फिरोजाबाद जिले में डेंगू का डंक जानलेवा साबित हो रहा है। मौतों का आंकड़ा डराने वाला है। डेंगू और वायरल से मौतों के आंकड़ों पर गौर करें तो विगत तीन सप्ताह में हर चार दिन में 15 मरीजों की मौत हुई। मरने वालों में अधिकतर बच्चे शामिल थे। जिले में यह स्थिति दिन-प्रतिदनि घातक होती जा रही है। शहर के सौ शैय्या अस्पताल में 400 बीमार बच्चे भर्ती हैं।
डेंगू के पैर पसारने के बाद से सुहागनगरी में किलकारियों के स्वर धीमे पड़ गए हैं। बच्चों की आवाजों से आबाद रहने वाले घरों में आज सन्नाटा है। मौत के झपट्टे ने हाल के त्योहारी सीजन को फीका कर दिया। कान्हा की पोशाकें घरों में धरी रह गईं। डेंगू और बुखार से जिन बच्चों की मौत हुई है, उनके माता-पिता की आंखों के सामने से अपने लाल का चेहरा नहीं हट रहा है। किसी मां की कोख उजड़ गई है तो किसी भाई की कलाई सूनी हो गई है।
डेंगू के पैर पसारने के बाद से सुहागनगरी में किलकारियों के स्वर धीमे पड़ गए हैं। बच्चों की आवाजों से आबाद रहने वाले घरों में आज सन्नाटा है। मौत के झपट्टे ने हाल के त्योहारी सीजन को फीका कर दिया। कान्हा की पोशाकें घरों में धरी रह गईं। डेंगू और बुखार से जिन बच्चों की मौत हुई है, उनके माता-पिता की आंखों के सामने से अपने लाल का चेहरा नहीं हट रहा है। किसी मां की कोख उजड़ गई है तो किसी भाई की कलाई सूनी हो गई है।