टेलर के मालिक के घर व दुकान पर छापे में 30.17 लाख रुपये की नगदी और 2.700 किलो सोने की बरामदगी के मामले में चौकाने वाला सच सामने आया है। ईडी ने महाराजा टेलर के घर से जो 30.17 लाख नगदी और ढाई किलो सोना बरामद किया था। शनिवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दोनों ज्वेलरों को कार्यालय में बुलाकर घंटों पूछताछ की।
वहीं ईडी इस एंगल से भी जांच कर रही है कि कहीं दुकान मालिक केवल टेलरिंग शॉप को दिखाकर कोई और बिजनेस तो नहीं कर रहे। ईडी ने इस मामले में शनिवार को कई सुनारों से पूछताछ की है। ईडी टेलर का पैसा बदलने वाले बैंक अधिकारियों के बारे में भी पता लगा रही है। ईडी इस एंगल से जांच कर रही है कि महाराजा टेलर के मालिक टेलरिंग दुकान की आड़ में कोई और बिजनेस तो नहीं कर रहे हैं।
कहीं ये लोग टेलरिंग शॉप की आमदनी का ही टैक्स भर रहे हैं और वे टैक्स चोरी कर रहे हैं। इसीलिए ईडी ने आयकर विभाग को मामले की जांच करने के लिए लिखा है। ईडी के डिप्टी डायरेक्टर गुरनाम सिंह की अगुवाई में करीब 10 घंटे तक चली इस रेड में ईडी ने 1.5 किलो के सोने के गहने व एक किलो सोने की ईंटें तथा दो 100 - 100 ग्राम के सोने के बिस्कुट मिले थे।
चौकाने वाली बात यह है कि जैसे ही नोटबंदी की घोषणा हुई, महाराजा टेलर के मालिकों ने 44 हजार रुपये प्रति दस ग्राम के हिसाब से सोना खरीदा था। ईडी ने मोहाली में फेज सात इंडस्ट्रियल एरिया व चंडीगढ़ में सेक्टर 22 में उसकी दुकान की भी सर्च की। ईडी का कहना है कि फिलहाल मामले में एफआईआर दर्ज नहीं करवाई गई है।
अभी नगदी और सोने की जांच चल रही है। अभी तक न र्तो ईडी की तरफ से एफआईआर दर्ज की गई न ही मोहाली के थाने में कोई शिकायत दर्ज करवाई गई है। शनिवार को ईडी ने सेक्टर 22 स्थित टेलर द्वारा बताए गए ज्वेलर की दुकान पर जाकर छानबीन भी की। हालांर्कि ईडी का कहना है कि ज्वैलर के पास से कुछ नहीं मिला। जानकारी के मुताबिक महाराजा टेलर के मालिक ने एक किलो सोना सेक्टर 22 के ज्वेलर से और 1.5 किलो सोना लुधियाना के ज्वेलर से खरीदा था।