न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मेरठ
Published by: Dimple Sirohi
Updated Sat, 02 Jan 2021 11:05 AM IST
मेरठ में नए साल के जश्न में क्राइम ब्रांच के सिपाही सौरभ यादव को गोली मारने का मामला शुक्रवार को उलझ गया। बताया गया कि हाईवे स्थित होटल में नए साल की पूर्व संध्या पर तमंचे पर डिस्को चल रहा था। ऐसे में अलग-अलग चर्चा है कि सिपाही को हर्ष फायरिंग में गोली लगी या फिर किसी विवाद में सिपाही के एक दोस्त ने उसे गोली मारी। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
शुक्रवार को जानी थाना पुलिस ने होटल में जाकर पूछताछ की, जिसमें सिपाही सौरभ को बदमाशों द्वारा गोली मारना सामने नहीं आया। बताया गया कि सिपाही अपने दोस्तों के साथ नए साल की पार्टी में होटल में गया था। पार्टी में तमंचे पर डिस्को के साथ हर्ष फायरिंग भी चल रही थी। इसी दौरान एक दोस्त से चली गोली सिपाही के पैर में जा लगी।
सिपाही को गोली लगते ही पार्टी में भगदड़ मच गई। घायल सिपाही को अस्पताल में भर्ती कराया गया। एसपी सिटी डॉ. एएन सिंह ने बताया कि सिपाही को .32 बोर की गोली लगी है। ऑपरेशन में गोली निकाल दी गई है। सिपाही से पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
होटल में नहीं थी पार्टी मनाने की अनुमति
सवाल तो घायल सिपाही और उसके दोस्तों का भी उठ रहा है। जिस होटल में नए साल की पार्टी मनाने के लिए सिपाही अपने दोस्तों के साथ गया था, उस होटल में कोई अनुमति नहीं थी। बिना अनुमति के होटल में कैसी पार्टी चल रही थी, इसे लेकर भी अलग-अलग चर्चा हैं। होटल में भी पुलिस जांच करने के लिए गई और जानकारी जुटाकर वापस लौट गई। इंस्पेक्टर जानी ऋषिपाल सिंह का कहना है कि होटल में नए साल की पार्टी की कोई अनुमति नहीं थी।
रखवाले ही उड़ा रहे कानून की धज्जियां, 24 घंटे बाद भी नहीं लिखी गई रिपोर्ट
शहर में कानून के रखवाले ही कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा रहे हैं। उन्होंने मान लिया है कि उनके लिए सारे गुनाह माफ हैं। नए साल पर दोस्त के साथ तमंचा लेकर डिस्को कर रहे सिपाही को गोली लगने के मामले में 24 घंटे बाद भी एफआईआर नहीं दर्ज की गई है।
गुरुवार देर रात हाईवे स्थित होटल में न्यू ईयर पार्टी के दौरान सिपाही को गोली लगी। इस घटना को लेकर क्राइम ब्रांच टीम से लेकर अधिकारी तक मौन हैं। शुक्रवार को मामले की पोल खुली। पता चला कि होटल में दोस्त ने अवैध असलहे से सिपाही को गोली मारी। सिपाही के दोस्त आयुष विश्वकर्मा के भाई को पुलिस ने पकड़ा है। उसके पास असलहा कहां से आया और किसकी अनुमति से वह होटल में गोलियां चला रहा था।
अभी पुलिस ने इस बात का पता लगाना मुनासिब नहीं समझा है। पुलिस की मंशा है कि मामला बिना कार्रवाई के दब जाए। सवाल उठता है कि अगर गोली पैर की जगह सिपाही के सीने में लग जाती तो कौन जिम्मेदार होता। क्राइम ब्रांच प्रभारी वरुण शर्मा ने कोई जानकारी संबंधित थाना पुलिस को नहीं दी। इंस्पेक्टर जानी ऋषि पाल सिंह का कहना है कि इस संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली है।
थाने में आरोपी की चल रही मेहमाननवाजी
सिपाही को गोली मारने वाले आरोपी के भाई को एक थाने में रखा गया है। वहां उसकी मेहमाननवाजी चल रही है। सवाल है कि पुलिस ने आरोपी के भाई को पकड़ लिया है तो रिपोर्ट दर्ज कराने में देरी क्यों की जा रही है। शुक्रवार को भी पुलिस अधिकारियों ने इस मामले में कार्रवाई के नाम पर चुप्पी नहीं तोड़ी।
विस्तार
मेरठ में नए साल के जश्न में क्राइम ब्रांच के सिपाही सौरभ यादव को गोली मारने का मामला शुक्रवार को उलझ गया। बताया गया कि हाईवे स्थित होटल में नए साल की पूर्व संध्या पर तमंचे पर डिस्को चल रहा था। ऐसे में अलग-अलग चर्चा है कि सिपाही को हर्ष फायरिंग में गोली लगी या फिर किसी विवाद में सिपाही के एक दोस्त ने उसे गोली मारी। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
शुक्रवार को जानी थाना पुलिस ने होटल में जाकर पूछताछ की, जिसमें सिपाही सौरभ को बदमाशों द्वारा गोली मारना सामने नहीं आया। बताया गया कि सिपाही अपने दोस्तों के साथ नए साल की पार्टी में होटल में गया था। पार्टी में तमंचे पर डिस्को के साथ हर्ष फायरिंग भी चल रही थी। इसी दौरान एक दोस्त से चली गोली सिपाही के पैर में जा लगी।
सिपाही को गोली लगते ही पार्टी में भगदड़ मच गई। घायल सिपाही को अस्पताल में भर्ती कराया गया। एसपी सिटी डॉ. एएन सिंह ने बताया कि सिपाही को .32 बोर की गोली लगी है। ऑपरेशन में गोली निकाल दी गई है। सिपाही से पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
होटल में नहीं थी पार्टी मनाने की अनुमति
सवाल तो घायल सिपाही और उसके दोस्तों का भी उठ रहा है। जिस होटल में नए साल की पार्टी मनाने के लिए सिपाही अपने दोस्तों के साथ गया था, उस होटल में कोई अनुमति नहीं थी। बिना अनुमति के होटल में कैसी पार्टी चल रही थी, इसे लेकर भी अलग-अलग चर्चा हैं। होटल में भी पुलिस जांच करने के लिए गई और जानकारी जुटाकर वापस लौट गई। इंस्पेक्टर जानी ऋषिपाल सिंह का कहना है कि होटल में नए साल की पार्टी की कोई अनुमति नहीं थी।