पाकिस्तान में मंगलवार को आए ताकतवर भूकंप में पाक के कब्जे वाले कश्मीर में 26 लोगों की मौत हो गई, जबकि महिलाएं और बच्चों सहित 300 से ज्यादा जख्मी हो गए। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6.3 मापी गई है। भूकंप ने पीओके सहित इस्लामाबाद, लाहौर, पेशावर, सहित कई शहरों को हिला कर रख दिया। अमेरिकी भूगर्भ विज्ञान विभाग ने भूकंप का केंद्र पीओके के न्यू मीरपुर में जमीन के 10 किलोमीटर नीचे बताया है। झटके 8 से 10 सेकेंड तक महसूस किए गए।
सूत्रों के अनुसार, मंगलवार दोपहर करीब 4:33 बजे आए भूकंप से झेलम के 22 किलोमीटर इलाके में पंजाब प्रांत बुरी तरह प्रभावित हुआ है। डिविजनल कमिश्नर चौधरी मोहम्मद तैयब ने बताया कि इस विभीषिका में मीरपुर में तीन युवक सहित 23 लोग मारे गए हैं, जिनमें 10 लोग जतलान गांव के हैं। घायलों में 100 की हालत गंभीर है। उस इलाके में एक सड़क बुरी तरह धंस गई, जिसमें कई वाहन पलट गए। कई और मकानों के ढहने की भी खबर है। पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष मोहम्मद रियाज ने बताया कि पाक के कब्जे वाले कश्मीर में मीरपुर जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। इसके अलावा सियालकोट, गुजरात, खैबर पख्तूनख्वा, मुल्तान, स्वात, मनशेरा और एबटाबाद आदि जगहों पर भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। उधर, पाकिस्तान के विज्ञान मंत्री फवाद चौधरी ने भूकंप की तीव्रता 7.1 बताई है।
बाजवा ने सेना को बचाव कार्य में जुटने का दिया निर्देश
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भूकंप से हुए नुकसान पर दुख जताया है। प्रधानमंत्री और पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने सेना बचाव कार्य में प्रशासन की मदद करने के लिए तत्काल जुटने का निर्देश दिया है। सेना की ओर से ट्वीट में कहा गया है कि हेलिकॉप्टर और मेडिकल टीम को रवाना कर दिया गया है।
मंगला डैम सुरक्षित, झेलम नहर टूटने से गांवों में भरा पानी
अधिकारियों ने बताया कि भूकंप का केंद्र रहे मीरपुर के पास मंगला डैम सुरक्षित है। यह डैम पाकिस्तान के पानी का प्रमुख स्रोत है। मंगला डैम बिजली घर को बंद कर दिया गया है। इससे नेशनल ग्रिड को आपूर्ति होने वाली 900 मेगावाट बिजली में कटौती होगी। वहीं ऊपरी झेलम नहर को काफी नुकसान पहुंचा है, जिससे आसपास के कई गांवों में पानी घुस गया है।
पूरे उत्तर भारत में महसूस किए गए झटके
भूकंप के झटके दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भी महसूस किए गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दहशत के कारण कर्ह जगहों पर लोग अपने-अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए।