कानपुर में लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे पर वॉल्वो बस और फॉर्च्यूनर की टक्कर इतनी भीषण थी कि कार कई फीट अंदर दब गई। कार सवार पांचों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। कार भीतर की तरफ दब जाने से शव निकालने में पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी। करीब एक घंटे तक शव फंसे रहे। बाद मेें गैस कटर से काटकर शव बाहर निकाले गए।
शव देख सहम गए
हादसा सोमवार देर रात साढ़े बारह बजे हुआ। दस मिनट के भीतर पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। पुलिसकर्मी राहगीरों की मदद से कार में फंसे लोगों को निकालने में जुटे रहे लेकिन नाकाम रहे। रात करीब डेढ़ बजे के बाद पुलिस सभी शव निकलवा सकी। एक-दो शव क्षत-विक्षत हो गए थे। जिन्हें देखकर लोग सहम गए।
दो जेसीबी मशीने चार घंटे में निकाल पाई बस
बस करीब 40 फीट ऊंचे फ्लाईओवर से नीचे गिरी थी। बस का अगला हिस्सा एक्सप्रेस वे और सर्विस लेन के मध्य बने नाले में घुसने से फंस गई थी। दुर्घटनाग्रस्त बस को निकालने में दो जेसीबी को करीब चार घंटे का समय लगा।
कन्नौज, अरौल और सीएचसी बिल्हौर से पहुंची एंबुलेंस
एक्सप्रेस-वे पर चकखासपुर अंडरपास के पास मकनपुर में हुई दुर्घटना की सूचना के 20 मिनट बाद सबसे पहले अरौल टोल प्लाजा से एक और कन्नौज जनपद से दो एंबुलेंस, सीएचसी बिल्हौर से तीन एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंच गई थीं। उसके बाद घायलों कोे अस्पताल पहुंचाया।
रोडवेज बस की ऊंचाई ने बचाई यात्रियों की जान
इंस्पेक्टर जनार्दन प्रताप सिंह ने बताया कि रोडवेज बस की ऊंचाई ने बस में सवार करीब 40 यात्रियों की जान बचा ली। अगर बस की ऊंचाई कम होती तो हादसा और बड़ा हो सकता था।