आनलाइन ट्रांजेक्शन से ठगी करने का नया मामला सामने आया है। इस बार ठगी का शिकार विदेश में बहुराष्ट्रीय कंपनी के एनआरआई अधिकारी की पत्नी हुई है। जिनके केला नगर एसबीआई स्थित बैंक शाखा के एकाउंट से 11 बार में डेढ़ लाख रुपये की खरीदारी कर ली गई है। खास बात है कि यह खरीदारी उनके एकाउंट को पेटीएम एप कनेक्ट कर की गई है। पीड़ित एनआरआई दंपती अब मदद के लिए पुलिस और बैंक के चक्कर लगा रहे हैं। उन्हें कोई मदद नहीं मिल पा रही है।
सऊदी अरब के बहरीन में एलजी कंपनी में एजीएम पद पर कार्यरत अली मोहम्मद अकबर मूलरूप से अनूपशहर रोड की गुलिस्ता हाउसिंग सोसाइटी के मकान नंबर 19 के रहने वाले हैं। वह पिछले 20 साल से अपनी पत्नी सादिया जकी को साथ बहरीन में ही रहते हैं। भारत में अली मोहम्मद के माता-पिता रहते हैं।
पूर्व में एएमयू छात्र रहे अली मोहम्मद वर्तमान में एएमयू एलुमिनाई अफेयर्स कमेटी के मेंम्बर ऑफ एडवायजरी इंटरनेशनल भी हैं। वह साल में एक बार छुट्टी मनाने जुलाई अगस्त में भारत आते हैं। यहां उनकी पत्नी का केला नगर स्थित एसबीआई शाखा में बैंक खाता नंबर 55043193855 हैै।
अली मोहम्मद ने बताया कि इस बार जब वह भारत आए तो उन्हें पता चला कि उनकी पत्नी के खाते को पेटीएम से संबद्ध कर 11 बार में डेढ़ लाख रुपये का स्थानांतरण कर खरीदारी की गई है। ये खरीदारी सामान खरीदने और खाने-पीने में भी हुई है। इसकी शिकायत संबंधित बैंक शाखा और क्वार्सी थाने में कर दी गई हैै, लेकिन इसके बावजूद ना ही बैंक से कोई मदद मिल रही है ना ही पुलिस जांच करा रही है। अब उन्हें खुद समझ नहीं आ रहा है वह कहां जाए।
अली मोहम्मद ने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहरीन में भारतीयों को हर तरह की मदद का भरोसा दिला रहे हैं, वहीं दूसरी ओर बहरीन में कमा कर रहें भारतीयों की न बैंक वाले सुनते हैं न ही पुलिस..? ऐसे में पीएम मोदी के तमाम वादों से क्या हो सकता है। जब नीचे के स्तर पर ही कोई सुनवाई न हो। उनका सवाल है कि अभी तक उन्हें यह नहीं पता चला है कि उनके खाते से कहां खरीदारी हुई है और किसके पेटीएम से उसे संबद्ध किया गया है।
आनलाइन ट्रांजेक्शन से ठगी करने का नया मामला सामने आया है। इस बार ठगी का शिकार विदेश में बहुराष्ट्रीय कंपनी के एनआरआई अधिकारी की पत्नी हुई है। जिनके केला नगर एसबीआई स्थित बैंक शाखा के एकाउंट से 11 बार में डेढ़ लाख रुपये की खरीदारी कर ली गई है। खास बात है कि यह खरीदारी उनके एकाउंट को पेटीएम एप कनेक्ट कर की गई है। पीड़ित एनआरआई दंपती अब मदद के लिए पुलिस और बैंक के चक्कर लगा रहे हैं। उन्हें कोई मदद नहीं मिल पा रही है।
सऊदी अरब के बहरीन में एलजी कंपनी में एजीएम पद पर कार्यरत अली मोहम्मद अकबर मूलरूप से अनूपशहर रोड की गुलिस्ता हाउसिंग सोसाइटी के मकान नंबर 19 के रहने वाले हैं। वह पिछले 20 साल से अपनी पत्नी सादिया जकी को साथ बहरीन में ही रहते हैं। भारत में अली मोहम्मद के माता-पिता रहते हैं।
पूर्व में एएमयू छात्र रहे अली मोहम्मद वर्तमान में एएमयू एलुमिनाई अफेयर्स कमेटी के मेंम्बर ऑफ एडवायजरी इंटरनेशनल भी हैं। वह साल में एक बार छुट्टी मनाने जुलाई अगस्त में भारत आते हैं। यहां उनकी पत्नी का केला नगर स्थित एसबीआई शाखा में बैंक खाता नंबर 55043193855 हैै।
अली मोहम्मद ने बताया कि इस बार जब वह भारत आए तो उन्हें पता चला कि उनकी पत्नी के खाते को पेटीएम से संबद्ध कर 11 बार में डेढ़ लाख रुपये का स्थानांतरण कर खरीदारी की गई है। ये खरीदारी सामान खरीदने और खाने-पीने में भी हुई है। इसकी शिकायत संबंधित बैंक शाखा और क्वार्सी थाने में कर दी गई हैै, लेकिन इसके बावजूद ना ही बैंक से कोई मदद मिल रही है ना ही पुलिस जांच करा रही है। अब उन्हें खुद समझ नहीं आ रहा है वह कहां जाए।
अली मोहम्मद ने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहरीन में भारतीयों को हर तरह की मदद का भरोसा दिला रहे हैं, वहीं दूसरी ओर बहरीन में कमा कर रहें भारतीयों की न बैंक वाले सुनते हैं न ही पुलिस..? ऐसे में पीएम मोदी के तमाम वादों से क्या हो सकता है। जब नीचे के स्तर पर ही कोई सुनवाई न हो। उनका सवाल है कि अभी तक उन्हें यह नहीं पता चला है कि उनके खाते से कहां खरीदारी हुई है और किसके पेटीएम से उसे संबद्ध किया गया है।