रोहतक में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) परिसर में छात्रा से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। हालांकि छेड़छाड़ की शिकायत नहीं हुई है। कैंपस की सुरक्षा में तैनात गार्डों ने बाइक सवार मनचलों को पकड़ने का प्रयास किया, मगर वे गार्ड को ही टक्कर मार कर भाग निकले। इस दौरान गेट नंबर दो पर गिरने पर वे अपनी बाइक वहीं छोड़ गए। इस घटना में घायल गार्ड की हालत नाजुक बनी हुई है।
दरअसल, मंगलवार दोपहर करीब पौने एक बजे दो बाइकों पर सवार चार युवक कुलपति कार्यालय की ओर से चलते। इन्होंने यज्ञशाला के पास छात्राओं से अभद्रता की। विरोध करने पर वे भाग निकले। इस बारे में गार्डों ने कंट्रोल रूप में सूचना दी। सूचना मिलते ही गार्ड हरकत में आ गए।
तेज रफ्तार बाइक सवारों ने गेट नंबर दो के पास भी एक स्कूटी सवार लड़की पर हाथ मारा। उनकी यह हरकत सीसीटीवी के कैद हो गई। यहीं पहले से उन्हें रोकने के लिए तैनात गार्ड ने रुकने का इशारा किया। इस पर बाइक सवारों ने रफ्तार और बढ़ा दी। उन्हें रुकता न देख एक गार्ड ने उन पर डंडा भी चलाया।
इसके बावजूद बाइक सवार नहीं रुके और तेज रफ्तार से सामने खड़े गार्ड को टक्कर दे मारी। इससे गार्ड गेट नंबर दो से उछलकर दूर जा गिरा। वह करीब छह फिट तक घिसटता गया। उसका सिर जमीन से टकराया और वहां खून फैल गया।
इसी बीच टक्कर मारने वाले युवक अपनी बाइक छोड़ कर पैदल ही वहां से भाग निकले। आसपास के छात्र छात्राओं ने घायल गार्ड की मदद कर उसे उठाया और पीजीआई पहुंचाया। यहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। इस मामले में देर शाम तक किसी तरह की छेड़छाड़ या अन्य शिकायत नहीं दी गई थी।
गार्ड पर गिर सकती है गाज
एमडीयू की सुरक्षा को लेकर एक गार्ड ने अपनी जान की बाजी लगा दी। जबकि दूसरे ने बाइक सवारों को रोकने का भरसक प्रयास किया। इसके लिए उन पर डंडा भी चलाया। गार्ड का यह डंडा चलाना संबंधित गार्ड की परेशानी बन सकता है। इस तरह तेज रफ्तार बाइक सवार पर डंडा मारना उनकी जान का खतरा बन सकता था। साथ ही एक बार फिर गार्ड हाथ मलते रह गए और बाइक सवार मनचले साफ भाग निकले। ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि गार्ड सजा पाएंगे या इनाम। यह विषय कैंपस में चर्चा का विषय बना हुआ है। मामला दबाया भी जा सकता है। इसे लेकर छात्र संगठनों ने सोशल मीडिया पर साफ लिखा है। इसमें साफ कहा गया है कि एमडीयू की ज़िम्मेदारी कुछ हज़ार रुपये पाने वाले कच्चे कर्मचारियों की है? अधिकारियों की कोई जिम्मेदारी नहीं ?
पहले भी होती रही है छात्राओं से अभद्रता
एमडीयू में छात्राओं से छेड़छाड़ की घटना नई नहीं है। पहले भी मनचले अपनी हरकतों से कैंपस को शर्मशार करते रहे हैं। कभी बाइकें तो कभी काले शीशे वाली कारें। अक्सर कैंपस में चर्चा का विषय बनी रहती हैं। इनमें सवार शरारतीतत्व कब क्या कर जाएं किसी को कुछ नहीं पता। यही वजह है कि कैंपस में कभी गोलियां चलती हैं तो कभी चाकू या लाठी डंडे। हाल ही में एक छात्रा ने इसी तरह की परेशानी से तंग आ कर आत्महत्या कर ली थी।
कैंपस में बाइक सवार मनचलों के छात्राओं से अभद्रता करने का मामला सामने आया है। इस बारे में सूचना मिलने पर उन्हें रोकने के लिए गार्ड तैनात किए गए। इनमें से एक गार्ड को बाइक सवार टक्कर मार कर भाग निकले। बाइक की टक्कर लगने से गार्ड की हालत गंभीर बनी हुई है। वह पीजीआई में उपचाराधीन है। गार्ड ने बाइक सवारों को रोकने के लिए डंडा दिखाया है। उन्हें मारा नहीं है। फिर भी शिकायत मिलने पर जांच कराई जाएगी। -रमेश ढाका, मुख्य सुरक्षा अधिकारी (सीएसओ), एमडीयू।