हिसार। सेक्टर-16-17 में बनी झुग्गियों में वीरवार दोपहर करीब ढाई बजे अचानक आग लग गई। आग इतनी भयंकर थी कि एक-एक कर 25 से 30 झुग्गियों को अपनी चपेट में ले लिया। आग लगने से झुग्गियों में पड़ा सामान जल हो गया, लेकिन किसी व्यक्ति को क्षति नहीं पहुंची। आग की लपटें काफी ऊपर तक उठ रही थीं और धुआं काफी दूर तक दिखाई दे रहा था।
सूचना पाकर दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। सात गाड़ियों ने करीब साढ़े तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। सूचना मिलते ही अर्बन एस्टेट थाना और सिविल लाइन थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची। इसके साथ ही दो एंबुलेंस और नायब तहसीलदार ललित कुमार जाखड़ भी मौके पर पहुंचे। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। उधर, नगर निगम द्वारा सभी पीड़ितों के लिए सेक्टर 16-17 के कम्यूनिटी सेंटर में रहने का इंतजाम किया है।
सभी परिवार गए थे मजदूरी पर
पीड़ित सोहनलाल ने बताया कि यहां करीब 150 झुग्गियां बनी हैं और इनमें रहने वाले सभी मध्यप्रदेश के दमोह जिले के पटेरा तहसील के अंतर्गत कुंवरपुर गांव के रहने वाले हैं। सभी आपस में रिश्तेदार हैं। सोहनलाल ने बताया कि यहां करीब 700 लोग रहते हैं और मजदूरी करके अपना गुजारा चलतो हैं। कोई दिहाड़ी पर जाता है तो कोई कोठियों में साफ-सफाई का काम करता है। सोहनलाल ने बताया कि उसे दोपहर करीब तीन बजे उसके बेटे रिंकू ने उसे आग लगने की जानकारी दी। उस दौरान सोहनलाल सेक्टर-17 में दिहाड़ी पर गया था।
जल गए शादी के लिए खरीदे वस्त्र
पीड़िता भारती, ममता, देवंती, पार्वती, हल्ली, संगीता, नेहा आदि ने बताया कि वे छह वर्ष से यहां रह रहे हैं। नेहा की बहन कल्पना की 25 अप्रैल की शादी है। उसी के चलते 18 अप्रैल को सभी को गांव कुंवरपुर जाना था। इनमें से करीब आठ परिवार चार अप्रैल को शादी में भाग लेने के लिए जा चुके हैं। नेहा ने बताया कि 18 अप्रैल को उन्हें ट्रेन से जाना था, लेकिन आग लगने से उनके ट्रेन के टिकट भी जल गए। नेहा ने बताया कि उसने शादी के लिए 10 हजार रुपये के कपड़े करीब दो दिन पहले ही खरीदे थे। वे भी आग की भेंट चढ़ गए। पीड़ित महिलाओं ने बताया कि उन्हें एक या दो तारीख को वेतन मिलता है। इस बार भी मिला वेतन उन्होंने अपनी झुग्गियों में रखा था, जो आग की भेंट चढ़ गया।
एक के बाद कई सिलिंडर फटे
जिस जगह आग लगी वहां कांटेदार झाड़ियां होने से आग फैलती चली गई। झुग्गियों में पड़े करीब 15 से 20 सिलिंडर भी आग के कारण एक के बाद एक कर फटते चले गए। हालांकि कुछ सिलिंडर छोटे थे, लेकिन इनके फटने से वहां मौजूद दमकल कर्मियों में भी भय का माहौल पैदा हो गया। मौके पर लोगों की भारी भीड़ भी जमा हो गई। सिलिंडर फटने से कोई बड़ा हादसा न हो, इसके लिए पुलिस भी बार-बार लोगों को वहां से हट जाने को कहती रही। सिलिंडर फटने की आवाज के साथ-साथ पीड़ितों की चीखपुकार से मंजर काफी भयावह हो गया था।
खाक में से आस तलाशती दिखीं पीड़ित महिलाएं
आग पर जब दमकल विभाग ने काबू पा लिया तो उसके बाद पीड़ित महिलाएं अपनी-अपनी झुग्गियों पर जाकर खाक में तबदील हो चुके सामान को देख रही थीं कि शायद कोई कीमती सामान बच गया हो। उस दौरान पीड़िता अनीता ने रोते बिलखते हाथ में अपने बच्चे की अधजली किताबें लेकर कहा कि अब बेटे को किताबें कहां से दिलवाऊंगी।
सहारे की आस में सड़क पर बैठे दिखे बच्चे, मदद के लिए आए सेक्टरवासी
आग से जो भी सामान बचा था उसे लेकर पीड़ित सड़क पर आ गए। वहां सामान के पास अपने बच्चों को बैठाकर दोबारा झुग्गियों के पास चले गए। शायद कुछ और सामान आग में जलने से बच गया हो। सेक्टर के भी अनेक लोग मौके पर पहुंचे और पीड़ितों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
