आगरा में गुरुवार की सुबह 10 बजे से शुरू हुई बारिश से महज एक घंटे के अंदर ही शहर की सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं। गली मोहल्ले की सड़कों से लेकर नेशनल हाईवे तक पानी से डूब गए। लगातार तीसरा मौका था जब शहर की सड़कों पर जलभराव हुआ। पानी भरने से नाले और सड़कों का अंतर खत्म हो गया।
गुरुवार की सुबह बारिश के कारण बलकेश्वर, कमला नगर, आईटीआई के सामने, सुल्तानगंज की पुलिया, मुगल रोड, विजय नगर, लंगड़े की चौकी, हज्जुपुरा, लोहामंडी, ताजगंज, सुंदरपाड़ा, खेरिया मोड़, धनौली, दरगाह कमाल खान, बिजली घर चौराहा, रामनगर, चर्च रोड, अलबतिया रोड, मारुति एस्टेट, आवास विकास कॉलोनी, गढ़ी भदौरिया, राजपुर चुंगी, ट्रांस यमुना कॉलोनी, सेवला, अजीत नगर, सुभाष नगर में जलभराव हो गया।
लंगड़े की चौकी पर बैरिकेडिंग न चेतावनी का बोर्ड
लंगड़े की चौकी नाले पर बच्चों के बह जाने की दुखद घटना के बाद भी नगर निगम ने न तो कोई बैरिकेडिंग की और न ही कोई चेतावनी का बोर्ड लगाया। बृहस्पतिवार सुबह तेज बारिश से लंगड़े की चौकी पर सड़क और नाला एक बराबर बहने लगे। जलभराव के कारण लोगों को फिर यह पता नहीं चल सका कि सड़क और नाला किधर है। हालांकि बुधवार की घटना के बाद क्षेत्रीय लोग ही यहां से पैदल और मानव पर निकलने वाले लोगों को जागरूक करते रहे। पानी भरा होने के कारण लोग खुद ही यहां से निकलने वाले लोगों को रोकने लगे।
राजनगर नाले से मिट्टी का कटान, गिर सकते हैं मकान
शहर में राजनगर, मंटोला, महावीर नाला, लोहामंडी, काजीपाड़ा समेत नालों के किनारे बड़ी आबादी रहती है। राजनगर नाले में बारिश के दौरान इस कदर तेज बहाव आया कि पानी उफनकर बस्तियों में घुस गया। नाले का पानी बाहर आ जाने के कारण लोगों को यह पता नहीं चला कि नाला कहां है और सड़क कहां। राजनगर नाले की दीवार टूट जाने के कारण सटी सड़क की मिट्टी का कटान भी शुरू हो गया। क्षेत्रीय पार्षद बंटी माहौर का आरोप है कि 14वें वित्त आयोग से 48 लाख रुपये पास होने के बाद भी नाले की मरम्मत नहीं कराई गई।
एनएच-2 और ग्वालियर हाईवे पर भी जलभराव
शहर के अंदर की सड़कें ही नहीं, बल्कि हाईवे भी बारिश के पानी में डूब गए। नेशनल हाईवे दो पर खंदारी, सुल्तानगंज की पुलिया, सिकंदरा सब्जी मंडी के पास जलभराव हुआ, वहीं ग्वालियर हाईवे पर सेवला से आगे एक लेन ही पानी के कारण बंद हो चुकी है। जल निकासी की व्यवस्था न होने के कारण बृहस्पतिवार को हुई बारिश में एक फुट तक पानी हाईवे पर भर गया। दूसरे लेन पर भी पानी भर जाने के कारण केवल ट्रक निकल सके। छोटे वाहनों ने निकलने के लिए पानी उतर जाने का इंतजार किया।