ज्ञानपुर/दुर्गागंज। अभोली ब्लॉक के भंडा समेत छह से सात गांव के किसानों के खाते से बीमा कंपनी ने पैसा काट लिया लेकिन अब तक मुआवजे की रकम नहीं मिल सकी। इसको लेकर केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) वाले करीब 100 से अधिक किसान कृषि दफ्तर का चक्कर लगा रहे हैं। जिले में यह आंकड़ा दो हजार से अधिक है।
भदोही, सुरियावां और अभोली ब्लॉक से होकर गुजरी वरूणा नदी के तटवर्ती इलाके में सितंबर की बारिश में जमकर तबाही मचाई थी। सैकड़ो एकड़ दलहनी-तिलहनी फसल जलजमाव से नष्ट हो गई थी। उसी दौरान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए नामित बीमा कंपनी ने किसान क्रेडिट लेने वाले किसानों के खाते से प्रीमियम काट लिया, लेकिन मुआवजा अब तक नहीं मिला। कई किसानों ने धान की रोपाई भी नहीं की थी लेकिन उनके खाते से भी प्रीमियम की रकम कट गई। 500 रूपये प्रति बीघे की दर से किस्त काटी गई है। भंडा निवासी रमाशंकर पाठक ने बताया कि खरीफ़ की फसल के लिए 2600 का प्रीमियम लिया गया है। उसके पूर्व गेंहू के लिए 4995 रुपये काट लिया गया। इसी तरह गांव के ही हरकेश सिंह के खाते से 1700 रुपये, भान प्रताप सिंह के खाते से 550 रुपये कटा है। इसी तरह रंगबहादुर, अभिमान सिंह, अशोक पाठक, मुन्ना सिंह के खातों से भी प्रीमियम काटी गई लेकिन सहायता अब तक नहीं मिल सकी। किसानों ने इसकी शिकायत 1076 और मुख्यमंत्री पोर्टल पर की।
उप निदेशक क़ृषि अरविंद सिंह ने कहा कि जिन किसानों का प्रीमियम कटा है, उन्हें मुआवजा अवश्य मिलेगा। अगर किसानों को मुआवजा नहीं मिला तो वह बीमा कंपनी के खिलाफ शासन को पत्र लिखेंगे।
ज्ञानपुर/दुर्गागंज। अभोली ब्लॉक के भंडा समेत छह से सात गांव के किसानों के खाते से बीमा कंपनी ने पैसा काट लिया लेकिन अब तक मुआवजे की रकम नहीं मिल सकी। इसको लेकर केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) वाले करीब 100 से अधिक किसान कृषि दफ्तर का चक्कर लगा रहे हैं। जिले में यह आंकड़ा दो हजार से अधिक है।
भदोही, सुरियावां और अभोली ब्लॉक से होकर गुजरी वरूणा नदी के तटवर्ती इलाके में सितंबर की बारिश में जमकर तबाही मचाई थी। सैकड़ो एकड़ दलहनी-तिलहनी फसल जलजमाव से नष्ट हो गई थी। उसी दौरान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए नामित बीमा कंपनी ने किसान क्रेडिट लेने वाले किसानों के खाते से प्रीमियम काट लिया, लेकिन मुआवजा अब तक नहीं मिला। कई किसानों ने धान की रोपाई भी नहीं की थी लेकिन उनके खाते से भी प्रीमियम की रकम कट गई। 500 रूपये प्रति बीघे की दर से किस्त काटी गई है। भंडा निवासी रमाशंकर पाठक ने बताया कि खरीफ़ की फसल के लिए 2600 का प्रीमियम लिया गया है। उसके पूर्व गेंहू के लिए 4995 रुपये काट लिया गया। इसी तरह गांव के ही हरकेश सिंह के खाते से 1700 रुपये, भान प्रताप सिंह के खाते से 550 रुपये कटा है। इसी तरह रंगबहादुर, अभिमान सिंह, अशोक पाठक, मुन्ना सिंह के खातों से भी प्रीमियम काटी गई लेकिन सहायता अब तक नहीं मिल सकी। किसानों ने इसकी शिकायत 1076 और मुख्यमंत्री पोर्टल पर की।
उप निदेशक क़ृषि अरविंद सिंह ने कहा कि जिन किसानों का प्रीमियम कटा है, उन्हें मुआवजा अवश्य मिलेगा। अगर किसानों को मुआवजा नहीं मिला तो वह बीमा कंपनी के खिलाफ शासन को पत्र लिखेंगे।