छह से आठ घंटे में पूरा हो रहा फतेहपुर से प्रयागराज का सफर
0 धूप खिलने के बाद भी सुबह की ट्रेनें पहुंच रही दोपहर में
प्रयागराज। पिछले कुछ दिनों से पड़ रहे कोहरे के मुकाबले शुक्रवार की सुबह ज्यादा धुंध वाली नहीं रही। सुबह सात बजे ही भगवान भास्कर के दर्शन होने से लगा कि ट्रेनें आज ज्यादा लेट नहीं होंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जंक्शन आने वाली तमाम ट्रेनें घंटों देरी से पहुंची। इस बीच फतेहपुर से प्रयागराज के बीच ट्रेनों ने बृहस्पतिवार की तरह शुक्रवार को भी काफी समय लिया। वहां से यहां आने में तमाम ट्रेनों ने छह से आठ घंटे का वक्त लगा दिया।
प्रयागराज एक्सप्रेस से पहुंचे अल्लापुर के सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि सुबह पौने सात बजे ट्रेन फतेहपुर पहुंच चुकी थी। लगा कि ज्यादा से ज्यादा सुबह नौ बजे तक प्रयागराज पहुंच जाएंगे, लेकिन ट्रेन दोपहर सवा बजे ही यहां पहुंच सकी। मौसम साफ होने के बावजूद भी ट्रेन रास्ते में कई बार रुकी। कहा कि जितना वक्त प्रयागराज ने लिया, उतने ही वक्त में साइकिल चलाकर फतेहपुर से प्रयागराज आया जा सकता है। इसके पूर्व बृहस्पतिवार को भी प्रयागराज ने फतेहपुर से यहां पहुंचने में आठ घंटे का वक्त लगा दिया था। वहीं दूसरी ओर रीवा एक्सप्रेस का भी यही हाल रहा। दोपहर 12.25 बजे प्रयागराज पहुंची रीवा एक्सप्रेस से यहां उतरे प्रवीण कुशवाहा ने बताया कि सुबह 6.15 बजे ट्रेन फतेहपुर में थी, लेकिन वहां से यहां आने में छह घंटे का वक्त लग गया। इसी तरह 12802 पुरुषोत्तम एक्सप्रेस सुबह 9.54 बजे फतेहपुर से चली जो दोपहर 3.10 बजे प्रयागराज जंक्श्न पहुंच सकी। कमोवेश यही स्थिति संबंधित रूट पर चलने वाली कई ट्रेनों की रही। शुक्रवार को हमसफर एक्सप्रेस 6.25 घंटे, शिवगंगा एक्सप्रेस 7.40 घंटे, ब्रह्मपुत्र मेल छह घंटे, महानंदा एक्सप्रेस 5.50 घंटे तक विलंबित रही। उधर ट्रेनों की लेटलतीफी से पिछले 12 दिनों में सिर्फ प्रयागराज मंडल में आरक्षित टिकट के निरस्त होने की वजह से 1.30 करोड़ रुपये का रिफंड रेलवे दे चुका है।