लवेदी। बहादुरपुर-कंधेशीघार पर स्थित यमुना नदी पुल लगभग छह साल बाद शुरू होने की आस जाग गई है। उदी-चकरनगर मार्ग की मुख्य सड़क पर जाने के लिए पुल के पास की किसानों की भूमि अधिग्रहण करने के बाद सड़क निर्माण का काम पीडब्ल्यूडी ने शुरू कर दिया है।
दिवाली तक सड़क का निर्माण पूरा होने के बाद पुल पर वाहन फर्राटा भरते नजर आने लगेंगे। यह पुल सेतु निगम ने होली के पहले तैयार कर दिया था, पर सड़क न बनने से पुल चालू नहीं हो सका है। अमर उजाला ने पुल न शुरू होने की खबर 26 अगस्त 2021 को प्रकाशित की थी।
इसके बाद पीडब्ल्यूडी हरकत में आया और सड़क का निर्माण कार्य प्रारंभ किया है। पुल से जोड़ने वाली एप्रोज रोड नहीं बनाई गई थी। इससे पुल अभी तक शुरू नहीं हो पाया। बताया कि एप्रोच रोड निर्माण के लिए बजट भी पीडब्ल्यूडी को आवंटित नहीं किया गया था।
जब शासन ने किसानों की जमीन का सड़क के लिए अधिग्रहण कर लिया। इसके बाद लोकनिर्माण विभाग एप्रोच रोड के लिए बजट जारी किया गया। मंगलवार से पुल से जुड़ने वाली लगभग 800 मीटर लंबी एप्रोच रोड बनाने का काम शुरू हो गया।
सड़क पर मिट्टी डालने का काम चल रहा है। पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड प्रथम इकाई की तरफ से सड़क निर्माण का कार्य तेजी के साथ कराया जा रहा है। जिस पर मिट्टी डलते ही दो पहिया व चार पहिया वाहनों का उदी व चकरनगर व नबादा बहादुरपुर-लखना आने-जाने का शुरू हो जाएगा।
19 नवंबर 2011 को हुई थी 11 की मौत
पुल की घोषणा 19 फरवरी वर्ष 2013 में हुई थी। इस दिन एक समारोह से लौट रहे ग्रामीणों से भरी नाव यमुना नदी में पलट गई थी। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई थी। तब तत्कालीन सपा सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री शिवपाल सिंह ने नदी पर पुल बनाने की घोषणा की थी।
इसका निर्माण सेंचुरी विभाग व एनजीटी से मंजूरी मिलने के बाद वर्ष 2016 में शुरू हुआ था। बजट के अभाव में कुछ साल बंद निर्माण कार्य बंद हो गया था। भाजपा सरकार के प्रदेश में काबिज होने पर भाजपा सांसद डॉ. रामशंकर कठेरिया ने वर्ष 2019 में बजट स्वीकृत कराया। इसके बाद पुल का निर्माण कार्य पूरा हो सका।
पुल को बनने में काफी समय तो लगा ही, लेकिन अब लखना से चकरनगर होकर व इटावा होकर जाने को एमपी जाने को परेशान नहीं होना पडे़गा। अब सीधे इस पुल से होकर करके उदी पहुंचकर भिंड व ग्वालियर मध्यप्रदेश जाने में सुलभता होगी।
-अनुज चौहान, बहादुरपुर
इन गांवों के लोगों को होगा फायदा
पुल के चालू होने से लखना, बकेवर, महेवा, भरथना समेत 12 गांवों के लोगों को आवागमन में आसानी होगी। उन लोगों की दौड़ व समय दोनोें की बचेगा। आसानी से समय की बचत के साथ मध्यप्रदेश की सीमा में प्रवेश कर भी सकेंगे।
लवेदी। बहादुरपुर-कंधेशीघार पर स्थित यमुना नदी पुल लगभग छह साल बाद शुरू होने की आस जाग गई है। उदी-चकरनगर मार्ग की मुख्य सड़क पर जाने के लिए पुल के पास की किसानों की भूमि अधिग्रहण करने के बाद सड़क निर्माण का काम पीडब्ल्यूडी ने शुरू कर दिया है।
दिवाली तक सड़क का निर्माण पूरा होने के बाद पुल पर वाहन फर्राटा भरते नजर आने लगेंगे। यह पुल सेतु निगम ने होली के पहले तैयार कर दिया था, पर सड़क न बनने से पुल चालू नहीं हो सका है। अमर उजाला ने पुल न शुरू होने की खबर 26 अगस्त 2021 को प्रकाशित की थी।
इसके बाद पीडब्ल्यूडी हरकत में आया और सड़क का निर्माण कार्य प्रारंभ किया है। पुल से जोड़ने वाली एप्रोज रोड नहीं बनाई गई थी। इससे पुल अभी तक शुरू नहीं हो पाया। बताया कि एप्रोच रोड निर्माण के लिए बजट भी पीडब्ल्यूडी को आवंटित नहीं किया गया था।
जब शासन ने किसानों की जमीन का सड़क के लिए अधिग्रहण कर लिया। इसके बाद लोकनिर्माण विभाग एप्रोच रोड के लिए बजट जारी किया गया। मंगलवार से पुल से जुड़ने वाली लगभग 800 मीटर लंबी एप्रोच रोड बनाने का काम शुरू हो गया।
सड़क पर मिट्टी डालने का काम चल रहा है। पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड प्रथम इकाई की तरफ से सड़क निर्माण का कार्य तेजी के साथ कराया जा रहा है। जिस पर मिट्टी डलते ही दो पहिया व चार पहिया वाहनों का उदी व चकरनगर व नबादा बहादुरपुर-लखना आने-जाने का शुरू हो जाएगा।
19 नवंबर 2011 को हुई थी 11 की मौत
पुल की घोषणा 19 फरवरी वर्ष 2013 में हुई थी। इस दिन एक समारोह से लौट रहे ग्रामीणों से भरी नाव यमुना नदी में पलट गई थी। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई थी। तब तत्कालीन सपा सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री शिवपाल सिंह ने नदी पर पुल बनाने की घोषणा की थी।
इसका निर्माण सेंचुरी विभाग व एनजीटी से मंजूरी मिलने के बाद वर्ष 2016 में शुरू हुआ था। बजट के अभाव में कुछ साल बंद निर्माण कार्य बंद हो गया था। भाजपा सरकार के प्रदेश में काबिज होने पर भाजपा सांसद डॉ. रामशंकर कठेरिया ने वर्ष 2019 में बजट स्वीकृत कराया। इसके बाद पुल का निर्माण कार्य पूरा हो सका।
पुल को बनने में काफी समय तो लगा ही, लेकिन अब लखना से चकरनगर होकर व इटावा होकर जाने को एमपी जाने को परेशान नहीं होना पडे़गा। अब सीधे इस पुल से होकर करके उदी पहुंचकर भिंड व ग्वालियर मध्यप्रदेश जाने में सुलभता होगी।
-अनुज चौहान, बहादुरपुर
इन गांवों के लोगों को होगा फायदा
पुल के चालू होने से लखना, बकेवर, महेवा, भरथना समेत 12 गांवों के लोगों को आवागमन में आसानी होगी। उन लोगों की दौड़ व समय दोनोें की बचेगा। आसानी से समय की बचत के साथ मध्यप्रदेश की सीमा में प्रवेश कर भी सकेंगे।