औरैया। दस्यु अरविंद गुर्जर को पुत्री की परवरिश की चिंता है। सजा ने उसे काफी हद तक तोड़ दिया। अपहरण के मामले में उसकी पत्नी शीला को भी उम्रकैद देने से उसका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। पत्नी को सजा से बौखलाए अरविंद गुर्जर ने न्यायालय से कई बार कहा कि उसने अपने जीवन में कई अपराध किए और अपनी मर्जी से मध्य प्रदेश में आत्मसमर्पण किया। उसके अपराध की उसे कोई भी सजा उसे दे दी जाए। उसे स्वीकार है लेकिन उसकी पत्नी को बरी किया जाए। उसका कहना था कि उसकी एक मात्र छोटी पुत्री की परवरिश की जिम्मेदारी उसकी पत्नी पर है। उसके जेल जाने के बाद उसे अपनी पुत्री की परवरिश की चिंता है।
औरैया। दस्यु अरविंद गुर्जर को पुत्री की परवरिश की चिंता है। सजा ने उसे काफी हद तक तोड़ दिया। अपहरण के मामले में उसकी पत्नी शीला को भी उम्रकैद देने से उसका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। पत्नी को सजा से बौखलाए अरविंद गुर्जर ने न्यायालय से कई बार कहा कि उसने अपने जीवन में कई अपराध किए और अपनी मर्जी से मध्य प्रदेश में आत्मसमर्पण किया। उसके अपराध की उसे कोई भी सजा उसे दे दी जाए। उसे स्वीकार है लेकिन उसकी पत्नी को बरी किया जाए। उसका कहना था कि उसकी एक मात्र छोटी पुत्री की परवरिश की जिम्मेदारी उसकी पत्नी पर है। उसके जेल जाने के बाद उसे अपनी पुत्री की परवरिश की चिंता है।