ब्लैक फंगस से दवा व्यापारी की मौत
बुलंदशहर। जनपद में ब्लैक फंगस के एक और मरीज ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। नगर निवासी दवा व्यापारी का एक माह से निजी अस्पताल में उपचार चल रहा था। जिले में ब्लैक फंगस के अब तक आठ लोग संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें एक स्वस्थ तो तीन लोगों की मौत हो चुकी है। शेष चार का अभी उपचार चल रहा है।
नगर क्षेत्र निवासी एक दवा व्यापारी 10 मई को कोरोना पॉजिटिव हुए थे, चार दिन होम आइसोलेट रहने के बाद परिजनों द्वारा नगर के एक निजी कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां से 20 मई को डिस्चार्ज होने के बाद घर आ गए थे। परिजनों के अनुसार घर आने के बाद स्वास्थ्य और बिगड़ता गया। सिर व नाक में दर्द और चेहरे पर सूजन होने पर ईएनटी को दिखाया। चिकित्सक द्वारा कुछ जांच को कहा जिसकी रिपोर्ट देखने के बाद ब्लैक फंगस के लक्षण बता रेफर कर दिया। गाजियाबाद में कुछ दिन भर्ती रहने के बाद नोएडा कैलाश हॉस्पिटल में भर्ती कराया। यहां से फिर नगर के कालाआम स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
समय से नहीं मिले इंजेक्शन
दवा व्यापारी के भाई का आरोप है कि चिकित्सक द्वारा एंफोटेरेसिन बी इंजेक्शन लिखा गया। जिसे लेने के लिए कई बार मंडलायुक्त, एडी हेल्थ और मेरठ मेडिकल कॉलेज के चक्कर लगाए। लेकिन चिकित्सकों की मांग के अनुसार इंजेक्शन कम मात्रा में उपलब्ध कराए गए।
लक्षण दिखे तो न बरतें लापरवाही
दानपुर सीएचसी अधीक्षक डॉ. गौरव सक्सेना ने बताया कि लंबे समय तक ऑक्सीजन पर रहे या अधिक स्टेयराड का प्रयोग करने वाले मरीजों में ब्लैक फंगस हो रहा है। कम इम्युनिटी और डायबिटीज वाले मरीज भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। इसके लक्षण दिखने पर लापरवाही न बरतें।
जनपद में अभी तक आठ लोगों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है। जिसमें एक स्वस्थ तो दो की मौत हो चुकी है। दवा व्यापारी की मौत होने की जानकारी की जाएगी।
- डॉ. रोहताश यादव, एसीएमओ/नोडल अधिकारी