अमर उजाला ब्यूरो
पत्योरा (हमीरपुर)। थानाक्षेत्र सुमेरपुर के एक गांव से नौ दिन पूर्व ले जाई गई किशोरी के साथ दो युवक दुष्कर्म करते रहे। गुरुवार को किसी तरह चंगुल से छूटकर भाग निकली और अपने घर आ गई। पीड़ित पिता की तहरीर पर पुलिस ने पीड़िता को मेडिकल परीक्षण कराया है। शनिवार को पीड़िता के अदालत में कलम बंद बयान कराने के बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
पीड़िता के पिता के मुताबिक, एक गांव निवासी 16 वर्षीय किशोरी को 30 मई को गांव का ही फिरोज खां भगा ले गया था। तब पीड़ित पिता ने पुत्री के लापता होने की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। गुरुवार की देर शाम किशोरी घर आ गई। उसने रिजनों को आपबीती बताई। शुक्रवार को पीड़िता पिता के साथ थाने गई और फिरोज खां व उसके चाचा युसूफ खां के खिलाफ जबरिया ले जाने व दुष्कर्म करने की तहरीर दी। बताया कि 30 मई को गांव निवासी फिरोज खां ने उसे रात में फोन कर बाहर बुलाया और साथ में भाग चलने को कहा। उसने मना कर दिया। इस पर उसका चाचा यूसुफ खां ने पीछे से आकर उसे पकड़ लिया और जंगल के रास्ते अपने घर में दो दिनों तक कैद कर रखा।
गांव में बात फैलने पर उसे रात में गाड़ी में जबर्दस्ती बैठाकर मौदहा ले गए। इसके बाद सुमेरपुर, कालपी, घाटमपुर, अमौली, जहानाबाद सहित कई जगह घुमाते रहे। बताया कि इस बीच चाचा व भतीजे ने उसके साथ दुष्कर्म किया। उस पर शादी का दवाब बनाते रहे। पीड़िता ने बताया कि पिछले सात जून को उसे दिल्ली ले जाने के लिए दोनों आरोपी कानपुर ले गए। तभी वह लघुशंका के बहाने वहां से भाग निकली। सुमेरपुर थाना प्रभारी अवनेंद्र सिंह ने बताया कि इस मामले में पिछले दो जून के गुमशुदगी दर्ज की थी। कहा कि शुक्रवार को पीड़ित पिता ने तहरीर दी है। जिस पर पीड़िता का मेडिकल परीक्षण, डीएनए टेस्ट, स्लाइड आदि बनवाई गई हैं। कहा कि शनिवार को उसे न्यायालय में कलम बंद बयान दर्ज कराने के बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
-पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया, अदालत में आज होंगे बयान