पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
विश्व हिंदू परिषद ने पांच अगस्त को अयोध्या में राम जन्मभूमि पर होने वाले भूमि पूजन के लिए प्रांत स्तर पर घर-घर दिवाली जैसा माहौल हो उसके लिए अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। काशी प्रांत के प्रयागराज, प्रतापगढ़ समेत 19 जिलों में कल से 215 टोली अलग-अलग गांव कस्बों एवं शहरों में हिंदू बाहुल्य इलाकों में जाकर लोगों से अपील करेंगी कि वह 5 अगस्त की शाम अयोध्या की दिशा में मुंह कर करके अपने घर में दिया जलाएं।
दरअसल अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की भूमि पूजन की तिथि घोषित होने के बाद ही विहिप ने ऐलान किया था कि 5 अगस्त की शाम वह देश भर में दिवाली जैसी माहौल बनाया जाएगा। इस दौरान हर एक हिंदू अपने घर में कम से कम एक-एक दीया या जरूर जलाए।
विहिप के पदाधिकारियों का कहना है कि कोरोना के कारण भक्त शारीरिक रूप से 5 अगस्त को भूमि पूजन में शामिल नहीं हो सकते लेकिन उस दिन शाम को अयोध्या की तरफ मुंह करके अपने घर की छतों पर दीपक जलाकर मानसिक रूप से स्वयं को राम जन्म भूमि के भूमि पूजन कार्यक्रम से लोग खुद को जोड़ सकते हैं। पांच अगस्त को विहिप काशी प्रांत के प्रयागराज समेत 19 जिलों में दिवाली जैसा माहौल हो इसके लिए वह ने संबंधित जिलों में 215 टोली भेजने का निर्णय लिया है।
हर एक टोली में 50 से 60 कार्यकर्ता रहेंगे जो लोगों को इस ऐतिहासिक दिन के उपलक्ष पर खुशी जाहिर करने के लिए दीया जलाने के लिए प्रेरित करेंगे। परिषद के क्षेत्र संगठन मंत्री अम्बरीश सिंह से राय मशवरा लेने के बाद प्रांत संगठन मंत्री मुकेश ने बताया कि एक-दो दिन में इन सभी 19 जिलों में संगठन की टोली सक्रिय हो जाएगी और गांव-गांव जाकर लोगों को इस आयोजन के बारे में बताएगी और उनसे निवेदन करेगी कि भूमि पूजन वाले दिन शाम को भगवान राम के नाम एक दीपक जरूर जलाएं।
विहिप के केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी ने बताया कि अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने के बाद पिछले वर्ष विश्व के किसी भी कार्यकर्ता ने जश्न नहीं मनाया था। अब जब स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन के लिए आ रहे हैं तो दीया जलाकर विहिप के कार्यकर्ता इस आयोजन को लेकर खासे उत्साहित हैं।
प्रांत के पदाधिकारी ही संगम का जल और मिट्टी लेकर रवाना होंगे अयोध्या
5 अगस्त को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन के लिए प्रयागराज से संगम का जल और वहां की मिट्टी को लेकर विश्व हिंदू परिषद काशी प्रांत के पदाधिकारी 28 या 29 जुलाई को प्रयागराज से रवाना होंगे। प्रांत संगठन मंत्री मुकेश कुमार ने बताया कि संगठन ने यह दायित्व काशी प्रांत के पदाधिकारियों को सौंपा है। उन्होंने कहा कि 28 जुलाई को अयोध्या जाने की प्रबल संभावना है ,अगर किन्ही कारणों से 28 को ना जा पाए तो 29 जुलाई को निश्चित तौर पर प्रांत के पदाधिकारी संगम का जल लेकर अयोध्या पहुंच जाएंगे।
विहिप की सभी हिंदुओं से 5 अगस्त को घर में ही भजन कीर्तन करने की अपील
विश्व हिंदू परिषद ने 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन कार्यक्रम को राष्ट्रीय पुनर्जागरण के महापर्व के रूप में मनाने की लोगों से अपील की है। विहिप के क्षेत्र संगठन मंत्री अमरीश सिंह ने बताया कि उस दिन सभी रामभक्त , सन्त महात्मा अपने मठ मन्दिर आश्रम में, अन्य सभी श्रद्धालु अपने घर पर परिवार के साथ या अपने निकट के मन्दिर में सामूहिक बैठकर सुबह 11:30 बजे से 12:30 बजे तक अपने आराध्य का भजन पूजन कीर्तन करें।
यदि संभव हो तो सामाजिक दूरी के साथ किसी बड़े सभागार मे अयोध्या का पूजन कार्यक्रम लाइव दिखाने की भी व्यवस्था की जाए। हालांकि उस कार्यक्रम टेलीविजन पर लाइव आएगा ऐसे में लोग अपने घर से ही यह कार्यक्रम देखें तो बेहतर है। लोग अपनी अपनी सामर्थ्य के अनुसार मन्दिर निर्माण के लिए दान का संकल्प करें ।
