हावड़ा से नई दिल्ली जा रही पूर्वा एक्सप्रेस ट्रेन में शनिवार की दोपहर पटना में एक दस वर्षीय बालक चढ़ गया। बिना अभिभावक के चढ़े बच्चे को देख कर टीटीई सुधीर कुमार राय को आशंका हुई तो उन्होंने आरपीएफ पीडीडीयू निरीक्षक को इसकी सूचना दी। कंट्रोल की सूचना पर रेलवे सुरक्षा बल और रेलवे चाइल्ड लाइन की टीम सक्रिय हो गई। ट्रेन शाम सात बजे स्थानीय रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या सात पर पहुंची। यहां आरपीएफ ने ट्रेन के पेंट्रीकार की जांच की और बालक को नीचे उतारा। पूछने पर बच्चे ने बताया कि वह गरोडोया टोला, चुनार मिर्जापुर का रहने वाला है। कुछ दिन पहले वह बिहार में अपने रिश्तेदार के यहां गया था। रिश्तेदार ने किसी बात पर उसे डांट दिया तो नाराज होकर वह बिना बताए घर जाने के लिए ट्रेन में सवार हो गया। आरपीएफ ने बच्चे के परिवार वालों को सूचित करने के बाद उसे चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया।
हावड़ा से नई दिल्ली जा रही पूर्वा एक्सप्रेस ट्रेन में शनिवार की दोपहर पटना में एक दस वर्षीय बालक चढ़ गया। बिना अभिभावक के चढ़े बच्चे को देख कर टीटीई सुधीर कुमार राय को आशंका हुई तो उन्होंने आरपीएफ पीडीडीयू निरीक्षक को इसकी सूचना दी। कंट्रोल की सूचना पर रेलवे सुरक्षा बल और रेलवे चाइल्ड लाइन की टीम सक्रिय हो गई। ट्रेन शाम सात बजे स्थानीय रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या सात पर पहुंची। यहां आरपीएफ ने ट्रेन के पेंट्रीकार की जांच की और बालक को नीचे उतारा। पूछने पर बच्चे ने बताया कि वह गरोडोया टोला, चुनार मिर्जापुर का रहने वाला है। कुछ दिन पहले वह बिहार में अपने रिश्तेदार के यहां गया था। रिश्तेदार ने किसी बात पर उसे डांट दिया तो नाराज होकर वह बिना बताए घर जाने के लिए ट्रेन में सवार हो गया। आरपीएफ ने बच्चे के परिवार वालों को सूचित करने के बाद उसे चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया।