दस माह के अंतराल पर मऊ रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म एक से आनंद विहार एक्सप्रेस का संचालन शुरू हुआ। रविवार की सुबह 10.40 बजे यह ट्रेन आनंद विहार के लिए रवाना हुई। पहले दिन ट्रेन का हर कोच यात्रियों से भरा नजर आया। स्लीपर श्रेणी में वेटिंग 62 तक पहुंच गई थी।
कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले साल 22 मार्च से ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया था। जून से रेलवे ने मऊ जंक्शन से गुजरने वाली लिच्छवी, कृषक, गोदान, पूर्वांचल, साबरमती, सरयू यमुना, ताप्ती गंगा, इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन शुरू किया, लेकिन मऊ से आनंद विहार एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन शुरू नहीं हो सका था।
पूर्वोत्तर रेलवे ने यात्रियों की समस्याओं को देखते हुए रविवार को आनंद विहार एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन शुरू कर दिया। सुबह 10.40 बजे आनंद विहार एक्सप्रेस ट्रेन रवाना हुई। मऊ जंक्शन से दिल्ली रूट की यह ट्रेन चलने से लोगों को सहूलियत होगी। डीसीआई सिरनाम सिंह मीना ने बताया कि ट्रेन से स्लीपर और सामान्य 11 कोच में 439 यात्री रवाना हुए। एसी के छह कोच में 225 यात्री सफर कर रहे हैं।
दस माह के अंतराल पर मऊ रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म एक से आनंद विहार एक्सप्रेस का संचालन शुरू हुआ। रविवार की सुबह 10.40 बजे यह ट्रेन आनंद विहार के लिए रवाना हुई। पहले दिन ट्रेन का हर कोच यात्रियों से भरा नजर आया। स्लीपर श्रेणी में वेटिंग 62 तक पहुंच गई थी।
कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले साल 22 मार्च से ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया था। जून से रेलवे ने मऊ जंक्शन से गुजरने वाली लिच्छवी, कृषक, गोदान, पूर्वांचल, साबरमती, सरयू यमुना, ताप्ती गंगा, इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन शुरू किया, लेकिन मऊ से आनंद विहार एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन शुरू नहीं हो सका था।
पूर्वोत्तर रेलवे ने यात्रियों की समस्याओं को देखते हुए रविवार को आनंद विहार एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन शुरू कर दिया। सुबह 10.40 बजे आनंद विहार एक्सप्रेस ट्रेन रवाना हुई। मऊ जंक्शन से दिल्ली रूट की यह ट्रेन चलने से लोगों को सहूलियत होगी। डीसीआई सिरनाम सिंह मीना ने बताया कि ट्रेन से स्लीपर और सामान्य 11 कोच में 439 यात्री रवाना हुए। एसी के छह कोच में 225 यात्री सफर कर रहे हैं।