। उसने करीब चार माह पूर्व अपने तीन साथियों के साथ गौरीपुर मोड़ से सरियों से लदा ट्रक लूटा था। बागपत कोतवाली पुलिस ने तभी इसके साथी बदमाशों को गिरफ्तार कर ट्रक बरामद कर लिया था। लेकिन यह फरार चल रहा था। शनिवार को गिरफ्तार हुए घायल बदमाश का चालान कर दिया गया।

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अरमान पर बागपत और गाजियाबाद में 14 मुकदमे पंजीकृत
अरमान के खिलाफ खेकड़ा, चांदीनगर, बागपत, बड़ौत और गाजियाबाद जिले के ट्रॉनिका सिटी थाने में संगीन आपराधिक घटनाओं के 14 मुकदमे दर्ज है। इनमें लूट चोरी जानलेवा हमले और धोखाधड़ी आदि के सात मुकदमे टोनिका सिटी, जानलेवा हमले और आर्म्स एक्ट आदि के दो मुकदमे खेकड़ा, पुलिस मुठभेड़ और आर्म्स एक्ट आदि के दो मुकदमे चांदीनगर, सरिया ट्रक लूट का मुकदमा बागपत और धोखाधड़ी का एक मुकदमा बड़ौत कोतवाली में दर्ज है।

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मर्डर: फार्मासिस्ट की हत्या करने वाले दो आरोपी दबोचे, वारदात में शामिल था भाजपा नेता का भतीजा

बागपत के बली गांव में फार्मासिस्ट सुरेंद्र सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों अरुण उर्फ चना पुत्र सुभाष व भोला पुत्र रोहताश को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपी बली गांव के ही रहने वाले हैं। एक सप्ताह पहले हुई इस घटना में बली गांव के ही हिस्ट्रीशीटर अमन और एक भाजपा नेता का भतीजा पंकज भी शामिल था। इनके अलावा मेरठ और गाजियाबाद के अन्य आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है। 

बली गांव में पांच अक्तूबर को फार्मासिस्ट सुरेंद्र सिंह की रात में गांव के बाहर अपने तीन साथियों संग घूमते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। फार्मसिस्ट के भाई सतवीर सिंह ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। बागपत कोतवाली प्रभारी ने बताया कि विवेचना के आधार पर मंगलवार को आरोपी अरुण उर्फ चना पुत्र सुभाष व भोला पुत्र रोहताश को गांव से ही गिरफ्तार किया। दोनों ने पूछताछ में बताया कि अरुण उर्फ चना अपने साथियों के साथ शराब पीकर गांव में गाली-गलौज करता था। इसका फार्मासिस्ट सुरेंद्र सिंह ने कई बार विरोध किया था। एक दिन सुरेंद्र सिंह ने अपने ट्यूबवेल पर शराब पीते देखकर आरोपियों को डांट दिया था। 

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इसके बाद से सुरेंद्र के साथ आरोपी रंजिश रखने लगे और उसकी हत्या करने की साजिश रचनी शुरू कर दी। इसी रंजिश में अरुण व भोला ने अपने साथियों संग मिलकर सुरेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या करने में हिस्ट्रीशीटर अमन के अलावा पवन, एक भाजपा नेता का भतीजा पंकज निवासीगण बली, सुक्की निवासी लोनी गाजियाबाद, राहुल निवासी गेज्जा व मेरठ का रहने वाले एक अन्य युवक शामिल रहा है। पुलिस ने आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त दो तमंचे, चार कारतूस बरामद कर कोर्ट में पेश किया। इंस्पेक्टर का कहना है कि फरार आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। 

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पहले कई आपराधिक घटनाएं कर चुके
कोतवाली प्रभारी के अनुसार हिस्ट्रीशीटर अमन बली के खिलाफ हत्या, लूट सहित विभिन्न धाराओं में कई मुकदमे दर्ज हैं। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर एक साल पहले अग्रवाल मंडी टटीरी में व्यापारी की दुकान पर लूट की वारदात को अंजाम दिया था। इसमें उसके साथ पंकज भी शामिल रहा था।
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बागपत में खौफनाक वारदात: मछली पालन केंद्र पर नौकर की धारदार हथियार से हत्या, अर्द्धनग्न हालत में मिली लाश

बागपत के पिलाना में एक सनसनीखेज वारदात हो गई। पिलाना स्थित मछली पालन केंद्र पर रह रहे नौकर सुभाष (50 वर्ष) की धारधार हथियार से हत्या कर दी गई। घटना की जानकारी लगने पर ग्रामीण मौके पहुंचे।