विश्व हिंदू परिषद ने पांच अगस्त को अयोध्या में राम जन्मभूमि पर होने वाले भूमि पूजन के लिए प्रांत स्तर पर घर-घर दिवाली जैसा माहौल हो उसके लिए अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। काशी प्रांत के प्रयागराज, प्रतापगढ़ समेत 19 जिलों में कल से 215 टोली अलग-अलग गांव कस्बों एवं शहरों में हिंदू बाहुल्य इलाकों में जाकर लोगों से अपील करेंगी कि वह 5 अगस्त की शाम अयोध्या की दिशा में मुंह कर करके अपने घर में दिया जलाएं।
दरअसल अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की भूमि पूजन की तिथि घोषित होने के बाद ही विहिप ने ऐलान किया था कि 5 अगस्त की शाम वह देश भर में दिवाली जैसी माहौल बनाया जाएगा। इस दौरान हर एक हिंदू अपने घर में कम से कम एक-एक दीया या जरूर जलाए।
विहिप के पदाधिकारियों का कहना है कि कोरोना के कारण भक्त शारीरिक रूप से 5 अगस्त को भूमि पूजन में शामिल नहीं हो सकते लेकिन उस दिन शाम को अयोध्या की तरफ मुंह करके अपने घर की छतों पर दीपक जलाकर मानसिक रूप से स्वयं को राम जन्म भूमि के भूमि पूजन कार्यक्रम से लोग खुद को जोड़ सकते हैं। पांच अगस्त को विहिप काशी प्रांत के प्रयागराज समेत 19 जिलों में दिवाली जैसा माहौल हो इसके लिए वह ने संबंधित जिलों में 215 टोली भेजने का निर्णय लिया है।
हर एक टोली में 50 से 60 कार्यकर्ता रहेंगे जो लोगों को इस ऐतिहासिक दिन के उपलक्ष पर खुशी जाहिर करने के लिए दीया जलाने के लिए प्रेरित करेंगे। परिषद के क्षेत्र संगठन मंत्री अम्बरीश सिंह से राय मशवरा लेने के बाद प्रांत संगठन मंत्री मुकेश ने बताया कि एक-दो दिन में इन सभी 19 जिलों में संगठन की टोली सक्रिय हो जाएगी और गांव-गांव जाकर लोगों को इस आयोजन के बारे में बताएगी और उनसे निवेदन करेगी कि भूमि पूजन वाले दिन शाम को भगवान राम के नाम एक दीपक जरूर जलाएं।
विहिप के केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी ने बताया कि अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने के बाद पिछले वर्ष विश्व के किसी भी कार्यकर्ता ने जश्न नहीं मनाया था। अब जब स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन के लिए आ रहे हैं तो दीया जलाकर विहिप के कार्यकर्ता इस आयोजन को लेकर खासे उत्साहित हैं।
प्रांत के पदाधिकारी ही संगम का जल और मिट्टी लेकर रवाना होंगे अयोध्या
5 अगस्त को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन के लिए प्रयागराज से संगम का जल और वहां की मिट्टी को लेकर विश्व हिंदू परिषद काशी प्रांत के पदाधिकारी 28 या 29 जुलाई को प्रयागराज से रवाना होंगे। प्रांत संगठन मंत्री मुकेश कुमार ने बताया कि संगठन ने यह दायित्व काशी प्रांत के पदाधिकारियों को सौंपा है। उन्होंने कहा कि 28 जुलाई को अयोध्या जाने की प्रबल संभावना है ,अगर किन्ही कारणों से 28 को ना जा पाए तो 29 जुलाई को निश्चित तौर पर प्रांत के पदाधिकारी संगम का जल लेकर अयोध्या पहुंच जाएंगे।
विहिप की सभी हिंदुओं से 5 अगस्त को घर में ही भजन कीर्तन करने की अपील
विश्व हिंदू परिषद ने 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन कार्यक्रम को राष्ट्रीय पुनर्जागरण के महापर्व के रूप में मनाने की लोगों से अपील की है। विहिप के क्षेत्र संगठन मंत्री अमरीश सिंह ने बताया कि उस दिन सभी रामभक्त , सन्त महात्मा अपने मठ मन्दिर आश्रम में, अन्य सभी श्रद्धालु अपने घर पर परिवार के साथ या अपने निकट के मन्दिर में सामूहिक बैठकर सुबह 11:30 बजे से 12:30 बजे तक अपने आराध्य का भजन पूजन कीर्तन करें।
यदि संभव हो तो सामाजिक दूरी के साथ किसी बड़े सभागार मे अयोध्या का पूजन कार्यक्रम लाइव दिखाने की भी व्यवस्था की जाए। हालांकि उस कार्यक्रम टेलीविजन पर लाइव आएगा ऐसे में लोग अपने घर से ही यह कार्यक्रम देखें तो बेहतर है। लोग अपनी अपनी सामर्थ्य के अनुसार मन्दिर निर्माण के लिए दान का संकल्प करें ।