ठेकेदार की हत्या के दो आरोपी गिरफ्तार, मृतक के भाई ने बच्चों व खुद की जान का बताया खतरा
पानीपत। गांव दीवाना के ईख के खेतों में ठेकेदार की हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी सहित एक अन्य आरोपी को थाना चांदनीबाग पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी सोनू व सुनील को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से दोनों आरोपियों को दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपियों से कई खुलासे करवाने का प्रयास करेगी।
बच्चो सहित खुद की जान का बताया खतरा:
मृतक के भाई अशोक ने खुद की व संतोष के तीन बच्चों की जान का खतरा बताया। उसने बताया कि आरोपी एक आपराधिक किस्म का व्यक्ति है। उस पर पहले भी कई वारदातों को अंजाम देने के केस दर्ज है। अशोक ने बताया कि आरोपियों को उसके सभी ठिकानों के बारे में पता है। इतना ही आरोपियों को अशोक के आने-जाने वाले सभी रास्ते भी पता है। साथ ही उन्हें संतोष के बच्चों का स्कूल व उनके भी रास्ते मालूम है। पीड़ित परिजन जल्द ही एसपी से मिलकर सुरक्षा की गुहार लगाएंगे।
ये था मामला:
बिहार के नवादा निवासी संतोष उर्फ छोटू 13 साल का पानीपत में गांव मेहराणा निवासी मोहित पुत्र जगदीश के पास आ गया था। वो तब से ही पानीपत में रह रहा था। उसकी यही पर शादी हुई व उसने मेहनत कर देवगिरी फैक्टरी की 4 फर्मों का ठेकेदार बना। इसके पास गांव बिंझौल निवासी सोनू काम करता था। उसने संतोष के पास से काम छोड़ कर कहीं और काम करने लगा। लेकिन कुछ समय के बाद उस फैक्टरी के मालिक ने सोनू को काम से निकाल दिया। जिसके बाद से सोनू को लगता था कि उसको नौकरी से संतोष ने छुड़वाई है। इसी बात की रंजिश के चलते उसने कई बार संतोष से झगड़ा किया व उसे जान से मारने की धमकी भी दी। लेकिन संतोष का काम दिन-प्रतिदिन बढ़ते देख सोनू को ये बात हजम नहीं हुई व उसने वीरवार को उसका 6 बदमाशों के साथ मिलकर अपहरण किया व उसके साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद बदमाशों ने उसे गांव दीवाना के खेतों में ले जाकर बंधकर बनाया व उसे वहां उसका गला घोंट कर हत्या कर दी।
ठेकेदार की हत्या के दो आरोपी गिरफ्तार, मृतक के भाई ने बच्चों व खुद की जान का बताया खतरा
पानीपत। गांव दीवाना के ईख के खेतों में ठेकेदार की हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी सहित एक अन्य आरोपी को थाना चांदनीबाग पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी सोनू व सुनील को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से दोनों आरोपियों को दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपियों से कई खुलासे करवाने का प्रयास करेगी।
बच्चो सहित खुद की जान का बताया खतरा:
मृतक के भाई अशोक ने खुद की व संतोष के तीन बच्चों की जान का खतरा बताया। उसने बताया कि आरोपी एक आपराधिक किस्म का व्यक्ति है। उस पर पहले भी कई वारदातों को अंजाम देने के केस दर्ज है। अशोक ने बताया कि आरोपियों को उसके सभी ठिकानों के बारे में पता है। इतना ही आरोपियों को अशोक के आने-जाने वाले सभी रास्ते भी पता है। साथ ही उन्हें संतोष के बच्चों का स्कूल व उनके भी रास्ते मालूम है। पीड़ित परिजन जल्द ही एसपी से मिलकर सुरक्षा की गुहार लगाएंगे।
ये था मामला:
बिहार के नवादा निवासी संतोष उर्फ छोटू 13 साल का पानीपत में गांव मेहराणा निवासी मोहित पुत्र जगदीश के पास आ गया था। वो तब से ही पानीपत में रह रहा था। उसकी यही पर शादी हुई व उसने मेहनत कर देवगिरी फैक्टरी की 4 फर्मों का ठेकेदार बना। इसके पास गांव बिंझौल निवासी सोनू काम करता था। उसने संतोष के पास से काम छोड़ कर कहीं और काम करने लगा। लेकिन कुछ समय के बाद उस फैक्टरी के मालिक ने सोनू को काम से निकाल दिया। जिसके बाद से सोनू को लगता था कि उसको नौकरी से संतोष ने छुड़वाई है। इसी बात की रंजिश के चलते उसने कई बार संतोष से झगड़ा किया व उसे जान से मारने की धमकी भी दी। लेकिन संतोष का काम दिन-प्रतिदिन बढ़ते देख सोनू को ये बात हजम नहीं हुई व उसने वीरवार को उसका 6 बदमाशों के साथ मिलकर अपहरण किया व उसके साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद बदमाशों ने उसे गांव दीवाना के खेतों में ले जाकर बंधकर बनाया व उसे वहां उसका गला घोंट कर हत्या कर दी।