पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
महाशिवरात्रि पर शुक्रवार को काशी विश्वनाथ परिक्षेत्र के रेड जोन स्थित श्रृंगार गौरी का जलाभिषेक करने जा रहे तकरीबन 500 शिवसैनिकों को दो अलग-अलग स्थान से पुलिस ने गिरफ्तार किया। एडीएम सिटी विनय कुमार सिंह और एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह द्वारा जारी किए गए आदेश के बाद पांडेयपुर चौराहा और चितरंजन पार्क के समीप से इन्हें गिरफ्तार किया गया। यह सभी श्रृंगार गौरी का जलाभिषेक करने जाना चाहते थे। शिवसैनिक इस दौरान नारेबाजी करते हुए नजर आए। इनके साथ महिला कार्यकर्ता भी थीं और इसे देखते हुए पुलिस और अधिक सतर्क नजर आई।
गौरतलब है कि प्रत्येक वर्ष महाशिवरात्रि पर शिवसैनिक ऐसी कोशिश करते हैं और गिरफ्तार कर लिया जाता है। उधर, हिंदू समाज पार्टी के रोशन पांडेय को शांतिभंग की आशंका के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। हिंदूवादी संगठन के अरुण पाठक को उनके घर पर ही हाउस अरेस्ट किया गया है। एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि कानून व्यवस्था के मद्देनजर एहतियातन यह कार्रवाई की गई है।
पुलिस इस बात की कोशिश कर रही है कि किसी भी हाल में कानून व्यस्था की स्थिति खराब न हो। इसी बात को ध्यान में रखते हुए अहतियात के तौर पर यह कदम उठाए जा रहे हैं।
महाशिवरात्रि पर शुक्रवार को काशी विश्वनाथ परिक्षेत्र के रेड जोन स्थित श्रृंगार गौरी का जलाभिषेक करने जा रहे तकरीबन 500 शिवसैनिकों को दो अलग-अलग स्थान से पुलिस ने गिरफ्तार किया। एडीएम सिटी विनय कुमार सिंह और एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह द्वारा जारी किए गए आदेश के बाद पांडेयपुर चौराहा और चितरंजन पार्क के समीप से इन्हें गिरफ्तार किया गया। यह सभी श्रृंगार गौरी का जलाभिषेक करने जाना चाहते थे। शिवसैनिक इस दौरान नारेबाजी करते हुए नजर आए। इनके साथ महिला कार्यकर्ता भी थीं और इसे देखते हुए पुलिस और अधिक सतर्क नजर आई।
गौरतलब है कि प्रत्येक वर्ष महाशिवरात्रि पर शिवसैनिक ऐसी कोशिश करते हैं और गिरफ्तार कर लिया जाता है। उधर, हिंदू समाज पार्टी के रोशन पांडेय को शांतिभंग की आशंका के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। हिंदूवादी संगठन के अरुण पाठक को उनके घर पर ही हाउस अरेस्ट किया गया है। एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि कानून व्यवस्था के मद्देनजर एहतियातन यह कार्रवाई की गई है।
पुलिस इस बात की कोशिश कर रही है कि किसी भी हाल में कानून व्यस्था की स्थिति खराब न हो। इसी बात को ध्यान में रखते हुए अहतियात के तौर पर यह कदम उठाए जा रहे हैं।