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मुरादाबाद। छजलैट के तेरह साल पुराने सड़क जाम करने के मामले में मंगलवार को एमपी एमएलए स्पेशल कोर्ट में सुनवाई हुई। सीतापुर जेल में बंद सपा सांसद आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम की वीडियो कांफ्रेंस के जरिए पेशी हुई। गवाह ने कोर्ट पहुंचकर अपने बयान दर्ज कराए। अब अदालत ने अगली सुनवाई के लिए चार मार्च तय की है।
करीब तेरह साल पहले रामपुर के सपा सांसद आजम खां अपने परिवार के साथ मुजफ्फरनगर जा रहे थे। पुलिस ने इनकी कार छजलैट थाने के सामने रुकवा ली थी। इसके बाद पुलिस ने कार की चेकिंग शुरू कर दी थी। इसके विरोध में पूर्व मंत्री आजम खां थाने के सामने ही धरने पर बैठ गए थे। इसकी जानकारी मिलने पर मुरादाबाद समेत आस पड़ोस के जनपदों से भी सपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए थे। इसके बाद रोड जाम कर दिया गया था। जिससे लेकर काफी हंगामा भी हुआ था। इस मामले में पुलिस ने आजम खां, अब्दुल्ला आजम, मुरादाबाद देहात के सपा विधायक हाजी इकराम कुरैशी, नगीना विधान सभा क्षेत्र के सपा विधायक मनोज पारस, नूरपुर के सपा विधायक नूर उल हसन समेत अन्य सपा पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। इस मामले की सुनवाई एमपी- एमएलए स्पेशल कोर्ट में चल रही है। मंगलवार को गवाह कांस्टेबल नरेंद्र कुमार अपने बयान दर्ज कराने कोर्ट पहुंचे। इस मामले में आरोपी सपा सांसद आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला सीतापुर की जेल में बंद हैं। पिता पुत्र की वीडियो कांफ्रेंस के जरिए पेशी हुई। सपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष आरोपी राज कुमार प्रजापति और राजेश यादव कोर्ट में हाजिर हुए। शेष आरोपियों की ओर से उनके अधिवक्ता ने स्थगन प्रार्थना पत्र कोर्ट में प्रस्तुत किया। अदालत ने मुकदमे में अगली सुनवाई के लिए चार मार्च की तारीख तय की है।
मुरादाबाद। छजलैट के तेरह साल पुराने सड़क जाम करने के मामले में मंगलवार को एमपी एमएलए स्पेशल कोर्ट में सुनवाई हुई। सीतापुर जेल में बंद सपा सांसद आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम की वीडियो कांफ्रेंस के जरिए पेशी हुई। गवाह ने कोर्ट पहुंचकर अपने बयान दर्ज कराए। अब अदालत ने अगली सुनवाई के लिए चार मार्च तय की है।
करीब तेरह साल पहले रामपुर के सपा सांसद आजम खां अपने परिवार के साथ मुजफ्फरनगर जा रहे थे। पुलिस ने इनकी कार छजलैट थाने के सामने रुकवा ली थी। इसके बाद पुलिस ने कार की चेकिंग शुरू कर दी थी। इसके विरोध में पूर्व मंत्री आजम खां थाने के सामने ही धरने पर बैठ गए थे। इसकी जानकारी मिलने पर मुरादाबाद समेत आस पड़ोस के जनपदों से भी सपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए थे। इसके बाद रोड जाम कर दिया गया था। जिससे लेकर काफी हंगामा भी हुआ था। इस मामले में पुलिस ने आजम खां, अब्दुल्ला आजम, मुरादाबाद देहात के सपा विधायक हाजी इकराम कुरैशी, नगीना विधान सभा क्षेत्र के सपा विधायक मनोज पारस, नूरपुर के सपा विधायक नूर उल हसन समेत अन्य सपा पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। इस मामले की सुनवाई एमपी- एमएलए स्पेशल कोर्ट में चल रही है। मंगलवार को गवाह कांस्टेबल नरेंद्र कुमार अपने बयान दर्ज कराने कोर्ट पहुंचे। इस मामले में आरोपी सपा सांसद आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला सीतापुर की जेल में बंद हैं। पिता पुत्र की वीडियो कांफ्रेंस के जरिए पेशी हुई। सपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष आरोपी राज कुमार प्रजापति और राजेश यादव कोर्ट में हाजिर हुए। शेष आरोपियों की ओर से उनके अधिवक्ता ने स्थगन प्रार्थना पत्र कोर्ट में प्रस्तुत किया। अदालत ने मुकदमे में अगली सुनवाई के लिए चार मार्च की तारीख तय की है।