मिर्जापुर। देहात कोतवाली क्षेत्र के बीरशापुर गांव निवासिनी मंगला देवी पत्नी बृजेश दूबे ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। आरोप लगाया कि देहात कोतवाली पुलिस मेरे पति को जबरन प्रधान के भतीजे पर हमला करने के आरोप में फंसा रही है जबकि मेरे पति हमले के दौरान उस स्थान पर मौजूद ही नहीं थे। फिर भी पुलिस उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। महिला ने बताया कि वह पुलिस के पास गई थी लेकिन पुलिस ने उसकी सुनने की बजाय उसे भगा दिया।
महिला ने बताया कि 21 जून की सुबह छह बजे बीरशापुर गांव के प्रधान के भतीजे सोनू दूबे को गांव में कुछ लोगों ने गोली मार कर घायल कर दिया था। जिसमें सोनू ने गांव के ही राजेश मिश्रा व राहुल गोड़ को नामजद करते हुए कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर दी थी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने राजेश व राहुल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको तलाश रही थी। इसी दौरान राजेश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसी बीच पुलिस ने अज्ञात की जगह पर मेरे पति बृजेश दूबे का नाम डाल दिया। जबकि वह घटना स्थल पर थे ही नहीं। यहीं नहीं उनकी बाइक को आरोपियों के पास दर्शा दिया। महिला ने डीएम से पूरे मामले की जांच करवा कर न्याय दिलाने की मांग की।