लखनऊ के हजरतगंज में जवाहर भवन के सामने एचडीएफसी बैंक परिसर में बैठे कैशवैन के सुरक्षा कर्मी स्वामी दयाल त्रिपाठी (50) को संदिग्ध हालात में गोली लग गई। पुलिस ने आनन-फानन उसे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। त्योहार के दिन भीड़भाड़ वाले इलाके में अचानक गोली चलने से भगदड़ की स्थिति हो गई थी। इसे संभालने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्रा के मुताबिक, पार्क रोड निवासी स्वामी दयाल त्रिपाठी एलायंस सिक्योरिटी एजेंसी में गार्ड है। उनकी तैनाती जवाहर भवन के सामने एचडीएफसी बैंक परिसर में है। सीएमएस कैश वैन की सुरक्षा में तैनात स्वामी दयाल दोपहर करीब तीन बजे कलेक्शन का रुपया लेकर पहुंचे। कैशियर बैंक के अंदर रकम जमा करने गया। स्वामी दयाल बाहर सीढ़ियों पर बैठा था। शाम करीब चार बजे सीढ़ियों पर बैठे वह बंदूक की नाल पर गर्दन टिकाए था। अचानक उनके दाहिने हाथ की उंगली ट्रिगर पर चली गई और गोली स्वामी दयाल के गर्दन के आरपार हो गई।
अलग-अलग कहानी से घटना पर उठ रहे सवाल
एलायंस सिक्योरिटी के एरिया मैनेजर अमित श्रीवास्तव के मुताबिक, स्वामी दयाल त्रिपाठी बैंक परिसर में बंदूक की सफाई कर रहे थे। इस दौरान गोली चली और स्वामी दयाल की मौत हो गई। हालांकि, पुलिस इस तर्क को गलत बता रही है। पुलिस के मुताबिक, गार्ड वहां बंदूक साफ नहीं कर रहा था। वह सुरक्षा में तैनात था। सुरक्षाकर्मी स्वामी दयाल की थोड़ी सी लापरवाही ने उसकी जान ले ली।
गोली मारकर लूट की सूचना, हड़कंप
अचानक गोली चलने की आवाज पर लोगों ने पुलिस को हत्या कर लूट की सूचना दी। आनन-फानन में पहुंची पुलिस ने पड़ताल शुरू किया। प्रभारी निरीक्षक राधारमण सिंह के मुताबिक, बैंक में पूछताछ में पता चला कि 16 लाख रुपये कलेक्शन का लेकर आए थे। जिसे जमा करा दिया था। नकदी जमा करते समय ही हादसा हुआ। पुलिस ने नकदी जमा करने की रसीद भी कब्जे में ले ली है। स्वामी दयाल के घर में धनतेरस व दीपावली की तैयारी चल रही थी। पत्नी व बच्चे उनका इंतजार कर रहे थे। स्वामी दयाल घर तो नहीं पहुंचे, लेकिन उनको गोली लगने की सूचना परिवारीजनों को मिली तो सिविल अस्पताल पहुंची पत्नी शव देखते ही बेहोश हो गईं। बच्चों का भी रो-रोकर बुरा हाल था।