कंचौसी। दिल्ली-हावड़ा रूट पर कंचौसी रेलवे स्टेशन से करीब पांच किलोमीटर की दूरी पर बिझाई हाल्ट के पास सोमवार सुबह अपलाइन की पटरी टूटी मिली। जानकारी होने पर रेलवे अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। रेलवे कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद पटरी की मरम्मत की। 40 मिनट तक रूट बाधित रहा। इस दौरान गोमती और तीन मालगाड़ियां स्टेशन के पास खड़ी रहीं।
सोमवार सुबह करीब नौ बजे चेकिंग के दौरान की-मैन को बिझाई हाल्ट के पास अपलाइन की पटरी टूटी मिली। की-मैन ने सूचना रेलवे के अधिकारियों को दी। कंचौसी व फफूंद रेलवे स्टेशन के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचे और मरम्मत का काम शुरू कराया। इसी बीच अपलाइन से गुजरने वाली गोमती एक्सप्रेस व तीन मालगाड़ियों को स्टेशन से पहले आउटर पर रोक दिया गया।
रेलवे कर्मियों ने कड़ी मशक्कत कर क्लैंप बांधकर पटरियों की मरम्मत की। कॉशन के सहारे करीब नौ बजकर 40 मिनट पर ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ। 30 किमी प्रति घंटे का काशन देकर ट्रेनों को गुजारा गया। स्टेशन मास्टर महेंद्र बाबू ने बताया कि पटरी टूटने से मालगाड़ी व गोमती एक्सप्रेस स्टेशन पर रुकी रहीं। करीब अन्य ट्रेनों के संचालन पर कोई असर नहीं पड़ा।
कंचौसी। दिल्ली-हावड़ा रूट पर कंचौसी रेलवे स्टेशन से करीब पांच किलोमीटर की दूरी पर बिझाई हाल्ट के पास सोमवार सुबह अपलाइन की पटरी टूटी मिली। जानकारी होने पर रेलवे अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। रेलवे कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद पटरी की मरम्मत की। 40 मिनट तक रूट बाधित रहा। इस दौरान गोमती और तीन मालगाड़ियां स्टेशन के पास खड़ी रहीं।
सोमवार सुबह करीब नौ बजे चेकिंग के दौरान की-मैन को बिझाई हाल्ट के पास अपलाइन की पटरी टूटी मिली। की-मैन ने सूचना रेलवे के अधिकारियों को दी। कंचौसी व फफूंद रेलवे स्टेशन के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचे और मरम्मत का काम शुरू कराया। इसी बीच अपलाइन से गुजरने वाली गोमती एक्सप्रेस व तीन मालगाड़ियों को स्टेशन से पहले आउटर पर रोक दिया गया।
रेलवे कर्मियों ने कड़ी मशक्कत कर क्लैंप बांधकर पटरियों की मरम्मत की। कॉशन के सहारे करीब नौ बजकर 40 मिनट पर ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ। 30 किमी प्रति घंटे का काशन देकर ट्रेनों को गुजारा गया। स्टेशन मास्टर महेंद्र बाबू ने बताया कि पटरी टूटने से मालगाड़ी व गोमती एक्सप्रेस स्टेशन पर रुकी रहीं। करीब अन्य ट्रेनों के संचालन पर कोई असर नहीं पड़ा।