कोरोना महामारी के बीच इस बार गुरु पूर्णिमा पर गोरखनाथ मंदिर में पहले की तरह कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होंगे। जानकारी देते हुए गोरखनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी योगी कमलनाथ ने बताया कि लोगों की सुरक्षा को देखते हुए खुद गोरक्षपीठाधीश्वर के निर्देश पर मंदिर प्रबंधन ने किसी तरह के सार्वजनिक कार्यक्रम न करने का निर्णय लिया है।
पुजारी योगी कमलनाथ ने बताया कि इस बार गुरु पूर्णिमा गोरखनाथ मंदिर में बिना शिष्यों के होगी। गुरु पूर्णिमा ऐसा पर्व है जिसे देश में हर कोई बड़े आदर व सम्मान के साथ मनाता है। यह परंपरा हिंदू धर्म के सभी पंथों में सम्मान पूर्वक मनाई जाती है।
गुरु पूर्णिमा का पर्व हर साल बड़े ही भव्य तरीके से गोरखनाथ मंदिर में मनाया जाता है। इस दिन गुरु रूप में गोरक्षपीठाधीश्वर को भक्त तिलक लगाकर उनसे आशीर्वाद ग्रहण करते हैं। इस बार की गुरु पूर्णिमा हर बार से अलग होगी। मंदिर में हमेशा की तरह सुबह से पूजा-पाठ होगा।
गुरु गोरखनाथ को फूल मालाओं से सजाया जाएगा। इसके अलावा अन्य देवी देवताओं की भी पूजा-अर्चना होगी। पुजारी योगी कमलनाथ ने बताया कि इस बार सभी कार्यक्रम पहले की तरह ही होंगे, लेकिन सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होगा।
मंदिर से बाहर का कोई भी व्यक्ति कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकेगा। मंदिर के अंदर जितने साधु-संत हैं सिर्फ वे ही अपने गुरु की पूजा करेंगे और उनसे आशीर्वाद लेंगे।