पहले भी हो तबाह हो चुकी झुग्गियां
70 एकड़ में फैली इस जगह के मालिक करनैल सिंह भी मौके पर पहुंचे। वह पास में ही बने एक मकान में रहते हैं। उन्होंने बताया कि 23 मई 2016 को भी ये झुग्गियां इसी तरह तबाह हुई थीं। उस दौरान नहर का पानी इन पर आफत बनकर टूटा था। करनैल सिंह ने बताया कि झुग्गियों के दूसरी तरफ बालसमंद नहर है। 23 मई 2016 की रात को नहर टूट जाने के कारण सारा पानी इन झुग्गियों में आ गया था, जिस कारण झुग्गियां तबाह हो गई थीं। करनैल सिंह ने कहा कि वह अपनी तरफ से मदद करने के साथ-साथ प्रशासन से भी इनकी मदद के लिए गुहार लगाएंगे।
पीड़ितों का आरोप, लगाई गई है आग
पीड़ितों का आरोप है कि यह आग लगाई गई है। नहर की तरफ वाली झुग्गियों से ये आग शुरू हुई थी। हालांकि उस तरफ की झुग्गियों वाले शादी में शिरकत करने के लिए चार अप्रैल को जा चुके हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यह आग एक महिला द्वारा खाना बनाते समय चूल्हे से उठी चिंगारी से लगी तो कोई यह कहता दिखा कि यह आग किसी नशेड़ी द्वारा बीड़ी पीने के दौरान चिंगारी से लगी। हालांकि इस बारे में पुलिस या दमकल विभाग का अभी कुछ नहीं कहना है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही सच्चाई पता चल पाएगी।
मेयर ने सेक्टर 16-17 सामुदायिक केंद्र में किया पीड़ित परिवारों के ठहरने का इंतजाम
मेयर गौतम सरदाना मौके पर पहुंचे और लोगों व प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। मेयर ने अधिकारियों को सभी पीड़ितों को सेक्टर 16-17 के सामुदायिक केंद्र में ठहराने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि पीड़ितों को नगर निगम की ओर से हर संभव सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी।
हिसार। सेक्टर-16-17 में बनी झुग्गियों में वीरवार दोपहर करीब ढाई बजे अचानक आग लग गई। आग इतनी भयंकर थी कि एक-एक कर 25 से 30 झुग्गियों को अपनी चपेट में ले लिया। आग लगने से झुग्गियों में पड़ा सामान जल हो गया, लेकिन किसी व्यक्ति को क्षति नहीं पहुंची। आग की लपटें काफी ऊपर तक उठ रही थीं और धुआं काफी दूर तक दिखाई दे रहा था।
सूचना पाकर दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। सात गाड़ियों ने करीब साढ़े तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। सूचना मिलते ही अर्बन एस्टेट थाना और सिविल लाइन थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची। इसके साथ ही दो एंबुलेंस और नायब तहसीलदार ललित कुमार जाखड़ भी मौके पर पहुंचे। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। उधर, नगर निगम द्वारा सभी पीड़ितों के लिए सेक्टर 16-17 के कम्यूनिटी सेंटर में रहने का इंतजाम किया है।
सभी परिवार गए थे मजदूरी पर
पीड़ित सोहनलाल ने बताया कि यहां करीब 150 झुग्गियां बनी हैं और इनमें रहने वाले सभी मध्यप्रदेश के दमोह जिले के पटेरा तहसील के अंतर्गत कुंवरपुर गांव के रहने वाले हैं। सभी आपस में रिश्तेदार हैं। सोहनलाल ने बताया कि यहां करीब 700 लोग रहते हैं और मजदूरी करके अपना गुजारा चलतो हैं। कोई दिहाड़ी पर जाता है तो कोई कोठियों में साफ-सफाई का काम करता है। सोहनलाल ने बताया कि उसे दोपहर करीब तीन बजे उसके बेटे रिंकू ने उसे आग लगने की जानकारी दी। उस दौरान सोहनलाल सेक्टर-17 में दिहाड़ी पर गया था।
जल गए शादी के लिए खरीदे वस्त्र
