अमरोहा। गन्ना विभाग के गांव स्तर पर तैनात कर्मचारियों को भी सरकार हाईटेक बनाने जा रही है। इन्हें टैबलेट पीसी दिए जाएंगे। जीपीएस सिस्टम के बाद अभिलेखों के रख रखाव से निजात दिलाने के लिए शासन ने यह मुुहिम शुरू की है। इससे किसानों को परेशान होकर नहीं भटकना पड़ेगा। क्योंकि सारा आन लाइन रिकार्ड कर्मचारियों के पास होगा।
कंप्यूटर और इंटरनेट के युग में सरकारी विभाग भला कैसे पीछे रह सकते हैं। शासन ने आजकल सरकारी महकमों को कंप्यूटरीकृत करने की मुहिम छेड़ रखी है। गन्ने का रकबा नापने के लिए जीपीएस सिस्टम और मिलों में होने वाली गन्ने की तौल पर भी सैटेलाइट से नजर रखने के बाद ग्रामीण स्तर पर तैनात गन्ना विभाग के कर्मचारियों को टैबलेट पीसी देने की योजना शुरू की है। योजना का उद्देश्य अभिलेखों को रख रखाव से निजात दिलाना है। अब कर्मचारियों को अभिलेखों के रख रखाव के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। टैबलेट पीसी में विभाग के सभी रिकार्डाें को फीड किया जाएगा। बस कंप्यूटर ऑन करते ही सारा डाटा कर्मचारियों के आंखों के सामने होगा। साथ ही कर्मचारियों को टैबलेट पीसी मिलने से किसानों को परेशान होकर नहीं भटकना पड़ेगा। क्योंकि कर्मचारी द्वारा किसान की समस्या का तुरंत निस्तारण किया जाएगा।
अमरोहा। गन्ना विभाग के गांव स्तर पर तैनात कर्मचारियों को भी सरकार हाईटेक बनाने जा रही है। इन्हें टैबलेट पीसी दिए जाएंगे। जीपीएस सिस्टम के बाद अभिलेखों के रख रखाव से निजात दिलाने के लिए शासन ने यह मुुहिम शुरू की है। इससे किसानों को परेशान होकर नहीं भटकना पड़ेगा। क्योंकि सारा आन लाइन रिकार्ड कर्मचारियों के पास होगा।
कंप्यूटर और इंटरनेट के युग में सरकारी विभाग भला कैसे पीछे रह सकते हैं। शासन ने आजकल सरकारी महकमों को कंप्यूटरीकृत करने की मुहिम छेड़ रखी है। गन्ने का रकबा नापने के लिए जीपीएस सिस्टम और मिलों में होने वाली गन्ने की तौल पर भी सैटेलाइट से नजर रखने के बाद ग्रामीण स्तर पर तैनात गन्ना विभाग के कर्मचारियों को टैबलेट पीसी देने की योजना शुरू की है। योजना का उद्देश्य अभिलेखों को रख रखाव से निजात दिलाना है। अब कर्मचारियों को अभिलेखों के रख रखाव के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। टैबलेट पीसी में विभाग के सभी रिकार्डाें को फीड किया जाएगा। बस कंप्यूटर ऑन करते ही सारा डाटा कर्मचारियों के आंखों के सामने होगा। साथ ही कर्मचारियों को टैबलेट पीसी मिलने से किसानों को परेशान होकर नहीं भटकना पड़ेगा। क्योंकि कर्मचारी द्वारा किसान की समस्या का तुरंत निस्तारण किया जाएगा।