नशीला पदार्थ सुंघाकर किशोरी से किया सामूहिक दुष्कर्म
बुलंदशहर। कोतवाली देहात क्षेत्र के एक गांव में नशीला पदार्थ सुंघाकर एक किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पीड़िता के पिता की शिकायत पर एसएसपी के आदेश के बाद देहात कोतवाली पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है। साथ ही तीनों नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है, जबकि, किशोरी का मेडिकल परीक्षण कराया गया है। वारदात गत 23 सितंबर को हुई थी।
कोतवाली देहात क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति ने बीते दिनों एसएसपी को शिकायती पत्र सौंपा, जिसमें उसने बताया कि गांव औलीना निवासी युवक अवधेश की रिश्तेदारी उनके गांव में हैं। आरोपी युवक अक्सर उनके गांव आता रहता है। आरोप है कि उक्त आरोपी युवक उसकी 16 वर्षीय पुत्री पर बुरी नजर रखता है। आरोपी युवक ने पूर्व में भी कई बार उसकी पुत्री के साथ छेड़छाड़ की, शिकायत के बावजूद आरोपी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा था। आरोप है कि गत 23 सितंबर को आरोपी युवक अवधेश ने उसकी पुत्री को फोन किया और गांव के निकट नदी के पुल पर बुला लिया। जहां पर आरोपी युवक के दो अन्य साथी अनस व आदिल भी पहले से ही मौजूद थे। इन तीनों युवकों ने उसकी पुत्री को कपड़े में नशीला पदार्थ लगाकर सुंघा दिया और बेहोश कर दिया। इसके बाद आरोपी उसकी पुत्री को किसी वाहन से बेहोशी की हालत में गाजियाबाद ले गए, जहां आरोपियों ने एक कमरे में ले जाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। पीड़ित पिता ने आरोप लगाया कि उसकी पुत्री के साथ आरोपी अवधेश ने भी कई बार दुष्कर्म किया है। आरोप है कि इसके बाद आरोपियों ने उनकी पुत्री को दो दिन बाद गाजियाबाद से बुलंदशहर की बस में बैठा दिया। बुलंदशहर पहुंच कर पीड़िता ने अपने परिजनों को पूरे मामले से अवगत कराया।
20 दिन बाद दर्ज हुई रिपोर्ट
किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात गत 23 सितंबर को हुई थी। परिजनों का आरोप है कि उन्होंने मामले की शिकायत थाना पुलिस से की। लेकिन, पुलिस ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया, न ही रिपोर्ट दर्ज की। इस पर पीड़ित परिजनों ने एसएसपी से गुहार लगाई, तब जाकर घटना के करीब 20 दिन बाद एसएसपी के आदेश पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की।
देहात कोतवाली पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया है, जल्द ही न्यायालय के समक्ष उसके बयान दर्ज करा दिए जाएंगे। हालांकि, प्रारंभिक जांच में मामला संदिग्ध नजर आ रहा है। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
- संतोष कुमार सिंह, एसएसपी