दिल्ली से मेरठ के बीच चलने वाली प्रस्तावित रैपिड रेल के मुख्य ट्रायल का काउंटडाउन शुरू हो गया है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने अपनी वेबसाइट पर बताया है कि मात्र 147 दिन बाद रैपिड रेल ट्रैक पर दौड़ती हुई दिखाई देगी। रैपिड रेल के चलने से जहां यात्री आसानी के साथ रफ्तार में साहिबाबाद से दुहाई तक पहुंच जाएंगे, वहीं शहर को जाम से भी मुक्ति मिलेगी।
दरअसल, मार्च-2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की पहली रैपिड रेल (सरायकाले खां से मोदीपुरम) का शिलान्यास किया था। इसके बाद से ही लगातार सरायकाले खां से मेरठ तक निर्माण कार्य जारी है। मेरठ में शताब्दीनगर में डिपो बनाकर ट्रैक निर्माण, स्लैब आदि कार्य किए जा रहे हैं। यहां से सामान को साइट पर ले जाया जाता है। वहीं, दुहाई डिपो में गुजरात से ट्रेलरों में छह कोच के दो रैक लाए जा चुके हैं। इन ट्रेन सेट को गुजरात के सांवली में स्थित एल्सटॉम कंपनी के प्लांट से ट्रेलर पर लाद कर सड़क मार्ग द्वारा लाया गया है। 940 किमी का सफर तय कर गुजरात से रैपिड रेल गाजियाबाद स्थित दुहाई डिपो पहुंची थी।
दरअसल, मार्च-2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की पहली रैपिड रेल (सरायकाले खां से मोदीपुरम) का शिलान्यास किया था। इसके बाद से ही लगातार सरायकाले खां से मेरठ तक निर्माण कार्य जारी है। मेरठ में शताब्दीनगर में डिपो बनाकर ट्रैक निर्माण, स्लैब आदि कार्य किए जा रहे हैं। यहां से सामान को साइट पर ले जाया जाता है। वहीं, दुहाई डिपो में गुजरात से ट्रेलरों में छह कोच के दो रैक लाए जा चुके हैं। इन ट्रेन सेट को गुजरात के सांवली में स्थित एल्सटॉम कंपनी के प्लांट से ट्रेलर पर लाद कर सड़क मार्ग द्वारा लाया गया है। 940 किमी का सफर तय कर गुजरात से रैपिड रेल गाजियाबाद स्थित दुहाई डिपो पहुंची थी।