न्यूज डेस्क,अमर उजाला,वाराणसी
Updated Wed, 03 Oct 2018 11:06 PM IST
बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टरों और परिजनों के बीच मारपीट की घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव की कवायद चल रही है। इसके तहत जिला प्रशासन ने तीन महीने के लिए यहां भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी गौरव सिंह सोगरवाल की तैनाती की गई है।
माना जा रहा है कि इस फैसले के बाद अप्रिय घटनाओं पर अंकुश लगाने सहित सुरक्षा के अन्य पहलुओं पर जिला प्रशासन की भूमिका अहम हो जाएगी। 24 सितंबर को फीमेल सर्जरी वार्ड में घटी घटना के बाद छह दिन तक रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर चले गए थे।
इस बीच जिला प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच सुरक्षा के पहलुओं पर कई बार बातचीत हुई थी। बुधवार को भारतीय प्रशासनिक सेवा के परिवीक्षाधीन अधिकारी गौरव सिंह सोगरवाल की तैनाती की गई है। उन्होंने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। जिले में संयुक्त मजिस्ट्रेट के साथ ही उन्हें यह जिम्मेदारी अतिरिक्त दी गई है।
सोगरवाल अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ ही अराजक तत्वों पर नकेल भी कसेंगे। दवाओं की उपलब्धता, डॉक्टरों-कर्मचारियों के साथ संवाद और मरीजों की समस्याओं का आकलन कर उसका समाधान कराने के साथ ही प्रशासनिक कमजोरी का भी मूल्यांकन करेंगे।
बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टरों और परिजनों के बीच मारपीट की घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव की कवायद चल रही है। इसके तहत जिला प्रशासन ने तीन महीने के लिए यहां भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी गौरव सिंह सोगरवाल की तैनाती की गई है।
माना जा रहा है कि इस फैसले के बाद अप्रिय घटनाओं पर अंकुश लगाने सहित सुरक्षा के अन्य पहलुओं पर जिला प्रशासन की भूमिका अहम हो जाएगी। 24 सितंबर को फीमेल सर्जरी वार्ड में घटी घटना के बाद छह दिन तक रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर चले गए थे।
इस बीच जिला प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच सुरक्षा के पहलुओं पर कई बार बातचीत हुई थी। बुधवार को भारतीय प्रशासनिक सेवा के परिवीक्षाधीन अधिकारी गौरव सिंह सोगरवाल की तैनाती की गई है। उन्होंने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। जिले में संयुक्त मजिस्ट्रेट के साथ ही उन्हें यह जिम्मेदारी अतिरिक्त दी गई है।
सोगरवाल अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ ही अराजक तत्वों पर नकेल भी कसेंगे। दवाओं की उपलब्धता, डॉक्टरों-कर्मचारियों के साथ संवाद और मरीजों की समस्याओं का आकलन कर उसका समाधान कराने के साथ ही प्रशासनिक कमजोरी का भी मूल्यांकन करेंगे।