पीड़िता भारती, ममता, देवंती, पार्वती, हल्ली, संगीता, नेहा आदि ने बताया कि वे छह वर्ष से यहां रह रहे हैं। नेहा की बहन कल्पना की 25 अप्रैल की शादी है। उसी के चलते 18 अप्रैल को सभी को गांव कुंवरपुर जाना था। इनमें से करीब आठ परिवार चार अप्रैल को शादी में भाग लेने के लिए जा चुके हैं। नेहा ने बताया कि 18 अप्रैल को उन्हें ट्रेन से जाना था, लेकिन आग लगने से उनके ट्रेन के टिकट भी जल गए। नेहा ने बताया कि उसने शादी के लिए 10 हजार रुपये के कपड़े करीब दो दिन पहले ही खरीदे थे। वे भी आग की भेंट चढ़ गए। पीड़ित महिलाओं ने बताया कि उन्हें एक या दो तारीख को वेतन मिलता है। इस बार भी मिला वेतन उन्होंने अपनी झुग्गियों में रखा था, जो आग की भेंट चढ़ गया।
एक के बाद कई सिलिंडर फटे
जिस जगह आग लगी वहां कांटेदार झाड़ियां होने से आग फैलती चली गई। झुग्गियों में पड़े करीब 15 से 20 सिलिंडर भी आग के कारण एक के बाद एक कर फटते चले गए। हालांकि कुछ सिलिंडर छोटे थे, लेकिन इनके फटने से वहां मौजूद दमकल कर्मियों में भी भय का माहौल पैदा हो गया। मौके पर लोगों की भारी भीड़ भी जमा हो गई। सिलिंडर फटने से कोई बड़ा हादसा न हो, इसके लिए पुलिस भी बार-बार लोगों को वहां से हट जाने को कहती रही। सिलिंडर फटने की आवाज के साथ-साथ पीड़ितों की चीखपुकार से मंजर काफी भयावह हो गया था।
खाक में से आस तलाशती दिखीं पीड़ित महिलाएं
आग पर जब दमकल विभाग ने काबू पा लिया तो उसके बाद पीड़ित महिलाएं अपनी-अपनी झुग्गियों पर जाकर खाक में तबदील हो चुके सामान को देख रही थीं कि शायद कोई कीमती सामान बच गया हो। उस दौरान पीड़िता अनीता ने रोते बिलखते हाथ में अपने बच्चे की अधजली किताबें लेकर कहा कि अब बेटे को किताबें कहां से दिलवाऊंगी।
सहारे की आस में सड़क पर बैठे दिखे बच्चे, मदद के लिए आए सेक्टरवासी
आग से जो भी सामान बचा था उसे लेकर पीड़ित सड़क पर आ गए। वहां सामान के पास अपने बच्चों को बैठाकर दोबारा झुग्गियों के पास चले गए। शायद कुछ और सामान आग में जलने से बच गया हो। सेक्टर के भी अनेक लोग मौके पर पहुंचे और पीड़ितों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
पहले भी हो तबाह हो चुकी झुग्गियां
70 एकड़ में फैली इस जगह के मालिक करनैल सिंह भी मौके पर पहुंचे। वह पास में ही बने एक मकान में रहते हैं। उन्होंने बताया कि 23 मई 2016 को भी ये झुग्गियां इसी तरह तबाह हुई थीं। उस दौरान नहर का पानी इन पर आफत बनकर टूटा था। करनैल सिंह ने बताया कि झुग्गियों के दूसरी तरफ बालसमंद नहर है। 23 मई 2016 की रात को नहर टूट जाने के कारण सारा पानी इन झुग्गियों में आ गया था, जिस कारण झुग्गियां तबाह हो गई थीं। करनैल सिंह ने कहा कि वह अपनी तरफ से मदद करने के साथ-साथ प्रशासन से भी इनकी मदद के लिए गुहार लगाएंगे।
पीड़ितों का आरोप, लगाई गई है आग
पीड़ितों का आरोप है कि यह आग लगाई गई है। नहर की तरफ वाली झुग्गियों से ये आग शुरू हुई थी। हालांकि उस तरफ की झुग्गियों वाले शादी में शिरकत करने के लिए चार अप्रैल को जा चुके हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यह आग एक महिला द्वारा खाना बनाते समय चूल्हे से उठी चिंगारी से लगी तो कोई यह कहता दिखा कि यह आग किसी नशेड़ी द्वारा बीड़ी पीने के दौरान चिंगारी से लगी। हालांकि इस बारे में पुलिस या दमकल विभाग का अभी कुछ नहीं कहना है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही सच्चाई पता चल पाएगी।
मेयर ने सेक्टर 16-17 सामुदायिक केंद्र में किया पीड़ित परिवारों के ठहरने का इंतजाम
मेयर गौतम सरदाना मौके पर पहुंचे और लोगों व प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। मेयर ने अधिकारियों को सभी पीड़ितों को सेक्टर 16-17 के सामुदायिक केंद्र में ठहराने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि पीड़ितों को नगर निगम की ओर से हर संभव सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी।