गांव सांघन के श्रृंगी ऋषि आश्रम के महंत रामभज दास की बुधवार रात को जूस पिलाने के बहाने बुलाकर हत्या कर दी गई। महंत ने इलाज के दौरान दम तोड़ने से पहले तीन व्यक्तियों को घटना के लिए जिम्मेदार बताते हुए बयान दिया था। पुलिस ने डेरे से जुड़े गांव सांघन निवासी अमनदीप की शिकायत पर तीनों आरोपियों के खिलाफ लूटपाट और हत्या के आरोप में केस दर्ज कर लिया है।
घटनाक्रम के अनुसार अमनदीप ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि बुधवार सायं बेलरखां निवासी कुलबीर डेरे आया था। महंत रामभज दास कैथल में जूस पीने के लिए जाने की बात कहकर कुलबीर के साथ गाड़ी में निकले थे। इसके बाद उन्हें रात को पता चला कि गांव खरक पांडवा के पास महंत रामभज पर हमला किया गया है।
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सूचना मिलने पर वे मौके पर पहुंचे, तब तक महंत को जिला अस्पताल ले जाया जा चुका था, सिर में चोट होने के कारण महंत को वहां से रेफर कर दिया। इसके बाद उन्हें कैथल के निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां थोड़ा सा होश आने पर महंत ने उन्हें बताया कि उन पर हमला कुलबीर, छविदास व मेहरा ने किया है। साथ ही उनकी नकदी व गाड़ी भी छीनकर ले गए। इसके बाद निजी अस्पताल से उन्हें पीजीआई ले जाने के दौरान मौत हो गई। थाना कलायत प्रभारी सोमबीर ने बताया कि पुलिस मामले की गहनता से छानबीन कर रही है। फिलहाल कुलबीर, छविदास व मेहरा के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस की पांच टीमें मामले की जांच कर रही हैं।
षडदर्शन समाज हरियाणा के उपाध्यक्ष थे महंत
महंत रामभज दास षडदर्शन समाज हरियाणा के उपाध्यक्ष थे। वे एमए पास थे और कुछ वर्ष पहले ही गांव सांघन में आए थे। ग्रामीणों की उनके प्रति गहरी श्रद्धा थी। जिस कारण उनकी हत्या से गांव में रोष है। महंत की हत्या पर षडदर्शन समाज हरियाणा के अध्यक्ष परमहंस ज्ञानेश्वर, भारत साधू समाज हरियाणा के अध्यक्ष महंत बंसीपुरी, अखिल भारतीय तीर्थ रोहित महासभा के पूर्व अध्यक्ष पंडित प्रकाश मिश्रा, मां बनभौरी शक्तिपीठ धाम के महाप्रबंधक सुरेंद्र कौशिक सहित साधू समाज ने दुख प्रकट किया है। सरपंच सुरजीत सिंह ने इसे सुनियोजित षडयंत्र बताया है।
सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटी पुलिस की टीमें
महंत की मौत की सूचना गांव में आग की तरह फैल गई। सूचना मिलते ही भारी संख्या में ग्रामीण व साधू समाज के लोग डेरे में पहुंचे। पुलिस द्वारा मामले की जांच के लिए तैनात की गई टीमें भी सीसीटीवी फुटेज और अन्य माध्यमों को खंगालने में जुटी रही। दिन भर ग्रामीणों और साधू-समाज के बीच हत्या को लेकर चर्चाएं होती रहीं।
गांव सांघन में बने डेरे के नाम करीब 24 एकड़ जमीन
ग्रामीण जगत राम, शिवकुमार, भलेराम, उदय सिंह, रामकेश, राजू, रमेश, लवकेश व रामकला ने बताया कि गांव में डेरे के नाम करीब 24 एकड़ जमीन है। ग्रामीण कुछ वर्ष पहले गांव नौच की जंगलात में बने डेरे से महंत को आदर के साथ गांव में लाए थे। महंत डेरे की देखरेख के साथ-साथ खेती-बाड़ी से जुड़ा कार्य भी कर रहे थे। ग्रामीणों ने बताया कि घटना से कुछ समय पहले ही गांव के बुजुर्ग महंत के पास से अपने घर गए थे।