गोंडा। मां की डांट से घर से भागकर आई एक बालिका शुक्रवार की सुबह बांद्रा एक्सप्रेस में आरपीएफ स्कॉर्ट को मिली। स्कॉर्ट की नजर जब बालिका पर पड़ी तो स्कोर्ट टीम ने उससे पूछताछ के बाद गोंडा में उसे उतार लिया। इसके बाद चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया।
आरपीएफ इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार ने बताया कि शुक्रवार की सुबह गोरखपुर से लखनऊ जा रही बांद्रा एक्सप्रेस में 11 साल की एक बालिका को ट्रेन में चल रहे आरपीएफ स्कॉर्ट के मुख्य आरक्षी मु. खुर्शीद ने देखा तो बालिका से पूछताछ की।
आरपीएफ इंस्पेक्टर के मुताबिक बालिका ने अपना नाम रोशनी पुत्री विश्वनाथ निवासी बभनी लगड़ी जनपद सिद्घार्थ नगर बताया। उसने बताया कि उसकी मां ने उसे डांट दिया था। इसलिए वह घर छोड़कर आई है।
बालिका को समझाने के बाद ट्रेन के गोंडा रेलवे स्टेशन पहुंचने पर बालिका उतार लिया गया। उसे स्टेशन अधीक्षक के माध्यम से चाइल्ड लाइन के सदस्य देवीदयाल तिवारी व वेदवन्ती मौर्या को सौंप दिया गया।
गोंडा। मां की डांट से घर से भागकर आई एक बालिका शुक्रवार की सुबह बांद्रा एक्सप्रेस में आरपीएफ स्कॉर्ट को मिली। स्कॉर्ट की नजर जब बालिका पर पड़ी तो स्कोर्ट टीम ने उससे पूछताछ के बाद गोंडा में उसे उतार लिया। इसके बाद चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया।
आरपीएफ इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार ने बताया कि शुक्रवार की सुबह गोरखपुर से लखनऊ जा रही बांद्रा एक्सप्रेस में 11 साल की एक बालिका को ट्रेन में चल रहे आरपीएफ स्कॉर्ट के मुख्य आरक्षी मु. खुर्शीद ने देखा तो बालिका से पूछताछ की।
आरपीएफ इंस्पेक्टर के मुताबिक बालिका ने अपना नाम रोशनी पुत्री विश्वनाथ निवासी बभनी लगड़ी जनपद सिद्घार्थ नगर बताया। उसने बताया कि उसकी मां ने उसे डांट दिया था। इसलिए वह घर छोड़कर आई है।
बालिका को समझाने के बाद ट्रेन के गोंडा रेलवे स्टेशन पहुंचने पर बालिका उतार लिया गया। उसे स्टेशन अधीक्षक के माध्यम से चाइल्ड लाइन के सदस्य देवीदयाल तिवारी व वेदवन्ती मौर्या को सौंप दिया गया।