ग्रामीणों ने बताया कि मृतक का शव अर्द्धनग्न हालत में पड़ा मिला। मछली पालन केंद्र के मालिक नरेंद्र पुत्र मित्र सेन वर्तमान में दिल्ली में रहते हैं। बताया गया कि उनके बेटे यहां मछली पालन केंद्र की जिम्मेदारी को संभालते हैं। उधर, घटना की जानकारी लगने पर पुलिस भी मौके पहुंची। पुलिस ने ग्रामीणों से पूछताछ की और मामले की जांच शुरू कर दी है।

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ये है पूरा मामला
सिंघावली अहीर थानांतर्गत पिलाना में मछली पालन केंद्र में रहने वाले कर्मचारी सुभाष की किसी भारी वस्तु से प्रहार कर हत्या कर दी गई। उनका शव अर्द्धनग्न हालत में मछली पालन केंद्र के अंदर बने कमरे में पड़ा मिला। उनके पैर भी बंधे हुए थे। हत्या की सूचना पर पहुंची पुलिस ने छानबीन की और उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। 

सुभाष (50 वर्ष) मूलरूप से बुलंदशहर के गांव अगौता के रहने वाले थे और पिलाना निवासी नरेंद्र पुत्र मित्र सेन के मछली पालन केंद्र की देखरेख करते थे। मित्रसेन वर्तमान में परिवार के साथ दिल्ली में रहते हैं। नरेंद्र के मुताबिक, सुभाष गुरुवार सुबह को दूध लेने नहीं गया और उसका फोन भी नहीं उठाया। इसके बाद उसने पिलाना गांव में फोन करके एक व्यक्ति को मछली पालन केंद्र भेजा। व्यक्ति ने सुभाष का शव कमरे में पड़ा होने की सूचना दी। नरेंद्र ने इसकी सूचना पुलिस को दी। 

इंस्पेक्टर दीक्षित त्यागी के अनुसार सुभाष की हत्या बुधवार रात को हुई है। किसी भारी वस्तु से सिर कुचलकर हत्या की गई है, लेकिन मौके पर कोई हथियार आदि नहीं मिला है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। साथ ही मामले में जांच शुरू कर दी गई है।

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मर्डर: फार्मासिस्ट पर बरसाईं ताबड़तोड़ गोलियां, हत्या से सनसनी, दोस्तों के साथ टहल रहा था सुरेंद्र सिंह

बागपत जनपद के बली गांव में मंगलवार रात एक सनसनीखेज वारदात हो गई। यहां बाइक सवार बदमाशों ने एक फार्मासिस्ट की गोली मारकर हत्या कर दी। वहीं घटना की जानकारी लगने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी।

ये है पूरी वारदात
बली गांव में मंगलवार की रात को फार्मासिस्ट की गोली मारकर हत्या कर दी। वह गांव के पास ही अपने तीन दोस्तों के साथ टहल रहा था, तभी चार युवकों ने वारदात को अंजाम दिया। वारदात देख एक किसान ने लाइसेंसी बंदूक से फायरिंग की तो हमलावर भाग गए। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

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बली गांव का रहने वाला सुरेंद्र सिंह (42 वर्ष) दिल्ली की एक फार्मेसी कंपनी में फार्मासिस्ट है। वह मंगलवार की रात अपने तीन साथियों के संग गांव के बाहर टहलने आया था। इसी वक्त आए चार युवकों ने उसपर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी, जिससे अफरा-तफरी मच गई। गोली लगन से सुरेंद्र सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया। एक किसान ने लाइसेंस बंदूक से फायरिंग की तो हमलावर भाग गए। घायल सुरेंद्र को जिला अस्पताल में लाया गया, जहां उसे चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।

वहीं सूचना मिलने पर सीओ अनुज मिश्रा व इंस्पेक्टर अजय कुमार शर्मा अस्पताल में पहुंचे और घटना की जानकारी ली। इंस्पेक्टर अजय कुमार शर्मा का कहना है कि सुरेंद्र को तीन से चार गोली लगी है। इस मामले की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और हमलावरों का पता लगाया जा रहा है। 

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टटीरी चौकी पुलिस अपराध रोकने में बेबस
अग्रवाल मंडी टटीरी चौकी पुलिस अपराध रोकने में पूरी तरह से बेबस दिख रही है। पहले गांव अहैड़ा में शाम होते ही कई लोगों से मारपीट करके लूट की गई थी। वहीं अब बली में इस तरह हत्या कर दी गई।
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