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Amethi News: जगदीशपुर में 2.7 करोड़ रुपये से बना ट्राॅमा सेंटर खुद ट्रॉमा में

संवाद न्यूज एजेंसी, अमेठी Updated Mon, 06 Mar 2023 12:04 AM IST
Trauma center built in Jagdishpur with Rs 2.7 crores in trauma itself
गौरीगंज (अमेठी)। राष्ट्रीय राज मार्ग-56 पर स्थित जगदीशपुर में बना ट्राॅमा सेंटर निष्प्रयोज्य साबित हो रहा है। मानव संसाधन व उपकरणों की आपूर्ति नहीं होने के चलते आकस्मिक चिकित्सा की सुविधा नहीं मिल पा रही है। सड़क हादसों व आपराधिक वारदात में घायल होने वालों को आकस्मिक चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए शासन द्वारा 10 दिसंबर 2018 को नेशनल हाइवे-56 पर स्थित जगदीशपुर में ट्राॅमा सेंटर बनाने के लिए 2.7 करोड़ रुपये की वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति दी गई थी। जिसके बाद कार्यदायी संस्था ने निर्माण कार्य पूरा कर 14 अक्तूबर 2020 को भवन स्वास्थ्य विभाग के सुपुर्द कर दिया। भवन हैंडओवर होने के बाद से अब तक उसका संचालन शुरू नहीं हो सका। जबकि भवन निर्माण पूरा होने की रिपोर्ट भेजने के बाद शासन ने 21 दिसंबर 2021 को ट्राॅमा सेंटर संचालन के लिए 50 पदों की स्वीकृति देते हुए शासनादेश जारी किया था। शासनादेश में मानव संसाधन के साथ ही संचालन के लिए उपकरणों/साज सज्जा के लिए भी महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य द्वारा वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति देते हुए मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन उत्तर प्रदेश को उपकरणों की आपूर्ति करने को कहा गया था। बावजूद इसके अब तक कारपोरेशन द्वारा उपकरणों की आपूर्ति नहीं की गई। इसके चलते ट्रामा सेंटर में मेजर ओटी व माइनर ओटी कक्ष में ओटी उपकरण तक स्थापित नहीं हो सके हैं।


शासन द्वारा स्वीकृत पदों के अनुसार नौ पद मल्टी टास्क वर्कर आउट सोर्स के जरिए रखे जाने थे। इसके अलावा नौ चिकित्सक, 15 स्टाफ नर्स, तीन ओटी टेक्नीशियन, तीन रोडियोग्राफर, दो एलटी व नौ नर्सिंग अटेंडेंट शासन स्तर से तैनात किए जाने हैं। वर्तमान में शासन द्वारा सिर्फ एक आर्थों सर्जन की ही तैनाती की गई है।

ऐसे में जिले की करीब 20 लाख आबादी को आकस्मिक चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पा रही है। किसी भी बड़ी दुर्घटना, हादसा व आपराधिक वारदात में घायलों को इलाज के लिए आज भी लखनऊ ले जाना पड़ता है। ऐसे में समय पर इलाज नहीं मिल पाने से कइयों को अपनी जान भी गवानी पड़ रही है।
सीएमओ डॉ. विमलेंदु शेखर की ओर से ट्रामा सेंटर संचालन के लिए 26 बिंदुओं पर करीब 100 उपकरणोंं की आपूर्ति सुनिश्चित कराने के लिए महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य को पत्र भेजा गया है।
इनसेट
परिसर में लगा है ऑक्सीजन प्लांट
कोविड कॉल के दौरान ट्राॅमा सेंटर परिसर में एक ऑक्सीजन प्लांट की भी स्थापना निजी क्षेत्र की कंपनी के सीएसआर फंड से कराई गई है। ऑक्सीजन प्लांट चालू हालत में है। सीएचसी अधीक्षक डॉ. प्रदीप तिवारी के अनुसार ट्राॅमा सेंटर भवन में सीएचसी की ओपीडी संचालित की जा रही है। शासन से पोस्ट आर्थो सर्जन डॉ. अमित कुमार अपनी सेवा दे रहे हैं। लेकिन अभी आकस्मिक चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पा रही है।


नियमित किया जा रहा पत्राचार
शासन व निदेशालय से नियमित रूप से पत्राचार किया जा रहा है। उपकरण व स्वीकृत पदों के सापेक्ष मानव संसाधन की तैनाती करने की भी मांग की जा रही है। शासन से उपकरणों की आपूर्ति मिलने व तैनाती होते ही ट्राॅमा सेंटर का संचालन शुरू करा दिया जाएगा। -डॉ. विमलेंदु शेखर, सीएमओ
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