मुरादाबाद। भारत संचार निगम लिमिटेड के कर्मचारियों को घेरने के लिए विभाग ने उन्हें सीयूजी के रिंग में पिरो दिया है। इतना ही नहीं उपभोक्ताओं की समस्याओं के तत्काल निस्तारण के लिए अलग से दो सौ रुपये का टॉक टाइम भी दिया गया है। लेकिन, इसके लिए उनको मोबाइल फोन अपने पास से ही खरीदना होगा। यह सुविधा पूरे देश के कर्मचारियों को दिया गया है।
गौरतलब है कि शुरुआत में टेलीकॉम मैकेनिक, रेगुलर मजदूरों को डब्लूएलएल फोन दिया गया था। उसमें उनको लिमिट में बांधा गया था। यानि लिमिट से बाहर जाने पर उनको अपनी जेब से भुगतान करना पड़ता था। लिहाजा, वे अपने अफसरों तक से बात नहीं करते थे तो उपभोक्ताओं की कहां सुनेंगे और बात करते। इसलिए भारत संचार निगम लिमिटेड ने इन कर्मचारियों को सुविधा देते हुए उनको एक तरह से बांधा भी है। ताकि वे अब अपने विभागीय अधिकारियों व सहयोगियों से बात करने से कतरा न सकें।
भारत संचार निगम लिमिटेड नई दिल्ली मुख्यालय के उप महाप्रबंधक (डब्लूआई एंड एस) एसके चुघ ने 16 अप्रैल 2012 को आदेश जारी किया है कर्मचारियों को सीयूजी देने के लिए। इसमें कर्मचारियों को सीयूजी कनेक्शन दिए जाएंगे और उसमें 200 रुपये का टॉक टाइम अलग से दिया गया है। सीयूजी के तहत कर्मचारी विभागीय फोन पर फोकट में अनलिमिटेड काल कर सकते हैं। 200 रुपये का टॉक टाइम अलग से इसलिए दिया गया है ताकि वे उपभोक्ताओं से बात करके उनकी समस्याओं का निस्तारण कर सकें। सीयूजी की इस सुविधा का लाभ मुरादाबाद के करीब दो सौ कर्मचारियों और पूरे देश के करीब दो लाख कर्मचारियों को मिलेगा। इसको तत्काल प्रभाव से लागू करने और अमल में लाने का निर्देश दिया गया है।