न्यूज डेस्क अमर उजाला हाथरस
हाथरस। जिले में पौधरोपण करने के नाम पर हुए घपले पर अब अधिकारियों की निगाहें जम गई हैं। पौधों की खरीद के मामले के सुर्खियों में आते ही संबंधित अधिकारियों में खलबली मच गई है। अब इस मामले में कई अधिकारियों की गर्दन फंसती नजर आ रही है।
अधिकारी अपनी गर्दन बचाने के लिए हाथ-पांव मार रहे है। यहां तक कि अधिकारी अपने रिकॉर्डों को पूरा करने में लगे हुए हैं। वहीं पौधे खरीद के बिल वाउचरों को बैक डेट में तैयार करने में जुट गए हैं। हालांकि ग्राम पंचायतों में यह पूरा खेल मनरेगा के बजट से किया गया है। इस पूरे खेल में मनरेगा के अधिकारी भी फंसते नजर आ रहे हैं।
अब जांच टीम पहले इस रिकॉर्ड को खंगाल रही है कि जिस समय प्राइवेट नर्सरियों से पौधों की खरीद की गई थी तो क्या उस समय सरकारी नर्सरियों में पौधे की उपलब्धता थी या नहीं। इस मामले के सामने आते ही पौधरोपण में हुआ घोटाला भी सामने आ जाएगा। जिले के हसायन ब्लॉक में पांच फीट के पौधे को 23 रुपये प्रति पौधे के हिसाब से खरीदा गया है।
वहीं अन्य ब्लॉकों में इसी पौधे को 80 से 100 रुपये प्रति पौधे की दर से खरीदा गया है। इस मामले में सीडीओ एसपी सिंह ने संज्ञान लिया है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सीडीओ ने तीन सदस्यीय टीम भी गठित कर दी है। यह टीम मामले की जांच में जुट गई है। रविवार को कई ब्लॉकों में इसे लेकर पूरे दिन काम होता रहा। वहीं इस मामले में ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है।